20+ बनारस में घूमने के लिए बेहतरीन स्थान और प्रमुख दर्शनीय स्थल
Banaras Me Ghumne ki Best Jagah: बनारस, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक बहुत ही प्रसिद्ध नगर हैI इसे 'वाराणसी' और 'काशी' के नाम से भी जाना जाता हैI शिव की नगरी नाम से विख्यात इस नगर को हिन्दू धर्म में एक पवित्र नगर माना गया हैI पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस नगर की स्थापना हिन्दू भगवान शिव ने लगभग 5000 वर्ष पूर्व की थी, इसी वजह से ये स्थान आज भी एक महत्त्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता हैI स्कन्द पुराण, रामायण, महाभारत एवं प्राचीनतम वेद ऋग्वेद सहित कई हिन्दू ग्रन्थों में इस नगर का उल्लेख किया गया हैI आइए बनारस के बारे में और अधिक विस्तार से जानते हैं कि ये शहर क्यों इतना खास है और यहाँ घूमने के लिए कौन-कौन सी प्रसिद्ध जगहें हैंI
बनारस में घूमने के लिए 20 खूबसूरत जगह – Famous Places in Banaras
जगह | शहर से दूरी/किलोमीटर |
काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) | 6.6 Km |
दशाश्वमेध घाट (Dashashwamedh Ghat) | 6.7 Km |
श्री दुर्गा मंदिर (Shri Durga Temple) | 7.6 Km |
असी घाट (Assi Ghat) | 8.2 Km |
तुलसी घाट (Tulsi Ghat) | 7.7 Km |
धमेक स्तूप (Dhamek Stupa) | 10.5 Km |
भारत माता मंदिर (Bharat Mata Mandir) | 2.8 Km |
काल भैरव मंदिर (Kaal Bhairav Mandir) | 3.3 Km |
भारत कला भवन (Bharat Kala Bhavan) | 8.4 Km |
अशोक खम्बा (Ashoka Pillar) | 9 Km |
रामनगर किला (Ramnagar Fort) | 10.7 Km |
इस्कॉन मंदिर (ISKCON Temple) | 30 Km |
अलकनंदा क्रूस (Alaknanda Cruise) | 8.8 Km |
संत रविदास स्मारक पार्क (Sant Ravidas Memorial Park) | 7 Km |
दीनदयाल हस्तकला संकुल (Deendayal Hastkala Sankul) | 10.6 Km |
मणिकर्णिका घाट (Manikarnika Ghat) | 6.8 Km |
चंद्रप्रभा वाइल्डलाइफ (Chandraprabha Wildlife) | 69.5 |
चुनर फोर्ट (Chunar Fort) | 28.6 Km |
सारनाथ (Sarnath) | 9.5 Km |
संकटमोचन हनुमान मंदिर (Sankatmochan Hanuman Temple) | 8 Km |
काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple)
काशी विश्वनाथ मंदिर, भगवान शिव को समर्पित सबसे प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक माना जाता हैI यह मंदिर बनारस के विश्वनाथ गली में पवित्र गंगा नदी के पश्चिमी तट पर स्थित है और यह प्रसिद्ध बारह ज्योतिर्लिंगों में से भी एक हैI मंदिर परिसर के अंदर भगवान शिव की एक बड़ी सी प्रतिमा स्थापित हैI प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहाँ भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैंI
प्रवेश शुल्क
इस मंदिर में दर्शन करने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI यह मंदिर रात के 2:30 बजे से लेकर रात के 11 बजे तक खुला रहता हैI साथ ही यहाँ समय-समय पर आरती भी की जाती है और भोग का वितरण भी किया जाता हैI
दशाश्वमेध घाट (Dashashwamedh Ghat)
