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दिल के साथ ही स्किन को रखना है जवां तो इस एक नुस्खे से होगा सब आसान: Arjuna Bark Benefits

अर्जुन की छाल का नियमित सेवन शरीर के लिए सुरक्षा कवच का काम करता है। खास बात यह है कि यह पेड़ भारत के अधिकांश हिस्सों में आसानी से मिल जाता है। लाइफस्टाइल से जुड़ी कई बीमारियों का रामबाण इलाज अर्जुन की छाल में छिपा है।
07:30 PM Jul 13, 2023 IST | Ankita Sharma
दिल के साथ ही स्किन को रखना है जवां तो इस एक नुस्खे से होगा सब आसान  arjuna bark benefits
Arjuna Bark Benefits
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Arjuna Bark Benefits: प्रकृति ने हमें पेड़ों के रूप में कई वरदान दिए हैं, उन्हीं में से एक है 'अर्जुन वृक्ष'। इस वृक्ष की छाल को सदियों से आयुर्वेद में औषधि के रूप में काम में लिया जा रहा है। इस सदाबहार पेड़ का वैज्ञानिक नाम 'टर्मिमिनेलिया अर्जुना' है। इसे धवल, कुकुभ और नाडिसार्ज भी कहा जाता है। लाइफस्टाइल से जुड़ी कई बीमारियों का रामबाण इलाज अर्जुन की छाल में छिपा है। सबसे खास बात यह है कि ये आपके दिल को सुरक्षित और सेहतमंद रखता है। इसके साथ ही यह अस्थमा, टीबी, अर्थराइटिस , कान में दर्द, शरीर में सूजन आदि को दूर भगाने में भी मददगार है। चलिए जानते हैं इस छाल में छिपे गुणों और उपचारों के विषय में।

गुण इतने की हैरान रह जाएंगे आप

अर्जुन की छाल का नियमित सेवन शरीर के लिए सुरक्षा कवच का काम करता है। खास बात यह है कि यह पेड़ भारत के अधिकांश हिस्सों में आसानी से मिल जाता है। इसका सेवन करना भी बेहद आसान है।

1. दिल को रखेगा सेहतमंद

Arjuna Bark Benefits
Arjuna's bark is best for keeping the heart healthy.

अर्जुन की छाल दिल को सेहतमंद रखने के लिए बेस्ट है। यह न सिर्फ दिल की सेहत सुधारती है, बल्कि उसे रिपेयर करने में भी मदद करती है। इस छाल में ब्लड प्रेशर को कम करने के साथ ही कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने की क्षमता होती है।

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1. अर्जुन की छाल में दालचीनी मिलाकर इसका सेवन करने से फायदा दोगुना हो जाता है। सुबह एक गिलास पानी में आधा टीस्पून अर्जुन छाल के पाउडर में चौथाई टीस्पून दालचीनी का पाउडर डालें। इस पानी को आधा होने तक उबालें। इस चाय का सेवन आप सुबह-सुबह करें। आप चाहें तो इसे सुबह-शाम दोनों टाइम लें। यह कई हार्ट प्रॉब्लम दूर करेगी।

2. अगर आपको महसूस हो रहा है कि आपकी दिल की धड़कन तेज चल रही है तो एक गिलास टमाटर के रस में एक टीस्पून अर्जुन छाल का पाउडर मिलाएं। इस मिश्रण का नियमित सेवन करें, इससे धड़कनें सामान्य रहती हैं।

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3. हार्ट ब्लोकेज और अटैक इन दिनों एक सामान्य परेशानी बनती जा रही है। ऐसे में अर्जुन छाल बहुत फायदेमंद है। इसके लिए एक कप बिना क्रीम के दूध में एक टीस्पून अर्जुन छाल का पाउडर मिलाकर इसका सुबह और शाम सेवन करें। इससे आपका हार्ट मजबूत होगा।

4. रात के भोजन के बाद आप दो टीस्पून अर्जुनारिष्ट लें और उसे आधा कप पानी में मिलाकर इसका सेवन करें। इस मिश्रण का दो से तीन माह तक सेवन करें, दिल की मांसपेशियां मजबूत होंगी।

