हींग सिर्फ मसाला ही है, चमत्कारी औषधि भी: Benefits and Uses of Hing
Benefits and Uses of Hing: हींग ऐसा मसाला है जिसका प्रयोग केवल विभिन्न भारतीय खाने में ही नहीं किया जाता है बल्कि लंबे समय तक स्टोर करने योग्य अचार, चटनी बनाने के काम भी आती है। इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, एंटीबॉॅयोटिक गुणों और गर्म तासीर की वजह से यह कई संक्रामक बीमारियों की रोकथाम में भी फायदेमंद है। आइये हींग के कुछ चिकित्सीय और रोगनाशक गुणों के बारे में जानें-
हाई ब्लड प्रेशर करे नियंत्रित

हींग का इस्तेमाल हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है। इसमें मौजूद कौमारिन तत्व खून को पतला करने में मदद करता है और इसे जमने नहीं देता। नियमित रूप से हींग का सेवन बढ़े हुए कोलेस्ट्राल को कम करती है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखती है। लो ब्लड प्रेशर में हींग के पाउडर में थोड़ा-सा नमक मिलाकर पानी के साथ पीने से आराम मिलता है।
इंसुलिन
हींग के नियमित सेवन से शरीर में ज्यादा इंसुलिन बनता है और ब्लड शुगर का स्तर सामान्य हो जाता है। ब्लड शुगर घटाने के लिए एक-चौथाई चम्मच हींग के पाउडर में 2 चम्मच करेले का रस मिलाकर पिएं।
पेट संबंधी समस्याएं
दैनिक आधार पर हींग की छोटी-सी मात्रा अपच, पेट खराब, गैस, पेट फूलना जैसी जठरांत्र समस्याओं की अद्भुत दवा है। पेट में दर्द होने पर एक कप गर्म पानी में थोड़ी-सी हीेंग डाल कर उबालें। इस पानी में कपड़ा भिगोकर पेट की सिंकाई करेें। अचानक हुए पेट दर्द, पेट फूलना या पेट में भारीपन होने पर थोड़ी सी हींग केा पानी में घोलकर हल्का गर्म करें। इसे नाभि और उसके आसपास पेट पर गोलाई में लगाएं। तुरंत आराम मिलेगा। पेट दर्द या अफरने पर अजवाइन और नमक के साथ चुटकी भर हींग मिलाकर खाएं।
गैस की समस्या

- पेट में गैस की समस्या में आधा कप गुनगुने पानी या लस्सी में एक चुटकी हींग मिलाकर खाने के बाद पीना लाभकारी है। आधे से एक ग्राम भुनी हींग में अजवाइन और काला नमक मिलाकर गर्म पानी के साथ लेने से गैस बननी बंद हो जाती है। पेट फूलने की समस्या होने पर एक कप गर्म पानी में एक-चौथाई चम्मच सूखा अदरक पाउडर, एक-एक चुटकी काला नमक और हींग मिला कर पीने से काबू पाया जा सकता है।
- अपच से परेशान हैं, तो अपने रोज के खाने में हींग का प्रयोग करें। भूख कम लगने केी स्थिति में खाने से पहले घी मंे भुनी हींग और अदरक का एक टुकड़ा मक्खन के साथ लेना मददगार है।
- कब्ज की शिकायत होने पर हींग के पाउडर में थोड़ा सा मीठा सोडा मिलाकर रात को सोने से पहले लें। इससे पेट साफ होगा। इसी तरह दस्त लगने पर 10-10 ग्राम हींग, सफेद जीरा, सोंठ, सेंधा नमक मिलाकर पीस कर बोतल में रख लें। इस मिश्रण का 1-1 चम्मच गुनगुने पानी के साथ दिन में तीन बार लेने से आराम मिलेगा।
अस्थमा
अस्थमा, ब्रोंकाइटिस जैसी सांस की बीमारियों के इलाज में हींग सहायक है। हींग पाउडर, सूखे अदरक का पाउडर और दो चम्मच शहद मिलाएं। इस मिश्रण का एक-एक चम्मच दिन में तीन बार लें। दो चम्मच शहद में एक चौथाई चम्मच हींग और आधा-आधा चम्मच प्याज अैार पान का रस मिलाकर दिन में तीन बार लें। गर्म पानी में एक चुटकी हींग मिला कर पीने से ब्रोंकाइटिस में राहत मिलती है।
सर्दी-जुकाम
सर्दी-जुकाम में हींग के पाउडर में थोड़ा सा पानी मिलाकर पेस्ट बनाए। इसे चेस्ट पर लगाने से आराम मिलता है। जुकाम के कारण बंद हुई नाक के लिए हींग नेबुलाइजर का काम करती है। एक कप उबलते पानी में 1-2 चम्मच हींग मिलाकर उसकी खुशबू सूंघे। कफ होने पर 1-1 ग्राम मात्रा में हींग, सोंठ और मुलहठी बारीक पीस लें। इसमें गुड़ या शहद मिलाकर चने के आकार की गोलियां बना ले। सुबह-शाम एक-एक गोली का सेवन करें। गले की खराश में आधा चम्मच अदरक का रस, आधा चम्मच पिसी हींग और एक चम्मच शहद मिलाकर दिन में 2-3 बार लें। थोड़े-से पानी में पिसी हींग मिलाकर बना पेस्ट चेस्ट पर लगाने से खांसी में राहत मिलेगी।
मांसपेशियों में दर्द