दशाश्वमेध का अर्थ है, वह स्थान जहां पर भगवान ब्रह्म ने दस अश्वों की बलि दी थीI ऐसा भी कहा जाता है कि सन1740 में बाजीराव पेशवा-प्रथम ने इस घाट का पुनर्निर्माण कराया थाI इसके बाद इंदौर की महारानी, अहिल्याबाई होल्कर ने 1774 इसे फिर से बनवायाI यह बनारस के दर्शनीय स्थल में से एक प्रसिद्ध स्थान हैI यह घाट बनारस में गंगा नदी पर विश्वनाथ मंदिर के निकट स्थित मुख्य घाट हैI दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती बहुत ही प्रसिद्ध हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ किसी भी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI यहाँ शाम के समय 6:30 बजे से लेकर 7:45 तक आरती होती है, ये आरती बेहद मनमोहक होती हैI
श्री दुर्गा मंदिर (Shri Durga Temple)
बनारस के प्रसिद्ध मंदिर श्री दुर्गा मंदिर को दुर्गा कुंड मंदिर के नाम से भी जाना जाता हैI माँ दुर्गा को समर्पित इस मंदिर का निर्माण 18 शताब्दी में नटोर की रानी भवानी ने करवाया थाI इस मंदिर को बनाने के लिए लाल बलुआ पत्थर का इस्तेमाल किया गया हैI मंदिर में माता दुर्गा के अलावा यहाँ मां काली, मां सरस्वती, मां लक्ष्मी और भैरवनाथ आदि की भी मूर्तियाँ स्थापित की गई हैंI नवरात्रि के समय यहाँ भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ लगती हैI
प्रवेश शुल्क
इस मंदिर में प्रवेश करने के लिए किसी तरह को कोई शुल्क नहीं देना पड़ता हैI यह मंदिर सुबह 5 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक खुला रहता हैI
असी घाट (Assi Ghat)
बनारस में कुल 84 घाट बने हुए हैंI इन घाटों में सबसे प्रमुख घाट अस्सी घाट ही हैI गंगा नदी और असी नदियों के संगम पर स्थित असी घाट बनारस का सबसे दक्षिणी और प्रमुख घाट हैI यहाँ आने पर तीर्थ यात्री एक पीपल के पेड़ के नीचे एक विशाल लिंगम के रूप में भगवान शिव को श्रद्धांजलि देने से पहले स्नान करते हैंI असी घाट वही प्रसिद्ध जगह है, जहाँ पर कवि तुलसीदास जी ने रामचरितमानस की रचना की थीI हर साल यहाँ भव्य मेले का आयोजन भी किया जाता हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ जाने पर आपको कोई प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता है, यह स्थान 24 घंटे खुला रहता हैI आप यहाँ कभी भी आ सकते हैंI
तुलसी घाट (Tulsi Ghat)
तुलसी घाट का नाम प्रसिद्ध कवि तुलसीदास जी के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने रामचरित मानस की रचना की हैI पहले इस घाट को लोलार्क घाट के नाम से भी जाना जाता थाI यह घाट करीब 4 मिल लंबा है और इस घाट के अंदर 84 छोटे- छोटे घाट भी बनें हुए हैI
प्रवेश शुल्क
इस घाट को देखने के लिए प्रवेश शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता हैI आप यहाँ निशुल्क घूम सकते हैंI
धमेक स्तूप (Dhamek Stupa)
यह स्तूप बनारस से तक़रीबन 13 किमी की दूरी पर स्थित एक विशाल स्तूप हैI धमेक स्तूप को धमेख या धमेखा भी कहा जाता हैI यह स्तूप ईंटों और पत्थरों का एक ठोस सिलेंडर हैI इसकी ऊंचाई तक़रीबन 43.6 मीटर हैI
प्रवेश शुल्क
इस स्तूप को देखने के लिए आपको टिकट लेना पड़ता हैI यहाँ भारतीय पर्यटकों के लिए 15 रूपए और विदेशी पर्यटकों के लिए 200 रूपए का टिकट लगता हैI यह स्तूप सुबह 6 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक खुला रहता हैI
भारत माता मंदिर (Bharat Mata Mandir)
