डायबिटीज से लेकर बवासीर से राहत दिलाता है करेला, जानिए इसके फायदे और नुकसान: Bitter Gourd Benefits and Effects
Bitter Gourd Benefits and Effects: करेला भले ही स्वाद में कड़वा हो, लेकिन इसके सेवन से आपको कई लाभ होते हैं। यह शरीर में मौजूद गंदगी को बाहर निकालने के साथ-साथ कई अन्य तरह की परेशानियों को दूर कर सकता है। मुख्य रूप से डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए करेला काफी ज्यादा हेल्दी डाइट में से एक है। इसका सेवन जूस से लेकर सब्जियों के रूप में किया जा सकता है। हालांकि, अधिक मात्रा में करेले का सेवन करना भी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं करेला खाने से स्वास्थ्य को होने वाले फायदे और नुकसान क्या है?
करेला खाने के फायदे - Health Benefits of Bitter Gourd in Hindi
डायबिटीज को करता है कंट्रोल
डायबिटीज की परेशानियों को दूर करने के लिए करेले का सेवन करना हेल्दी हो सकता है। इसके अर्क का इस्तेमाल नेचुरल इंसुलिन के रूप में किया किया जाता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी डायबिटिक गुण हो सकते हैं। इसके डायबिटीज-रोधी प्रभाव होते हैं। कई अध्ययनों में जानवरों और मनुष्यों दोनों पर ही इसका प्रयोग किया गया है। करेला डायबिटीज मरीजों के लिए काफी ज्यादा प्रभावी सब्जियों में से एक है। यह ग्लूकोज को चयापचय को बदल सकता है।
एंटीऑक्सीडेंट गुणों से है भरपूर
करेले में मौजूद फेनोलिक यौगिक खाद्य एंटीऑक्सीडेंट का बेहतर प्राकृतिक स्रोत हैं। फेनोलिक यौगिकों में कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर और हृदय संबंधी बीमारियों और कैंसर के सेल्स को बढ़ने से रोकने का गुण होता है। हालांकि, फिलहाल इस विषय पर और अधिक रिसर्च की जरूरत है।
कैंसर का करे इलाज
करेले का अर्क ब्रेस्ट कैंसर में शामिल सिग्नलिंग मार्गों को ठीक करने में मदद कर सकता है। यह ब्रेस्ट कैंसर सेल्स के विकास को रोक सकता है और स्तन कैंसर के खिलाफ लड़ने में हमारी मदद कर सकता है। ब्रेस्ट कैंसर रोगियों के लिए केरेला का इस्तेमाल सप्लीमेंट्स के रूप में किया जा सकता है।
करेला के फल, हरी पत्तियां, तना और बीज में कई एक्टिव प्रोटीन और स्टेरॉयड होते हैं। इन प्रोटीन्स में संभावित कैंसररोधी गतिविधि हो सकती है।
मलेरिया के लिए करेला
करेले का सेवन मलेरिया जैसी समस्याओं से लड़ने के लिए भी किया जा सकता है। यह विभिन्न रिसर्च में साबित किया जा चुका है कि करेले में मलेरिया रोधी गुण होता है, जिससे मलेरिया के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।
घाव भरने में मदद करता है करेला
कुछ लोगों की इम्यून सिस्टम काफी ज्यादा वीक होती है। ऐसी स्थिति में घाव को भरने में काफी ज्यादा देर लग सकती है। इस तरह की स्थितियों में करेले का सेवन करना हेल्दी हो सकता है। इसकी मदद से नई रक्त वाहिकाओं का कम गठन, विकास कारकों की कमी और कोलेजन के कम उत्पादन जैसी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। करेले का जूस पीने से कुछ ही दिनों में घाव को बंद करने में मदद मिल सकती है।
ब्लड को करता है प्यूरीफाई
