आर्थिक नुकसान पहुंचा सकता है ऑनलाइन सट्टेबाजी का शौक: Betting Scam
Betting Scam: कम वक़्त में अच्छी कमाई के लालच में लोग बड़ी संख्या में बेटिंग यानी सट्टेबाजी करते हैं। डिजिटल दौर में लोग ऑनलाइन ऐप और सोशल मीडिया ग्रुप पर सट्टेबाजी के गेम खेलते हैं। अगर आप भी इन्हीं लोगों में शामिल हैं तो आपको सतर्क होने की जरूरत है। क्योंकि कम समय और छोटे अमाउंट के एवज में भारी कमाई का लालच आपको आर्थिक नुकसान पहुंचा सकता है। दरअसल, चालबाज लोग यहां भी आपको ठगने का मौका नहीं छोड़ रहे। इसलिए आपकी समझदारी ही आपको किसी भी आर्थिक नुकसान से बचा सकती है।
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Betting Scam: कैसे होता है ऑनलाइन बेटिंग स्कैम?
ऑनलाइन बेटिंग स्कैम में ठग लोगों से फेक ऐप के जरिये पैसे ठगते हैं। इसलिए किसी भी बेटिंग ऐप पर पैसा लगाने से पहले उसकी सत्यता को परखना आपकी जिम्मेदारी है। डिजिटल वर्ल्ड में बैठे ठग फेक ऐप के जरिये लोगों को कम पैसे लगाकर अच्छी रकम जीतने का दावा करते हैं। सोशल मीडिया पर हज़ारों बेटिंग ऐप हैं। इन्हीं ऐप्स में कई फेक ऐप्स भी हैं, जो लोगों के साथ धोखाधड़ी करते हैं।
दरअसल, होता ये है कि जब आप किसी ऑनलाइन बेटिंग ऐप पर जाकर बेटिंग के लिए अप्लाई करते हैं तो ठग आपको उनकी ऐप पर रजिस्टर करने के लिए कहेगा। साथ ही आपको रजिस्टर करने के बदले कुछ अमाउंट देने का लालच देता है। जैसे ही आप वेबसाइट पर रजिस्टर करते हैं ठग आपको ऐप इंस्टाल करने का लिंक भेजता है। ऐप इंस्टाल करने के चरण में जैसे ही आप स्टेप बाय स्टेप आगे बढ़ते हैं तो आपसे राशि भुगतान करने के लिए कहा जाता है। जैसे ही आप इस राशि का भुगतान कर देते हैं ठग आपका नंबर ब्लॉक कर देता है या आपका फोन उठाना ही बंद कर देता है। और जब तक आपको एहसास होता है कि आपके साथ ठगी हुई तब तक ठग के पास पैसे पहुंच चुके होते हैं।
आपकी होशियारी ही है ठगी से बचाव
- किसी भी ऑनलाइन ऐप या वेबसाइट पर तब तक भरोसा न करें जब तक उनकी पूरी जानकारी न हो। किसी भी धोखाधड़ी से बचने के लिए आपको ऑनलाइन गतिविधियों की पूरी जानकारी होना बेहद जरूरी है। इसलिए किसी भी अनजान वेबसाइट पर किसी भी तरह का भुगतान न करें।
- अगर आप कभी भी इस तरह की ठगी के शिकार होते हैं तो सबसे पहले अपने बैंक से संपर्क कर अकाउंट, UPI और ATM कार्ड को बंद कराएं ताकि कोई और ट्रांजेक्शन न हो पाए।
- अगर आपके साथ इस तरह का अपराध हो जाता है तो तुरन्त ही साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन और नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in पर सूचित करें।