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5. अर्जुन छाल का हलवा बहुत ही सेहतमंद होता है। इसके लिए आप 20 ग्राम गाय के घी में 50 ग्राम गेहूं भूनें। जब यह गुलाबी हो जाए तो इसमें लगभग एक टीस्पून अर्जुन छाल का पाउडर डालें। मिठास के लिए इसमें स्वादानुसार मिश्री डालें। फिर इसमें आवश्यकतानुसार पानी डालें। इस हलवे के नियमित सेवन से आपकी कई हार्ट प्राॅब्लम्स दूर होंगी।

6. अगर कभी आपके दिल की धड़कन अचानक बढ़ जाए तो अर्जुन छाल का एक टुकड़ा मुंह में रखकर उसे चूसें। इससे आपको आराम मिलेगा। यह ब्लड प्रेशर को भी कंट्र्रोल करेगी। आप कोशिश करें कि दिनभर में अर्जुन छाल का एक छोटा टुकड़ा मुंह में रखें।

अस्थमा का इलाज अर्जुन छाल

अर्जुन छाल सांस से जुड़ी बीमारियों को भी दूर करती है।
Arjun chaal also cures respiratory diseases.

अर्जुन छाल सांस से जुड़ी बीमारियों को भी दूर करती है। इससे अस्थमा सहित सांस से जुड़ी कई परेशानियां दूर होती हैं। इसके लिए अर्जुन छाल का पाउडर लें, इसको ताजे हरे अडूसे के पत्तों के रस में मिलाएं। इसे सुखा लें। इस प्रक्रिया को आप सात बार रिपीट करें। इसके बाद तैयार है आपका चूर्ण। इसका सेवन आप शहद में मिलाकर करें।

कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से भी बचाव

अर्जुन छाल का काढ़ा रोज पीना चाहिए
Decoction of Arjun chaal should be drunk daily.

अर्जुन छाल के गुणों की लिस्ट लंबी है। यह चमत्कारी छाल कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से लड़ने में भी मददगार है। इसकी छाल में नेचुरल एंटीकार्सिनोजेनिक होता है। इसके कारण यह एंटीकैंसर गुणों से भरपूर होती है। ऐसे में इसके नियमित सेवन से शरीर में कैंसर सेल का निर्माण नहीं होता है। इसके लिए अर्जुन छाल का काढ़ा रोज पीना चाहिए। एक टीस्पून अर्जुन की छाल के पाउडर में चौथाई टीस्पून दालचीनी का पाउडर मिलाएं, अब इसे एक गिलास पानी में उबाल लें। जब पानी आधा हो जाए तो इस काढ़े का सेवन करें। विशेषज्ञों के अनुसार अर्जुन छाल के साथ ही दालचीनी भी एंटीकैंसर गुणों से भरपूर होती है और इन दोनों का मिश्रण बहुत ही तेजी से शरीर पर असर दिखाता है।

नहीं होने देगी डायबिटीज  

 अर्जुन छाल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मददगार होते हैं।
The antioxidants present in Arjuna bark are helpful in controlling blood sugar.

डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए ब्लड शुगर कंट्रोल करना जरूरी होता है। इस काम में अर्जुन छाल और दालचीनी का मिश्रण कमाल का असर दिखाता है। अर्जुन छाल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मददगार होते हैं। वहीं दालचीनी भी शरीर में शुगर के लेवल को नियंत्रित करती है। इन दोनों में ही पॉलीपेनॉल्स सीरम ग्लूकोज होता है, जिसमें इंसुलिन को कम करने का गुण होता है। ऐसे में इन दोनों का काढ़ा डायबिटीज मरीजों की सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।

1. आप अर्जुन छाल, नीम छाल, आमलकी छाल, नीलकमल और हल्दी का काढ़ा भी पी सकते हैं। इसके लिए इन सभी को समान मात्रा में मिलाकर एक कप पानी में उबाल लें। जब यह आधा रह जाएगा, तब इसमें आधा चम्मच शहद मिलाकर इसका सेवन करें। इससे डायबिटीज कंट्रोल होती है।

2. इसके अलावा अर्जुन छाल के चूर्ण में समान मात्रा में देसी जामुन के बीजों का चूर्ण मिलाएं। अब इस मिश्रण को सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ लें, इससे फायदा होगा।

3. अर्जुन छाल, अजवाइन, कदम छाल, जामुन छाल को समान मात्रा में लेकर इसका पाउडर बना लें। इस मिश्रण को एक टीस्पून लेकर दो गिलास पानी में उबाल लें। जब यह आधा रह जाए तो इसका सेवन करें। इसे आप दिन में दो से तीन बार पी सकते हैं। इससे डायबिटीज कंट्रोल रखने में मदद मिलेगी।

इम्यूनिटी देगी अर्जुन छाल

अर्जुन छाल में प्राकृतिक फ्लेवोनोइड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं।
Arjuna bark has natural flavonoids and antioxidant properties.