करेले में रोगाणुरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो ब्लड को शुद्ध करने में सहायता करने में मददगार साबित हो सकते हैं। यह त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है। करेला विभिन्न स्किन डिजीज जैसे एक्जिमा और सोरायसिस को ठीक करने में भी काफी हद तक कारगर साबित हो सकता है।
कमजोर इम्यूनिटी करता है बूस्ट
करेला एंटीऑक्सीडेंट का पावरहाउस है, जो आपके शरीर में कई तरह के संक्रमणों से लड़ने में मददगार साबित हो सकता है। यह एंटीऑक्सीडेंट शरीर में चयापचय के दौरान निकलने वाले फ्री रेडिकल्स के कणों और अन्य हानिकारक यौगिकों की खोज करते हैं और उन्हें नष्ट कर देते हैं और किसी भी बीमारी को पैदा करने से रोकते हैं। अगर आप नियमित रूप से अपने आहार में करेले को शामिल करते हैं, तो इससे लीवर की समस्या, किडनी डिजीज से शरीर को सुरक्षित रखा जा सकता है।
सांस से जुड़ी परेशानियों का करे इलाज
कई अध्ययनों में यह साबित किया जा चुका है कि अगर आप नियमित रूप से करेले का सेवन करते हैं, तो इससे काफी हद तक अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और राइनाइटिस जैसी सांस से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में मदद मिल सकती है। इसमें मौजूद एंटी-हिस्टामाइन, सप्रेसेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एक्सपेक्टरेंट और एंटीवायरल गुण सांस से जुड़ी बीमारियों को दूर करने में काफी हद तक मदद कर सकता है।
बवासीर से राहत
करेले में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है, जो बवासीर के दौरान होने वाले दर्द और सूजन का इलाज करने में प्रभावी हो सकता है। इसका प्रयोग सूजन को कम करने, दर्द और ब्लीडिंग की समस्याओं को कम करने के लिए किया जाता है। इसे आप पीसकर बाहरी रूप से भी लगा सकते हैं। इसके अलावा करेले का जूस पीने से भी बवासीर की समस्याओं को कम किया जा सकता है।
त्वचा स्वास्थ्य को मिलता है बढ़ावा
करेले का नियमित रूप से सेवन करने से स्किन से जुड़ी परेशानियों को दूर किया जा सकता है। यह आपकी स्किन पर चमक लाने में प्रभावी माना जा सकता है। इससे दाग-धब्बों की परेशानियों को भी दूर किया जा सकता है। करेले में ब्लड को साफ करने का गुण होता है, जो स्किन पर मुहांसों को होने से रोक सकता है। साथ ही यह एक्जिमा, सोरायसिस और अन्य स्किन संबंधी संक्रमण जैसे स्किन डिजीज का इलाज कर सकता है।
करेले का कैसे करें सेवन? - How to take Bitter Gourd in Hindi
अगर आप अपने शरीर की किसी भी समस्याओं को कम करने के लिए करेला खा रहे हैं, तो इसे कैसे खाना है इस बारे में डॉक्टर से जरूर सलाह लें। इसे कई तरह से खाया या उपयोग किया जा सकता है।
सब्जी बनाकर खाएं करेला
करेले की सब्जी बनाकर खाई जा सकती है। कई लोग करेले से भरवा, भुजिया जैसी चीजें भी बनाकर खाते हैं। करेले की सब्जी की बात करें, तो इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें, फिर प्याज के साथ अच्छी तरह से उसे भुनें। इसके बाद सब्जियों में डालने वाले सभी मसाले डालें और धनिया की पत्तियों को डालकर रोटी के साथ सर्व करें।
करेले का जूस
