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ब्रेस्ट पम्प का इस्तेमाल करने से पहले जान लें इसके फायदे व नुकसान: Breast Pump

03:45 PM May 04, 2023 IST | Mitali Jain
ब्रेस्ट पम्प का इस्तेमाल करने से पहले जान लें इसके फायदे व नुकसान  breast pump
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Breast Pump: पिछले कुछ समय में ब्रेस्ट पम्प का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। आज के समय में जब अधिकतर महिलाएं वर्किंग हैं तो ऐसे में ब्रेस्ट पम्प की मदद से वे अपना दूध निकालकर स्टोर कर लेती हैं। जिसके कारण उनका काम और शिशु की सेहत दोनों ही प्रभावित नहीं होती है। कई बार खुद बच्चे के लिए ब्रेस्ट मिल्क को चूसना काफी मुश्किल होता है और दूध का प्रवाह सही ढंग से ना होने के शिशु का पेट नहीं भर पाता है। लेकिन ब्रेस्ट पम्प की वजह से उनकी यह समस्या भी दूर होती है। हालांकि, जहां ब्रेस्टपम्प के कई फायदे हैं, वहीं उसके कुछ नुकसान भी हैं। इसलिए, ब्रेस्ट पम्प का इस्तेमाल करने से पहले आपको इसके फायदों व नुकसान के बारे में भी अवश्य जानना चाहिए। तो चलिए जानते हैं ब्रेस्टपम्प के फायदे व इससे होने वाले नुकसान के बारे में-

ब्रेस्टपम्प के फायदे

Breast Pump Benefits

ब्रेस्टपम्प का इस्तेमाल करने से शिशु और मां को कई फायदे हो सकते हैं-

  • शिशु को ब्रेस्टफीड करवाने के लिए हरदम मां का उसके पास होना जरूरी नहीं है। ब्रेस्टपम्प के जरिए मां अपना दूध निकालकर स्टोर कर सकती है और उसकी अनुपस्थिति में पिता या फिर घर का कोई अन्य सदस्य भी शिशु को ब्रेस्टफीड करवा सकता है। इसके जरिए मां को खुद के लिए भी आसानी से समय मिल जाता है।
  • ब्रेस्टफीड करवाते हुए अक्सर मां शिशु को ओवरफीड करवा देती है, जिससे बच्चे को समस्या होती है। लेकिन अगर आप ब्रेस्टपम्प का इस्तेमाल करती हैं तो इससे आपके लिए यह जान पाना अधिक आसान हो जाता है कि वह अपने शिशु को कितनी मात्रा में दूध पिला रही है। जिसके कारण शिशु को ओवरफीडिंग के कारण होने वाली समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है।
  • जब ब्रेस्टपम्प का इस्तेमाल किया जाता है तो इससे शिशु को कभी भी मां के दूध से वंचित नहीं होना पड़ता। अक्सर मां के वर्किंग होने के कारण शिशु को बाजार का दूध पिलाया जाता है जो उनकी सेहत के लिए ठीक नहीं होता है। लेकिन अगर ब्रेस्टपम्प का इस्तेमाल किया जाता है तो ऐसे में शिशु हमेशा ही मां के दूध को प्राप्त कर सकता है।
  • यह एक पोर्टेबल डिवाइस है और इसलिए इसे कहीं पर भी आसानी से ले जाया जा सकता है। इसलिए, यह अधिक सुविधाजनक है।

ब्रेस्टपम्प के नुकसान

जहां ब्रेस्टपम्प का इस्तेमाल करने के कई फायदे हैं, वहीं इसके कुछ नुकसान भी हैं। मसलन-

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  • ब्रेस्टपम्प का लगातार इस्तेमाल करने से मां के दूध की आपूर्ति कम हो जाती है। दरसअल, ब्रेस्टपम्प और एक नवजात शिशु से आपके निप्पल को पकड़ने और चूसना दोनों काफी अलग है। बच्चे को लैच करना आपके शरीर में अधिक दूध उत्पादन को उत्तेजित करता है। ब्रेस्ट को यदि बबच्चे को मुंह में नहीं लेने दिया जाए तो दूध का उत्पादन कम हो जाता है।
  • जब बच्चा सीधे मां से दूध पीता है, तो बच्चे को स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व मिलते हैं। लेकिन ब्रेस्टपम्प का इस्तेमाल करने के बाद स्तन के दूध को फ्रीज किया जाता है। मां के दूध को तीन महीने से अधिक समय तक फ्रीज करने और दोबारा गर्म करने से स्तन के दूध में महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी हो जाती है।
  • कई बार ब्रेस्ट पंप मां के लिए भी ठीक नहीं माने जाते हैं। इससे निप्पल और ब्रेस्ट टिश्यू डैमेज हो सकते हैं। इतना ही नहीं, पंप करते समय गलत सेटिंग से यह काफी दर्दनाक भी हो सकता है। मैनुअल पंप से स्तनों और मां के दोनों हाथों में दर्द हो सकता है।
  • जब एक मां अपने शिशु को स्तनपान करवाती है तो इससे उन दोनों के बीच एक अटूट संबंध स्थापित होता है। लेकिन अगर ब्रेस्टपम्प किया जाता है तो ऐसे में मां और शिशु के बीच वह संबंध नहीं बन पाता है।
  • अगर आप ब्रेस्टपम्प का इस्तेमाल करते हैं तो इस दौरान यह ध्यान रखना होता है कि पंप के सभी हिस्सों, दूध पिलाने की बोतलों और निपल्स को प्रत्येक उपयोग से पहले और बाद में अच्छी तरह से धोया व स्टेरलाइज किया जाए। जब ऐसा नहीं होता है तो इससे शिशु के बीमार होने की संभावना काफी अधिक बढ़ जाती है।
  • बोतल से दूध पिलाने से लंबे समय में बच्चे के दांत खराब हो सकते हैं। जब बच्चा स्तनपान करता है, तो दूध बच्चे के दांतों तक नहीं पहुंचता है, क्योंकि मां का निप्पल बच्चे के दांतों के पीछे होता है। बोतल से दूध पिलाते समय बच्चा अक्सर बोतल को मुंह में रखकर सो जाता है, जिससे दूध दांतों को ढक लेता है। लंबे समय तक ऐसा करने से दांतों में सड़न हो सकती है। 
  • जब मां सीधे अपने बच्चे को स्तनपान कराती है तो उसके शरीर में ऑक्सीटोसिन हार्मोन रिलीज होता है। ऑक्सीटोसिन डिलीवरी के बाद रक्तस्राव को कम करता है। लेकिन जब मां बच्चे को बोतल से फीड करवाती है तो इससे मां को रिकवरी में अधिक समय लगता है।

इन बातों का रखें ध्यान

अगर आप ब्रेस्ट पंप का इस्तेमाल करना चाहती हैं तो ऐसे में आपको कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। मसलन-

  • हमेशा इसका इस्तेमाल करने से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। उनकी सलाह पर ही ब्रेस्ट पम्प का इस्तेमाल करें।
  • भले ही आप ब्रेस्ट पम्प का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन फिर भी समय मिलने पर शिशु को ब्रेस्टफीड अवश्य करवाएं।
  • ब्रेस्ट मिल्क को पम्प करने से पहले हमेशा अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं। आपके शिशु की बोतल व ब्रेस्ट पम्प भी अच्छी तरह स्टेरलाइज होनी चाहिए। धीरे-धीरे ब्रेस्ट पंप का सक्शन शुरू करें और फिर इसे धीरे-धीरे बढ़ाएं।
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