अर्जुन छाल में प्राकृतिक फ्लेवोनोइड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं। जिससे शरीर की इम्यूनिटी पावर बढ़ती है। यह शरीर में होने वाले संक्रमणों को भी रोकने का काम करती है। अगर आप रोजाना अर्जुन छाल और दालचीनी के काढ़े का सेवन करेंगे तो इससे शरीर अंदर से मजबूत होगा। आप कई तरीके के वायरस अटैक और सर्दी जुकाम से बचे रहेंगे। इससे आपके शरीर का स्ट्रेंथ लेवल भी बढ़ता है।

वेट लॉस जर्नी में बनेगा मददगार

अगर आप भी वजन कम करने के मिशन में जुटे हैं तो अर्जुन की छाल आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन है।
If you are also engaged in the mission of reducing weight, then Arjun chaal is a good option for you.

अगर आप भी वजन कम करने के मिशन में जुटे हैं तो अर्जुन की छाल आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन है। हालांकि इसके लिए आपको अर्जुन छाल के साथ ही दालचीनी का उपयोग भी करना होगा। इन दोनों का मिश्रण आपके फैट को पिघलाने में मददगार बनेगा। इससे आपका मेटाबाॅलिज्म अच्छा होगा, जिससे पाचन तंत्र ठीक रहेगा और आपका वजन भी कम होगा। यह शरीर की एक्ट्रा कैलोरी को बर्न करने का भी काम करेंगे। इसके लिए आप रोज सुबह खाली पेट अर्जुन छाल और दालचीनी का काढ़ा पिएं। आप एक गिलास पानी में एक चम्मच अर्जुन छाल का पाउडर लें और उसमें आधा इंच दालचीनी का टुकड़ा डालें। अब पानी को आधा होने तक उबाल लें और गुनगुने काढ़े का सेवन करें। आपको कुछ ही देर में इसका असर नजर आएगा।

बढ़ाती है ब्लड सर्कुलेशन  

शरीर की कई परेशानियां खराब ब्लड सर्कुलेशन के कारण भी होती हैं।
Many problems of the body are also due to poor blood circulation.

शरीर की कई परेशानियां खराब ब्लड सर्कुलेशन के कारण भी होती हैं। इस परेशानी से अर्जुन छाल लड़ने में सक्षम है। अर्जुन छाल, दालचीनी का काढ़ा नियमित रूप से पिएं, इससे ब्लड पतला होता है और शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही होता है। जब हमारा ब्लड सर्कुलेशन सही होता है तो हार्ट की पंपिंग क्षमता भी सुधरती है।

ब्लड प्रेशर करती है कम

अर्जुन छाल शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके लिपिड ट्राइग्लिसराइड के स्तर को घटती है।
Arjuna chaal decreases the level of lipid triglyceride by reducing the level of cholesterol in the body.

अर्जुन छाल शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके लिपिड ट्राइग्लिसराइड के स्तर को घटती है। अर्जुन छाल का काढ़ा पीने से शरीर में ब्लड फ्लो सही होता है। इससे शरीर की अवरुद्घ धमनियां खुलती हैं। जिससे केलेस्ट्राॅल का स्तर कम होता है। इसके लिए एक टीस्पून अर्जुन छाल के पाउडर को दो गिलास पानी में उबालें। जब यह आधा हो जाए तो इसका सेवन करें।

स्किन और हेयर के लिए बेस्ट

प्रदूषण और बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल का सीधा असर हमारी स्किन और हेयर पर पड़ता है।
Pollution and spoiled lifestyle have a direct effect on our skin and hair.

