20+ छत्तीसगढ़ के ये हैं घूमने के लिए बेहतरीन स्थान और प्रमुख दर्शनीय स्थल
Chhattisgarh Me Ghumne ki Best Jagah: छत्तीसगढ़ काफी खूबसूरत शहर है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक इमारतों के लिए प्रसिद्ध है। अगर आप इस गर्मी छुट्टी अपने बच्चों के साथ छत्तीसगढ़ घूमने का प्लान कर रहे हैं, तो कुछ खूबसूरत शहर और जगहों पर जाना न भूलें। इस लेख में हम आपको छत्तीसगढ़ के कुछ ऐसे खूबसूरत जगहों के बारे में बताएंगे, जो आपको और आपकी फैमिली को बेहद पसंद आ सकते हैं। आइए जानते हैं छत्तीसगढ़ की खूबसूरत और बेहतरीन पर्यटक स्थल कौन कौन से हैं?
छत्तीसगढ़ में घूमने के लिए 20 खूबसूरत जगह – Famous Places in chhattisgarh in Hindi
जगह | किलोमीटर (शहर से दूरी) |
डोंगरगढ़ (Dongargarh) | 140 किलोमीटर |
रायपुर (Raipur) | 30.2 किलोमीटर |
सिरपुर (Sirpur) | 62.2 किलोमीटर |
मैनपाट (Mainpat) | 390 किलोमीटर |
चर्रे मर्रे झरना (Charre Marre Waterfall) | 189 किलोमीटर |
बारनवापारा वन्यजीव अभयारण्य (Barnawapara Wildlife Sanctuary) | 108 किलोमीटर |
पुरखौती मुक्तांगन (Purkhouti Muktangan) | 27.3 किलोमीटर |
मदकू द्वीप (Madku Dweep) | 107 किलोमीटर |
खूबसूरत हिल स्टेशन चिरमिरी (Chirmiri hill station view) | 317 किलोमीटर |
भिलाई (Bhilai) | 63.7 किलोमीटर |
धमतरी (Dhamtari) | 83.7 किलोमीटर |
चित्रकोट वाटरफॉल (Chitrakote Waterfalls) | 297 किलोमीटर |
दंतेवाड़ा (Dantewada) | 393 किलोमीटर |
इंद्रावती नेशनल पार्क (indravati national park) | 201 किलोमीटर |
तीरथगढ़ फॉल्स (Tirathgarh Waterfall) | 339 किलोमीटर |
घटारानी वाटर फॉल्स (Ghatarani Waterfall) | 77.8 किलोमीटर |
भोरमदेव मंदिर (Bhoramdev Temple) - | 145 किलोमीटर |
मल्हार (Malhar) | 107 किलोमीटर |
राजीम (Rajim) | 48.3 किलोमीटर |
संजय नेशनल पार्क (Sanjay National Park) | 493 किलोमीटर |
डोंगरगढ़ (Dongargarh)
छत्तीसगढ़ में स्थित डोंगरगढ़ अपनी राजसी पहाड़ों और तालाबों के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। यहां 1,600 फीट ऊंची पहाड़ी की चोटी पर बम्लेश्वरी देवी मां का मंदिर स्थिति है, जो पर्यटकों के बीच काफी ज्यादा लोकप्रिय है। अगर आप छत्तीसगढ़ जा रहे हैं, तो इस खूबसूरत जगहों पर जरूर विजिट करें।
प्रवेश शुल्क
यहां जाने के लिए आपको किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां किसी भी समय जा सकते हैं। हालांकि, सूर्योदय के बाद और सुर्यास्त से पहले यहां जाने का समय सबसे सही माना जाता है।
रायपुर (Raipur)
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर राज्य का सबसे बड़ा शहर है। यहां सैकड़ों से अधिक स्टील मिलों और छह स्टील प्लांट्स हैं। यह देश के सबसे बड़े औद्योगिक केंद्रों में से एक है। स्टील के अलावा, यह एल्यूमीनियम और कोयला उद्योगों का भी घर है। नया रायपुर एक नव नियोजित शहर है और वर्तमान शहर से लगभग 17 किमी दूर है।
प्रवेश शुल्क
रायपुर छत्तीसगढ़ की राजधानी है। यहां जाने के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां किसी भी समय जा सकते हैं।
सिरपुर (Sirpur)
सिरपुर छत्तीसगढ़ में स्थित एक छोटा सा गांव है। यह महासमुंद जिले से 35 किमी दूर और रायपुर शहर से लगभग 78 किमी दूरी पर स्थित है। यह गांव कई वास्तुकारों के लिए प्रेरणास्रोत है। मुख्य रूप से सिरपुर अपनी मंदिर के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। इसकी संस्कृति और वास्तुकला लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
