20+ अलवर में घूमने के लिए बेहतरीन स्थान और प्रमुख दर्शनीय स्थल
Alwar Me Ghumne ki Best Jagah: राजस्थान के प्रमुख जगहों में एक नाम अलवर का भी आता है। यह राजस्थान का एक जनपद होने के साथ साथ एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है। इस जगह पर आपको हरे भरे खेत के अलावा कई सारे ऐतिहासिक स्थल देखने को मिल जायेंगे। यही वजह है कि इस जगह पर देश और विदेश से पर्यटक आते हैं। इस जगह पर आकर आप भी अरावली की ख़ूबसूरती को नज़दीक से आप देख सकते हैं। इस जगह पर पर्यटन स्थलों की कोई कमी नहीं है। लेकिन अलवर में घूमने के लिए यह कुछ बेहतरीन स्थान और प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं जहां आपको जाना ही जाना चाहिए।
अलवर में लोकप्रिय पर्यटक स्थल | Alwar Tourist Places in Hindi
जगह | शहर से दूरी/किलोमीटर |
बाला किला - Bala Fort | 12.4 |
भानगढ़ किला - Bhangarh Fort | 87.6 |
पाण्डुपोल - Pandupol | 58.7 |
सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान - Sariska National Park | 31.2 |
सिलीसेढ़ झील - Siliserh Lake | 26.2 |
नीलकंठ - Neelkanth | 71 |
कांकवारी किला - Kankwari Fort | 60.1 |
प्राचीन गुफा चित्र - Ancient cave paintings | 15 |
सिटी पैलेस अलवर - City Palace Alwar | 6 |
अलवर संग्रहालय - Alwar Museum | 6 |
फ़तेह जंग गुम्बद - Fateh Jang Gumbad | 2.1 |
मूसी महारानी की छतरी - Musi Maharani's Umbrella | 6 |
जैव विविधता पार्क - Biodiversity Park | 6.6 |
कंपनी गार्डन - Company Garden | 4.4 |
सरिस्का महल - Sariska Palace | 38.9 |
दधिकर किला - Dadhikar Fort | 15 |
नालदेश्वर तीर्थ - Naldeshwar Teerth | 30.9 |
गर्भाजी झरना - Garbhaji Falls | 25.1 |
अजबगढ़ - Ajabgarh | 89.6 |
तालवृक्ष - Palm tree | 45 |
बाला किला (Bala Fort)
बाला किला अलवर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। यह एक 1200 साल पुराना किला बताया जाता है जोकि एक पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित है। पहाड़ी के सबसे ऊपरी हिस्से पर होने की वजह से यह दूर से शहर के मुकुट जैसा दिखता है। यह किला अलवर शहर से दूर सरिस्का टाइगर रिजर्व बफर जोन के भीतर है जिसकी वजह से आप इस किले का दीदार करने के साथ यहाँ की जैवविविधता को भी देश सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
बाला किला भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
भानगढ़ किला (Bhangarh Fort)
भानगढ़ किला राजस्थान के एक बहुत ही प्रमुख पर्यटन स्थल है। जिसकी वजह से इस जगह पर दुनिया भर से सैलानी आते हैं। यह क़िला एशिया के सबसे प्रेतवाधित किलों में से एक कहा जाता है। जिसकी वजह से कई लोग इसे देश की सबसे डरावनी जगहों में भी बताते हैं। यह अलवर से लगभग 90 किमी की दूरी पर स्थित है। इस जगह पर आकर आप खंडहर हो चुके किले के अवशेष को देख सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
यह क़िला भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
पाण्डुपोल (Pandupol)
पाण्डुपोल अलवर ही नहीं बल्कि राजस्थान की सबसे ख़ास जगहों में गिना जाता है। यह सरिस्का बाघ अभयारण्य के मुख्य प्रवेश द्वार से लगभग 21 किमी की दूरी पर स्थित है। यह जमीन से 300 फीट की ऊंचाई पर बना एक गड्ढा है। जिसे लेकर तरह तरह की कहानियाँ प्रचलित हैं।
प्रवेश शुल्क
यह जगह भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान (Sariska National Park)
सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान हमारे देश के सबसे प्रमुख उद्यान में आता है। राजस्थान के अलवर जिले में स्थित यह उद्यान अरावली की पहाड़ियों से घिरा हुआ है। इस जगह पर आकर आप तरह तरह की जैव विविधता को देख सकते हैं। इस जगह पर आपको तरह तरह के जीव जंतु और पौधे देखने को मिल जायेंगे।