प्रदूषण और बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल का सीधा असर हमारी स्किन और हेयर पर पड़ता है। इन्हें सुधारने में अर्जुन छाल आपकी मदद कर सकता है। यह न सिर्फ शरीर को अंदर से मजबूत और स्वस्थ बनाती है, बल्कि यह स्किन और बालों के लिए भी फायदेमंद होती है। अगर आप भी पिंपल्स से परेशान हैं तो अर्जुन छाल की चूर्ण को शहद में मिलाकर इसका फेस पैक लगाएं, इससे स्किन पर ग्लो आएगा। इसी के साथ अर्जुन छाल के पाउडर में बादाम, हल्दी और कपूर को बराबर मात्रा में मिलाकर उबटन बना लेें। इसे चेहरे पर लगाएं। इससे आपके चेहरे की झुर्रियां खत्म होंगी। अगर आपके बाल दोगुंह के हो रहे हैं या फिर उनकी चमक खोती जा रही है तो आप मेहंदी में अर्जुन छाल का पाउडर मिलाकर लगाएं। इससे सफेद बाल काले होंगे और बालों की चमक भी बढ़ेगी।

सूजन की समस्या होगी छूमंतर  

शरीर में अगर सूजन है तो अर्जुन छाल की चाय का नियमित सेवन करें।
If there is swelling in the body, then take Arjun bark tea regularly.

शरीर में अगर सूजन है तो अर्जुन छाल की चाय का नियमित सेवन करें। दरअसल, इस चाय के कारण मूत्र अधिक आता है, जिससे गुर्दे सेहतमंद रहते हैं। जब गुर्दे सही से काम करेंगे तो शरीर में सूजन नहीं आती है। सूजन कम करने के लिए आप अर्जुन छाल और गंगरेन की जड़ का चूर्ण बराबर मात्रा में लें। इस मिश्रण का आधा टीस्पून सुबह और शाम को दूध के साथ लें। इससे न सिर्फ सूजन कम होती है, बल्कि दर्द भी कम होता है।

पेट दर्द से दिलाए राहत  

अर्जुन की छाल पेट दर्द और एसिडिटी से राहत दिलाने में भी मददगार होती है। 
Bark of Arjuna is also helpful in providing relief from stomachache and acidity.

अर्जुन की छाल पेट दर्द और एसिडिटी से राहत दिलाने में भी मददगार होती है।  इसके लिए आप अर्जुन छाल का काढ़ा पिएं। कई बार पीरियड्स के कारण भी कई महिलाओं और युवतियों को पेट दर्द और ज्यादा रक्त स्राव की समस्या हो जाती है। ऐसे में अर्जुन छाल का सेवन करें। इसके लिए एक टीस्पून अर्जुन छाल का पाउडर लें, इसे एक कप दूध में उबालें। जब यह आधा रह जाए तो इसमें मिश्री डालकर इसका सेवन करें। दिन में दो से तीन बार इसका सेवन करने से लाभ मिलेगा।

हड्डियों को देती है मजबूती

हड्डियों को मजबूत रखने में अर्जुन छाल लाभकारी है।
Arjun bark is beneficial in keeping bones strong

हड्डियों को मजबूत रखने में अर्जुन छाल लाभकारी है। इससे हड्डियों के दर्द में भी आराम मिलता है। अगर आपकी हड्डी टूट गई है तो अर्जुन छाल के सेवन से उसे जुड़ने में मदद मिलेगी। इसके लिए एक टीस्पून अर्जुन छाल का चूर्ण लें, दिन में तीन बार दूध के साथ इसका सेवन करें। हड्डियां मजबूत होंगी। अगर हड्डी टूट गई है या उसमें दर्द है तो अर्जुन छाल को गाय के घी में पीस लें, इस लेप को प्रभावित स्थान पर लगाकर पट्टी बांध लें। आपको आराम मिलेगा।

बुखार, खांसी और टीबी ठीक करने में फायदेमंद

कई बार मौसम में बदलाव या फिर इंफेक्शन के कारण बुखार हो जाता है।
Many times fever occurs due to change in weather or infection.

कई बार मौसम में बदलाव या फिर इंफेक्शन के कारण बुखार हो जाता है। अगर आप भी बुखार को जल्दी ठीक करना चाहते हैं तो फिर अर्जुन छाल की मदद लें। इसके लिए आप अर्जुन छाल की चाय पिएं। अगर आप एक टीस्पून अर्जुन छाल के पाउडर का गुड़ के साथ सेवन करेंगे तो भी आपको आराम मिलेगा।  इससे खांसी में भी आराम मिलेगा। अर्जुन छाल, केवांच बीच पूर्ण और नागबला को 2 से 4 ग्राम लें, इसमें घी, शहद और मिश्री मिलाएं। फिर इस पेस्ट का दूध के साथ सेवन करें। इससे टीबी से राहत मिलेगी।

अर्जुन छाल पीने का सही तरीका और समय

अर्जुन छाल की तासीर गर्म होती है, ऐसे में गर्मी के दिनों में इसका ज्यादा सेवन करने से बचना चाहिए।
The effect of Arjun bark is hot, in such a situation, excessive consumption should be avoided during summer.