डायबिटीज से लेकर ब्लड को प्यूरीफाई करने के लिए हम में से कई लोग करेले से तैयार जूस का सेवन करते हैं। इसका जूस तैयार करने के लिए करेले के बीच में चीरा लगाकर इसके बीजों को निकाल लें। इसके बाद इसे अच्छी तरह से ग्राइंड करें और थोड़ा सा पानी डालकर अच्छे से छान लें। अब इसमें थोड़ा सा काला नमक मिक्स करके इसका सेवन करें। इससे आप अपनी कई तरह की परेशानियों को दूर कर सकते हैं।
करेले के पत्ते की चाय
करेले के पत्तियों की चाय का भी सेवन किया जा सकता है। इसके लिए 1 कप पानी में 2 से 3 पत्तियों को डालकर अच्छी तरह से उबाल लें। अब इस चाय को छानकर इसमें थोड़ा सा शहद डालकर पिएं। स्वाद बदलने के लिए आप थोड़ा सा नींबू का रस भी डाल सकते हैं। यह काफी हेल्दी विकल्प है। इससे वेट लॉस करने में भी मदद मिल सकती है।
तले हुए करेले के चिप्स
केले को बारीक काट लें, इसके बाद इसे नमक और हल्दी के पानी में अधपका होने तक पकाएं। इसके बाद इसके पानी को निकालकर थोड़ी देर के लिए इसे सूखने दें। अब इसे करेले को एक-एक करके चिप्स की तरह तलें और चाट मसाला और काली मिर्च पाउडर को छिड़ककर सर्व करें।
डिहाइड्रेट करेले के छल्ले
इसे तैयार करने के लिए करेले को ऊपर से हल्का सा काटकर इसके बीजों को निकाल लें। इसके बाद इसे छल्ले के आकार में काटें और एक प्लेट पर फैलाकर इसमें ऑलिव ऑयल, ब्लैक पेपर, नमक छिड़कें और फिर माइक्रोवेव में कुछ मिनटों के लिए पकाएं। जब यह रोस्ट हो जाए और सारा पानी सूख जाए, तो इस करारे करेले को सर्व करें।
करेला के सेवन के नुकसान - Side Effects of Bitter Gourd in Hindi
करेला स्वास्थ्य के लिए काफी ज्यादा हेल्दी होता है। इसे मौखिक रूप से खाया जाता है। लेकिन अगर आप जरूरत से अधिक करेला खाते हैं, तो इसका असर आपके पाचन तंत्र पर पड़ सकता है। आइए जानते हैं इसके कुछ नुकसान -
- कुछ लोगों को करेला खाने से स्किन पर लाल दाने हो सकते हैं।
- करेले से एलर्जी होने की वजह से कुछ लोगों को करेला खाने के बाद काफी ज्यादा सिरदर्द होता है।
- करेला ब्लड शुगर के स्तर को काफी हद तक कम कर सकता है। ऐसे में अगर आप पहले से लो ब्लड शुगर की दवा ले रहे हैं, तो इसका सेवन न करें।
अगर आपको इनमें से किसी भी तरह का दुष्प्रभाव महसूस हो रहा है, तो ऐसी स्थिति में तुरंत अपने डॉक्चर से सलाह लें।
DISCLAIMER
इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैंI
GREHLAKSHMI इनकी पुष्टि नहीं करताI इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करेंI
FAQ | क्या आप जानते हैं
क्या डायबिटीज मरीजों के लिए करेला फायदेमंद है?
जी हां, डायबिटीज मरीजों के लिए करेला काफी हेल्दी हो सकता है। यह ब्लड शुगर को काफी हद तक कम कर सकता है।
क्या प्रेगनेंसी में करेला खा सकते हैं?
जी नहीं, प्रेगनेंसी में करेले का सेवन करना अनहेल्दी हो सकता है। इसमें मौजूद कुछ केमिकल्स आपकी प्रेग्नेंसी को हानि पहुंचा सकते हैं।
किडनी के मरीजों के लिए करेला हेल्दी है?
जी हां, किडनी के मरीजों के लिए करेले का सेवन करना हेल्दी हो सकता है।
क्या करेला खाने से कुछ नुकसान होता है?
जी हां, अधिक मात्रा में या फिर जिन लोगों को करेले से एलर्जी होती हैं, तो ऐसी स्थिति में करेले का सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है। मुख्य रूप से यह पेट की परेशानियों को बढ़ा सकता है।