प्रवेश शुल्क
सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान में भारतीय और विदेशी दोनों तरह के पर्यटकों के लिए टिकट का प्रावधान है, एंट्री फ़ीस भारतीय नागरिकों के लिए 80 रुपये और विदेशी नागरिकों के लिए 470 रुपये है।
सिलीसेढ़ झील (Silisedh Lake)
सिलीसेढ़ झील राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिनी जाती है। इस जगह पर जाने के लिए आपको मुख्य अलवर शहर से लगभग 13 किमी की यात्रा करनी होगी। इस जगह पर जाकर आप तरह तरह की मछलियों को देखने का मज़ा ले सकते हैं, जलीय वनस्पतियों को देख सकते हैं। इस जगह पर आपको कई तरह के पक्षी भी मिलेंगे जो आपके मन को सकून देंगे। इस जगह पर आप झील की ख़ूबसूरती को देखने के साथ साथ नौकायान का भी मज़ा ले सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
यह झील भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
नीलकंठ (Neelkanth)
नीलकंठ मंदिर अलवर के सबसे ख़ास दर्शनीय स्थलों में से एक है। यह मंदिर अपनी वास्तुकला और खजुराओ जैसी नक्काशी के लिए जाना जाता है। जिसकी वजह से इस मंदिर को देखने के लिए देश भर से सैलानी आते हैं। इस जगह पर आकर आप अरावली पर्वत देखने के साथ सरिस्का टाइगर रिजर्व भी देख सकते हैं। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको एक तरह की खोज करनी पड़ती है।
प्रवेश शुल्क
यह मंदिर भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
कांकवारी किला (Kankwari Fort)
कांकवारी किला को इसके ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। इस किले को राजा जयसिंह ने बनवाया था। इस जगह से मुगल सम्राट औरंगजेब का भी जुड़ाव रहा है। यह क़िला सरिस्का टाइगर रिज़र्व के अंदर एक जलाशय के किनारे स्थित है। खंडहर हो चुका यह किला अपने समय के इतिहास की कहानी कहता जान पड़ता है। इस जगह पर आकर लोग बर्ड वॉचिंग और फ़ोटोग्राफ़ी करना पसंद करते हैं।
प्रवेश शुल्क
यह मंदिर भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
प्राचीन गुफा चित्र दधिकर (Ancient cave paintings)
अलवर जिले का एक बहुत बड़ा हिस्सा सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान के अंतर्गत आता है, जोकि अपनी गोद में बहुत सारे अनोखे रहस्य दबाए हुए हैं। उसी में से एक रहस्य दधिकर की गुफाओं का है जोकि अलवर शहर से महज़ 10 किमी की दूरी पर स्थित हैं। इस जगह पर आकर आप हजारों साल पहले बने दुर्लभ और प्राचीन चित्र देख सकते हैं। कई चित्र तो ऐसे हैं जो आपको शिकार और युद्ध की झलक दिखलाते हैं। मानसून के समय यहाँ का मौसम और नज़ारा बहुत ही लाजवाब होता है।
प्रवेश शुल्क
यह भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
सिटी पैलेस अलवर (City Palace Alwar)
सिटी पैलेस अलवर राजस्थान के सबसे ख़ास पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। इस जगह को महाराजा विनय सिंह ने 18वीं शताब्दी में एक महल के रूप में बनवाया था। यह चार मंजिला विशाल महल राजपूत और मुगल वास्तुकला की झलक प्रस्तुत करता है। वर्तमान में इसकी निचली मंजिल का उपयोग विभिन्न सरकारी कार्यालयों के लिए किया जाता है। इस महल की ऊपरी मंजिलों में एक बहुत ही सुंदर संग्रहालय है।
प्रवेश शुल्क
सिटी पैलेस अलवर में भारतीय और विदेशी दोनों तरह के पर्यटकों के लिए टिकट का प्रावधान है, एंट्री फ़ीस भारतीय नागरिकों के लिए 20 रुपये और विदेशी नागरिकों के लिए 200 रुपये है।
अलवर संग्रहालय (Alwar Museum)
अलवर आकर यदि आपने अलवर संग्रहालय नहीं देखा तो फिर क्या देखा। अलवर प्लेस संग्रहालय उन लोगों के लिए एक आदर्श जगह है जो यहाँ के शाही परिवारों की जीवनशैली में रुचि रखते हैं। इस जगह पर आपको कई दुर्लभ पांडुलिपियां मिल जायेंगी। कुछ पांडुलिया ऐसी भी हैं जो सम्राट बाबर के जीवन को दर्शाती हैं। इस जगह पर कुछ ऐतिहासिक तलवारें और हथियार भी हैं।