यह मंदिर बनारस में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर में स्थित हैI भारत माता को समर्पित इस मंदिर में पारंपरिक रूप से देवी-देवताओं की मूर्तियां रखने के बजाय यहाँ संगमरमर में उकेरे गए अविभाजित भारत का विशाल नक्सा रखा गया हैI इस मंदिर का नाम भारत माता मंदिर इसलिए रखा गया है क्योंकि यहाँ आपको भारत से संबंधित सभी जानकारी मिल जाएगीI
प्रवेश शुल्क
यहाँ जाने पर कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI यह सुबह 7 बजे से लेकर शाम के 5:30 बजे तक खुला रहता हैI
काल भैरव मंदिर (Kaal Bhairav Mandir)
यह मंदिर बनारस में स्थित सबसे पुराने मंदिरों में से एक माना जाता हैI इस मंदिर को ‘काशी कोतवाल’ मंदिर के नाम से भी जाना जाता हैI इस मंदिर का स्थानीय लोगों के बीच हिंदू धर्म में महान ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व हैI ऐसी धार्मिक मान्यता है कि इस शहर में कोई भी शुभ काम शुरू करने से पहले बाबा काल भैरव की पूजा अर्चना की जाती हैI
प्रवेश शुल्क
इस मंदिर में दर्शन के लिए प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI आप यहाँ निशुल्क दर्शन कर सकते हैंI
भारत कला भवन (Bharat Kala Bhavan)
यह भवन बनारस हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में स्थित एक विश्वविद्यालय संग्रहालय हैI यहाँ पर भारतीय कला और संस्कृति को बेहद करीब से देखा जा सकता हैI यह बनारस शहर का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल भी माना जाता हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ भारतीय पर्यटकों के लिए 5 रूपए का टिकट और विदेशी पर्यटकों के लिए 40 रूपए का टिकट लगता हैI वैसे तो यह भवन सुबह 10:30 बजे से शाम के 4:30 बजे तक खुला रहता है, लेकिन मई-जून महीने में इस समय में बदलाव किया जाता हैI उस समय यह संग्रहालय सुबह 10:30 बजे से दिन के 1:30 बजे तक ही खुला रहता हैI
अशोक खम्बा (Ashoka Pillar)
अशोक खम्बा मूलरूप से मौर्य साम्राज्य के समय लगभग 250 ईसा पूर्व में सम्राट अशोक द्वारा सारनाथ के महत्वपूर्ण बौद्ध स्थल पर बनवाया गया थाI इसे अशोक स्तंभ भी कहा जाता हैI इसकी ऊँचाई तक़रीबन 2.15 मीटर हैI
प्रवेश शुल्क
अशोक खम्बा देखने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI बनारस घूमने आने वाले पर्यटकों के बीच अशोक खम्बा काफी ज्यादा लोकप्रिय हैI
रामनगर किला (Ramnagar Fort)
यह किला, तुलसी घाट के सामने गंगा नदी के पूर्वी तट पर स्थित हैI इसका निर्माण सन 1750 में काशी नरेश राजा बलवंत सिंह ने करवाया थाI इसकी संरचना में बलुआ पत्थर और मुगल शैली का इस्तेमाल किया गया थाI यह बनारस का एक प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल भी हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ भारतीय पर्यटकों के लिए 15 रूपए का टिकट और विदेशी पर्यटकों के लिए 400 रूपए का टिकट लगता हैI यह किला सुबह 10 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक खुला रहता हैI
इस्कॉन मंदिर (ISKCON Temple)
यह मंदिर भगवान श्री कृष्ण को समर्पित एक खूबसूरत मंदिर हैI इस मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना की जाती हैI इस्कॉन मंदिर दुर्गाकुंड रोड पर दुर्गा कुंड थाने के पास स्थित हैI
प्रवेश शुल्क
इस मंदिर में दर्शन करने के लिए कोई प्रवेश शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता हैI