मांसपेशियों में दर्द होने पर हींग को गर्म पानी में घोलकर प्रभावित जगह पर लेप लगाएं। सूखने पर एक-दो बार और दोहराएं। आराम मिलेगा।
माइग्रेन
सिरदर्द या माइग्रेन की स्थिति में एक चम्मच हींग, सूखा अदरक, कपूर और काली मिर्च थोडे़-से पानी के मिलाकर पीस लें। तैयार पेस्ट माथे पर लगाने से आराम मिलेगा। एक कप पानी में थोड़ी-सी हींग मिलाकर 15 मिनट उबालें। पानी थोड़ा ठंडा होने पर यह पानी पी लें।
दांत में दर्द
दांत दर्द में जल्द राहत पाने के लिए हींग में थोड़ा-सा कपूर मिलाकर दर्द वाली जगह पर लगाएं। दो चम्मच नींबू के रस में आधा चम्मच हींग पाउडर मिलाकर पेस्ट बनाएं। इसे प्रभावित दांत पर लगाएं। दांत में कीड़ा लगने पर रात को सोते समय दांत में हींग दबाकर सोएं। इससे समस्या दूर होगी। मसूढ़ों से खून बहने और दंत क्षय की स्थिति में एक कप पानी में हींग का छोटा टुकड़ा और एक लौंग उबालें। गुनगुना होने पर इस पानी से कुल्ला करने पर आराम मिलेगा।
खट्टी डकार

खट्टी डकार और हिचकी आने पर केले के गूदे में या जरा सी गुड़ में हींग रखकर खाना फायदेमंद है। हींग का धुआं सूघने से हिचकियां आनी बंद हो जाती हैं।
पेट में ऐंठन
हींग में मौजूद सूजनरोधी तत्व अनियमित मासिक धर्म और ऐंठन में आराम दिलाते है। महिलाओं को महावारी के समय दर्द महसूस होने पर चुटकी भर हींग भून कर सुबह गुनगुने पानी के साथ लेना असरदार है। प्रसव के बाद हींग का सेवन करने से महिला को पेट संबंधी परेशानी नहीं होती।
सेवन में बरतें सावधानी
अपने लाभकारी गुणों के बावजूद गर्म तासीर वाली हींग का जरूरत से ज्यादा सेवन हमारे लिए नुकसानदायक हो सकता है। बेहतर है कि सीमित मात्रा में ही सेवन करें या डॉक्टर के परामर्श से लें।
( डॉ दीपक कुमार, नैचुरोपैथ, आदर्श फार्मेसी, हरिद्वार)