प्रवेश शुल्क
अलवर संग्रहालय में भारतीय और विदेशी दोनों तरह के पर्यटकों के लिए टिकट का प्रावधान है, एंट्री फ़ीस भारतीय नागरिकों के लिए 20 रुपये और विदेशी नागरिकों के लिए 200 रुपये है।
फ़तेह जंग गुम्बद (Fateh Jang Gumbad)
फ़तेह जंग गुम्बद अलवर की एक बहुत ही ख़ास पर्यटन स्थल है। यह एक शानदार मकबरा है जोकि कभी फतेह जंग को समर्पित किया था। आपको बता दूं कि फतेह जंग मुगल सम्राट शाहजहाँ के दयालु मंत्री थे। यह गुंबद देखने में काफ़ी ख़ूबसूरत है और हिंदू और इस्लामिक वास्तुकला का प्रतिनिधित्व करता है। इस गुंबद को हम गुंबदों और मीनारों के संयोजन के रूप में देख सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
फ़तेह जंग गुम्बद भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
मूसी महारानी की छतरी (Musi Maharani's Umbrella)
मूसी महारानी की छतरी अलवर का एक ख़ूबसूरत स्मारक है जो महाराजा बख्तावर सिंह और रानी मूसी की याद में बनाया गया था। यह उस समय के इतिहास का एक ऐसा प्रतीक है जिसे इंडो-इस्लामिक शैली का प्रतीक कहा जा सकता है। इस छतरी में तरह तरह की नक़्काशी की गई है।
प्रवेश शुल्क
यह भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
जैव विविधता पार्क (Biodiversity Park)
जैव विविधता पार्क अलवर की सबसे सुंदर जगहों में से एक है। इस जगह पर लोग शांति और सकून के साथ समय बिताना करते हैं। इस जगह पर पहुंचने के लिए आपको शहर से सिर्फ 2.5 किमी का सफर तय करना होगा। इस जगह पर आकर आप प्रकृति के अद्भुत नज़ारे देख सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
जैव विविधता पार्क में भारतीय और विदेशी दोनों तरह के पर्यटकों के लिए टिकट का प्रावधान है, एंट्री फ़ीस भारतीय नागरिकों के लिए 20 रुपये और विदेशी नागरिकों के लिए 200 रुपये है।
कंपनी गार्डन (Company Garden)
कंपनी गार्डन अलवर की एक बहुत ही प्रसिद्ध जगह है। इस जगह पर आकर आप ख़ुदके साथ समय बिता सकते हैं। यह जगह आपको शांति और सकून प्रदान करेगी। यह गार्डेन बहुत ही पुराना है और महाराजा श्योदान सिंह के द्वारा 1868 में बनाया गया था।
प्रवेश शुल्क
यह भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
सरिस्का महल (Sariska Palace)
सरिस्का महल को कुछ लोग सरिस्का प्लेस के नाम से भी जानते हैं। जिसे 1890 में महाराज जय सिंह ने महारानी विक्टोरिया के बेटे जोकि कनॉट के ड्यूक थे, के स्वागत के लिए बनाया गया था। यह महल एक जंगल के भीतर स्थित है जिसकी वजह से आप एक ख़ूबसूरत मौसम और प्राकृतिक वातावरण का भी मज़ा ले सकते हैं। इस महल की वास्तुकला को देख और एंजोय कर सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
यह भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
दधिकर किला (Dadhikar Fort)
अरावली की गोद में स्थित दधिकर किला लगभग 1100 साल पुराना है और अलवर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। जिसकी वजह से इस जगह पर दुनिया भर से सैलानी आते हैं। इस जगह की आबोहवा और किले की ख़ूबसूरती को देखना पसंद करते हैं। वर्तमान में यह क़िला एक पैलेस में तब्दील कर दिया गया है।
प्रवेश शुल्क
यह भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
नालदेश्वर तीर्थ (Naldeshwar Teerth)
नालदेश्वर तीर्थ के प्रति अलवर और आसपास के लोगों के मन में बहुत ज़्यादा आस्था है। जिसकी वजह से 24 किमी दूर सरिस्का बाघ अभ्यारण्य के अंदर स्थित इस शिव मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं। यह स्थान कई ख़ूबसूरत और चट्टानी पहाड़ियों से घिरा हुआ है। जिसकी वजह से इसकी सुंदरता और ज़्यादा बढ़ जाती है।
