सिर्फ 5 मिनट में ऐसे करें केमिकल से पके हुए तरबूज की पहचान: Chemical In Watermelon
Chemical In Watermelon: गर्मी का मौसम आ गया है और इसी के साथ बाजार में तरबूज भी बिकने लगे हैं। तरबूज खाने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं। मगर क्या आप जानती हैं कि गर्मी के सीजन में बाजार में ऐसे तरबूजों की भी भरमार हो जाती है, जिन्हें केमिकल की मदद से पकाया जाता है| केमिकल से पकाया गया तरबूज सेहत के लिए हानिकारक होता है। इसके लिए उसकी पहचान जरुरी है|
![WATERMELON](https://grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/Untitled-design-2023-06-05T141152.755-1024x576.jpg)
तरबूज के बीच में दरार
अगर तरबूज को काटने के बाद आपको इसके बीच में दरार या कई छेद दिखाई देते हैं, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि तरबूज को केमिकल की मदद से पकाया गया है। प्राकृतिक रूप से पके फल में ऐसी दरार नहीं होती है।
रंग से करें पहचान
तरबूज को काटने के बाद एक टिशू पेपर को तरबूज के अन्दर लाल भाग पर रखें और थोड़ी देर बाद हटा दें। अगर टिशू पेपर पर तरबूज का लाल रंग आता है, तो इसका मतलब है कि तरबूज को केमिकल से पकाया गया है। इसके अलावा तरबूज को मार्केट से खरीदने के बाद कम से कम 3-4 दिन के लिए ऐसे ही रख दें। तरबूज कई दिन तक खराब नहीं होते हैं, इसलिए इन्हें कुछ दिन ऐसे ही रखा जा सकता है। कुछ दिनों बाद अगर तरबूज की सतह से आपको किसी तरह का झाग या चिकना सफेद पानी जैसा निकलता दिखने लग जाए, तो इसका मतलब है कि तरबूज में केमिकल का इस्तेमाल हुआ है।
ऐसे भी करें पहचान
कई बार तरबूज के हरे भाग पर हल्का सा सफेद या भूरे रंग का पाउडर नजर आता है। कई लोगों को यह गलतफहमी हो जाती है कि तरबूज के ऊपर धूल लगी हुई है। असल में यह पाउडर कार्बाइड हो सकता है। इसलिए ऐसा तरबूज आपको नहीं खरीदना चाहिए।
पानी में डालकर लगाएं पता
तरबूज का एक टुकड़ा काट लें और उसे एक बर्तन में डालें जो पानी से पूरा भरा हो। अगर पानी अपना रंग बदलता तो समझ जाएं कि तरबूज को केमिकल से पकाया गया है।
स्वाद से लगाएं पता
केमिकल से पकाए गए तरबूज की प्राकृतिक मिठास में जरूर बदलाव आएगा. यानि तरबूज की मिठास कम हो जाएगी। अगर तरबूज को काटने पर वह लाल होता है लेकिन उसमें मिठास की कमी होती है तो समझ जाएं कि यह केमिकल का कमाल है।