अर्जुन छाल के गुणों को तो हमने जान लिया, लेकिन इसके सेवन के भी कुछ नियम हैं। अर्जुन छाल की तासीर गर्म होती है, ऐसे में गर्मी के दिनों में इसका ज्यादा सेवन करने से बचना चाहिए। हालांकि यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप इसे कौनसी बीमारी को ठीक करने के लिए ले रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार तीन से चार सप्ताह तक इसका नियमित सेवन किया जा सकता है। अगर आपका रोग गंभीर है तो दो से तीन माह तक आप डाॅक्टरी सलाह के बाद इसे ले सकते हैं। हार्ट से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए सुबह इसका सेवन करना सेफ माना जाता है।

अर्जुन छाल के नुकसान

अर्जुन छाल के अनगिनत गुण हैं, लेकिन कई बार कुछ लोगों को इसके सेवन से परेशानियों का सामाना भी करना पड़ता है। ऐसे में इसका सेवन करने से पहले एक बार डाॅक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

1. कई बार अर्जुन छाल के सेवन से पेट दर्द और ऐंठन की परेशानी हो सकती है।

2. अर्जुन छाल का स्वाद कई बार लोगों को पसंद नहीं आता है, ऐसे में जी मिचलाने या उल्टी जैसी परेशानी हो सकती है।

3. कुछ लोगों को इस छाल से एलर्जी भी होती है, इसलिए डाॅक्टरी सलाह के बाद इसे लें।

4.  अर्जुन छाल के सेवन से कुछ लोगों को कब्ज तो कुछ को दस्त की परेशानी हो सकती है।

5. अनिद्रा, सिरदर्द जैसी परेशानियां भी कुछ लोगों को हो सकती है।

FAQ | क्या आप जानते हैं

अर्जुन छाल क्या है और इसके फायदे क्या हैं?

अर्जुन छाल अर्जुन पेड़ की छाल होती है और आयुर्वेदिक चिकित्सा में इसका उपयोग हृदय रोगों, उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, पाचन सिस्टम को सुधारने, अंतिमाशाय के रोगों के लिए किया जाता है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है, रक्त परिसंचार को सुधारता है और हृदय के लिए लाभदायक होता है।

अर्जुन छाल कैसे उपयोग करें और कितनी मात्रा में लें?

अर्जुन छाल को पाउडर की आकार में उपयोग किया जा सकता है। आप इसे गर्म पानी के साथ मिलाकर सेवन कर सकते हैं। सामान्य रूप से, दिन में 1-2 ग्राम अर्जुन छाल का सेवन किया जाता है। इसके अलावा, आप अर्जुन छाल के छोटे टुकड़ों का चूर्ण बना कर इसे अपनी चाय या काढ़े में डालकर पी सकते हैं।

अर्जुन छाल के सेवन से कोई दुष्प्रभाव हो सकते हैं?

अर्जुन छाल का सेवन सामान्यतः सुरक्षित होता है, लेकिन कुछ लोगों को इसके सेवन से पहले अलर्जी, पेट में दर्द, गैस, एलर्जी या बदहजमी की समस्या हो सकती है। अगर आप पहली बार अर्जुन छाल का सेवन कर रहे हैं, तो घुटनों के दर्द, या अन्य असामान्य प्रतिक्रिया महसूस हो, तो इसे बंद कर देना चाहिए। अगर आप किसी खास मेडिकल कंडीशन में हैं, तो पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।

क्या अर्जुन की चाल हार्ट ब्लॉकेज के लिए अच्छी है?

हां, अर्जुन की छाल हार्ट ब्लॉकेज के लिए उपयोगी मानी जाती है। इसका नियमित सेवन हृदय स्वास्थ्य को सुधारने और रक्त परिसंचार को सुधारने में मदद कर सकता है।

अर्जुन की छाल कौन सी बीमारी में काम आती है?

अर्जुन की छाल कई बीमारियों के इलाज में मददगार साबित होती है। यह हृदय संबंधी समस्याओं, मस्तिष्क रोगों, मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने, गैस्ट्रोइंटेस्टिनल रोगों और अन्य रोगों के इलाज में उपयोगी होती है।

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