प्रवेश शुल्क
यह मंदिर भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
गर्भाजी झरना (Garbhaji Falls)
सिलीसेढ़ झील की यात्रा के समय आपको कई ख़ूबसूरत नज़ारे देखने को मिलते हैं। गर्भाजी झरना भी उसी में से एक है। यह झरना अलवर से लगभग 25 किमी की दूरी पर स्थित है। इस जगह पर पानी इतनी ऊपर से गिरता है कि मन रोमांच से भर जाए और पानी के गिरने से जो ख़ूबसूरत नज़ारा बनता है वह तो और भी लाजवाब होता है।
प्रवेश शुल्क
यह मंदिर भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
अजबगढ़ (Ajabgarh)
अजबगढ़ को एक पर्यटन स्थल के साथ प्रेतवाधित शहर के रूप में जाना जाता है। यह जगह भानगढ़ किले से महज़ 15 किमी किडूरी पर स्थित है। ऐसा बताया जाता है कि इस जगह पर जितने घर और दुकानें बनाई गई, वे या तो नष्ट होने लगी या खंडहर में तब्दील हो गई। अब इस जगह पर कोई नहीं रहता है।
प्रवेश शुल्क
यह भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है। यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
तालवृक्ष (Palm tree)
तालवृक्ष अलवर शहर से 45 किमी दूर स्थित एक बहुत ही ख़ूबसूरत पर्यटन स्थल है। यह जगह हजारों ताड़ के पेड़ों से घिरी हुई है। पौराणिक रूप से देखें तो यह वह जगह है जहां पर अर्जुन ने बंजर भूमि में तीर मारा था। यह स्थान आज भी उसी कभी न ख़त्म होने वाले गर्म पानी के झरने से समृद्ध है।
प्रवेश शुल्क
यह मंदिर भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
अलवर घूमने का सही समय – Best Time To Visit Alwar
राजस्थान एक ऐसी जगह है जहां पर सबसे ज़्यादा गर्मी पड़ती है। जिसकी वजह से इस दौरान जाना सही नहीं है। अलवर घूमने के लिए आप अक्टूबर से लेकर मार्च महीने तक का समय चुन सकते हैं।
अलवर कैसे पहुंचे?
हवाई जहाज से – हवाई जहाज के माध्यम से अलवर जाने वालों के लिए नज़दीकी हवाई अड्डा जयपुर है। इस एयरपोर्ट पर उतरकर आप अलवर के लिए टैक्सी ले सकते हैं।
सड़क मार्ग से – सड़क मार्ग से अलवर जाने के लिए आपको कई सारी सार्वजनिक और निजी बसें मिल जायेंगी। जिसके माध्यम से आप इस जगह पर पहुंच जाएँगे।
ट्रेन से – ट्रेन से अलवर जाने वाले यात्रियों के लिए नज़दीकी रेलवे स्टेशन अलवर में ही स्थित है। इस जगह पर आप ट्रेन के माध्यम से बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हैं।
अलवर में ठहरने के लिए 5 स्टार होटल
अमानबाग होटल
अजाबगढ़, रुंध नारायणी, राजस्थान - 301027
नीमराणा फोर्ट प्लेस
15th सेंचुरी, दिल्ली- जयपुर हाईवे, राजस्थान - 301027
राम बिहारी प्लेस
किशनपुर सिलीसेढ़, किशनपुर, राजस्थान - 301001
FAQ | अलवर में पर्यटन स्थलों के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले
अलवर घूमने में कितना दिन लगता है?
अलवर आप 2 से 3 दिन में आराम से घूम सकते हैंI
अलवर घूमने के लिए कितना पैसा चाहिए?
अगर आप बजट बना कर घूमते हैं तो आप 5000 से 7000 रूपए में अलवर आराम से घूम सकते हैंI
अलवर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा है?
अलवर घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का होता हैI इस समय यहाँ का मौसम काफी अच्छा होता है, जिससे आपको घूमने में आसानी होती हैI
मुझे अलवर में कहाँ रहना चाहिए?
अलवर में आपको कई सस्ते और महंगे होटल मिल जाएँगेI आप अपने बजट के अनुसार होटल का चुनाव कर सकते हैंI
रात के समय अलवर में घूमने के लिए कौन सी जगह हैं?
अलवर में आप रात में घूमने के लिए कई जगहें हैं। आप यहाँ के बाज़ार आदि घूम सकते हैंI रात में यहाँ की खूबसूरती देखते ही बनती हैI
हम रात में अलवर में क्या कर सकते हैं?
अलवर में ऐसे कई प्रसिद्ध जगह हैं, जहाँ आप रात में घूम सकते हैं, साथ ही रात में आप यहाँ के प्रसिद्ध व्यंजनों का भी लुफ्त उठा सकते हैंI