अलकनंदा क्रूस (Alaknanda Cruise)
अलकनंदा क्रूज पर सवारी करके आप बनारस के सभी 84 घाटों को दोनों ओर से अर्धवृत्त के रूप में करीब से देखने का आनंद ले सकते हैंI वैसे भी सूर्यास्त के बाद बनारस के घाटों की सुन्दरता देखते ही बनती हैI शाम के समय सुंदर सजावटी रोशनी से यहाँ के घाट जगमगा उठते हैंI
प्रवेश शुल्क
इस क्रूज पर जाने के लिए आपको टिकट लेना पड़ता हैI क्रूस का फीस 750 रूपए है, इसके अलावा इसमें जीएसटी अलग से चार्ज किया जाता हैI
संत रविदास स्मारक पार्क (Sant Ravidas Memorial Park)
संत रविदास घाट बनारस का दक्षिणी और सबसे बड़ा घाट माना जाता हैI यह 25 एकड़ में फैला हुआ हैI अधिकांश पर्यटक धार्मिक महत्व के कारण यहाँ घूमने के लिए आते हैंI इस स्थान को संत रविदास स्मारक पार्क के नाम से भी जाना जाता हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ आने पर आपको कोई भी प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता है, आप निशुल्क इस पार्क में घूमने का आनंद ले सकते हैंI
दीनदयाल हस्तकला संकुल (Deendayal Hastkala Sankul)
यह बनारस के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थानों में से एक हैI यह कपड़ा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विकसित एक आधुनिक और एकीकृत सुविधा हैI 7 नवंबर 2014 को भारत के प्रधानमंत्री ने बनारस के बादलपुर में दीनदयाल हस्तकला संकुल की आधारशिला रखी थीI
प्रवेश शुल्क
इस स्थान पर आने के लिए आपको कोई प्रवेश शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता हैI
मणिकर्णिका घाट (Manikarnika Ghat)
यह घाट बनारस का सबसे पुराना घाट हैI ये लोगों के बीच बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध हैI इसकी प्रसिद्ध का कारण है कि इसके साथ कई पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई हैंI एक कथा के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव ने माता पार्वती को अकेला छोड़ दियाI उस समय बनारस का मणिकार्णिका घाट ही था, जिस पर उन्होंने सबसे ज्यादा समय बिताया थाI इसीलिए दिव्यांग आत्मा के दाह संस्कार के लिए यहां पर द्वापर युग से ही प्रथा चली आ रही हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ आने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI आप यहाँ कभी भी आ सकते हैंI
चंद्रप्रभा वाइल्डलाइफ (Chandraprabha Wildlife)
चंद्रप्रभा वाइल्डलाइफ बनारस से तक़रीबन 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैI इस वाइल्डलाइफ में आपको कई सारे झरने देखने को मिलेगे, जो पर्यटकों को अपनी ओर काफी ज्यादा आकर्षित करती हैंI यहाँ राजदारी और देवदारी झरने प्रमुख हैंI देवदारी झरने की एक खासियत है कि इस झरने के अंदर एक कुंड बना हुआ है और अगर कोई इस कुंड में पत्थर फेकता है तो वह पानी में नीचे नहीं जाता, बल्कि वह वापस आपके पास आ जाता हैI
चुनर फोर्ट (Chunar Fort)
यह फोर्ट बनारस शहर के बाहरी इलाके में स्थित है और लोकप्रिय पिकनिक स्थानों में से भी एक हैI बनारस के आस-पास आपको कई प्राचीन ऐतिहासिक स्थल मिल जाएँगे, जो स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच काफी ज्यादा लोकप्रिय हैI
प्रवेश शुल्क
इस फोर्ट में प्रवेश बिल्कुल निशुल्क है और यह फोर्ट सुबह 10 बजे से शाम के 4 बजे तक खुला रहता हैI
सारनाथ (Sarnath)
सारनाथ बनारस से तक़रीबन 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैI यहां आसानी से पहुंचा जा सकता हैI यह वही स्थान है जहाँ पर गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया थाI ऐसा भी कहा जाता है कि सारनाथ बौद्ध धर्म के चार प्रमुख स्थानों में से एक हैI यहां पर कई धार्मिक स्तूप पाए जाते हैंI
प्रवेश शुल्क
यहाँ आने वाले भारतीय पर्यटकों के लिए 25 रूपए का और विदेशी पर्यटकों के लिए 300 रूपए का टिकट लगता हैI
संकटमोचन हनुमान मंदिर (Sankatmochan Hanuman Temple)
वैसे तो जब आप बनारस जायेंगे तो आपको बनारस की गलियों में कई सारे मंदिर देखने को मिलेंगे और इन्हीं मंदिरों में बनारस का संकट मोचन मंदिर बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध हैI इस मंदिर में राम भक्त हनुमान जी की सुंदर प्रतिमा स्थापित की गई हैI
प्रवेश शुल्क
इस मंदिर में दर्शन बिलकुल निशुल्क हैI यहाँ मंगलवार के दिन भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ लगती हैI
बनारस घूमने का सही समय – Best time to visit Banaras
बनारस घूमने जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से लेकर मार्च तक का महीना होता हैI इस समय यहाँ ठंडी पड़ती है, जिसकी वजह से यहाँ का मौसम घूमने के लिहाज से काफी ज्यादा अच्छा होता है और घूमने-फिरने में भी कोई परेशानी नहीं होती हैI
बनारस कैसे पहुंचें?
हवाईमार्ग – अगर आप बनारस हवाई से पहुँचाना चाहते हैं तो लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट यहाँ का नजदीकी एयरपोर्ट हैI यह शहर के केन्द्र से तक़रीबन 25 किमी कि दूरी पर स्थित हैI
रेलमार्ग – यहाँ का नजदीकी रेलवे स्टेशन बनारस रेलवे जंक्शन हैI यह स्टेशन रेल माध्यम से देश के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है, आप यहाँ ट्रेन से आसानी से पहुँच सकते हैंI
सड़कमार्ग – बनारस, उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों और पड़ोसी राज्यों से सरकारी बसों और प्राइवेट एसी बसों द्वारा भी जुड़ा हुआ हैI
बनारस में ठहरने के लिए 5 स्टार होटल
रेडिसन होटल बनारस
आरएच टॉवर, बनारस छावनी, बनारस , उत्तर प्रदेश
ताज गंगा, बनारस
मैदान, नदेसर पैलेस, बनारस , उत्तर प्रदेश
बृजराम पैलेस, बनारस
दरभंगा घाट, दशाश्वमेध, उत्तर प्रदेश
FAQ | बनारस में पर्यटन स्थलों के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले
बनारस आप 2 से 3 दिन में अच्छे से घूम सकते हैंI
अगर आप बजट बना कर घूमते हैं तो आप 2000-3000 रूपए में बनारस आराम से घूम सकते हैंI
बनारस घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का होता हैI इस समय यहाँ का मौसम काफी ज्यादा अच्छा होता है, जिससे आपको यहाँ घूमने में काफी ज्यादा मजा आता हैI
बनारस में आपको कई सस्ते और महंगे होटल मिल जाएँगेI आप अपने बजट व पसंद के अनुसार होटल का चुनाव कर सकते हैंI
बनारस में आप रात के समय यहाँ के घाटों पर होने वाली आरती का आनंद ले सकते हैंI
बनारस में ऐसे कई प्रसिद्ध जगह हैं, जहाँ आप रात में घूम सकते हैं, अलग-अलग घाटों पर होने वाली मनमोहक आरती देख सकते हैंI साथ ही रात में आप यहाँ के प्रसिद्ध व्यंजनों का भी लुफ्त उठा सकते हैंI