प्रवेश शुल्क
सिरपुर एक गांव है, आप यहां किसी भी समय जा सकते हैं। इस गांव में आप कभी भी घूम सकते हैं।
मैनपाट (Mainpat)
मैनपाट चारों ओर हरे-भरे प्रकृति सुदंरता के लिए प्रसिद्ध है। यहां के लुभावने झरनें, घने जंगल और अछूते तालाब लोगों को अपनी ओर काफी ज्यादा आकर्षित करते हैं। यहा काफी सुंदर हिल स्टेशन है।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप इस हिल स्टेशन पर 1 से 2 दिन में अच्छी तरह घूम सकते हैं।
चर्रे मर्रे झरना (Charre Marre Waterfall)
छत्तीसगढ़ जा रहे हैं, तो आप चार्रे मार्रे वॉटर फॉल्स जरूर जाएं। यहां आप फ्रेश फील करते हैं। यह करीब 16 मीटर ऊंचा झरना है, इतनी ऊंचाई से गिरता साफ पानी काफी मनमोहक नजर आता है। पानी पहाड़ियों और हरे-भरे पेड़ों के बीच से बहता हुआ कानों को सुखद ध्वनि प्रदान करता है।
प्रवेश शुल्क
चर्रे मर्रे झरने को देखने के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां सुबह 6 से शाम के 6 बजे तक घूम सकते हैं।
बारनवापारा वन्यजीव अभयारण्य (Barnawapara Wildlife Sanctuary)
यह छत्तीसगढ़ के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षणों में से एक है। इसकी स्थापना 1976 में हुई थी और यह 245 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां चारों ओर हरे-भरे वृद्ध हैं, जो अभ्यारण की सुंदरता को बढ़ाते हैं। इसके अलावा यहां कई तरह के जानवरों को भी देखने का मौका मिलेगा।
प्रवेश शुल्क
यहां जाने के लिए आपको प्रत्येक व्यक्ति 55 रुपये देना होगा। आप यहां सुबह 6.45 से 11 बजे और दोपहर में 2.30 बजे से शाम के 5.30 बजे तक घूम सकते हैं।
पुरखौती मुक्तांगन (Purkhouti Muktangan)
पुरखौती मुक्तांगन में कई आदिवासियों के प्रदर्शन, विभिन्न लोक कलाओं और छत्तीसगढ़ के अन्य खजानों की जीवंत आकृतियां प्रदर्शित की जाती हैं। इसे राज्य के महत्वाकांक्षी विजन 2020 में जगह मिली है। यह छत्तीसगढ़ की स्थानीय जनजातियों की समृद्ध संस्कृति और विरासत को समझने और बच्चों को वही ज्ञान प्रदान करने के लिए एक उपयुक्त स्थान है।
प्रवेश शुल्क
यहां जाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को 5 रुपये शुल्क के रूप में देना होता है। आप सुबह 8 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक घूम सकते हैं।
मदकू द्वीप (Madku Dweep)
मदकू द्वीप छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में शांत नदी शिवनाथ के पास स्थित एक खूबसूरत द्वीप है। यह मेंढक के आकार का द्वीप है, इसलिए इसका नाम मदकू रखा गया है। यह द्वीप पर्यटकों को अपनी सुंदरता के लिए मंत्रमुग्ध कर देता है। इसका क्षेत्रफल लगभग 24 हेक्टेयर है और यह हरियाली से भरपूर है। यह द्वीप अपने प्राचीन मंदिरों और उनके ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व के लिए भी प्रसिद्ध है।
प्रवेश शुल्क
यहां जाने के लिए किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप सुबह 6 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक घूम सकते हैं।
खूबसूरत हिल स्टेशन चिरमिरी (Chirmiri hill station view)
चिरमिरी छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। इसे 'छत्तीसगढ़ का जन्नत/स्वर्ग' कहा जाता है। अगर आप छत्तीसगढ़ में हरी-भरी हरियाली, पहाड़ और नदियां के बीच आराम करना चाहते हैं, तो यह जगह आपके लिए बेस्ट हो सकती है। यह अपनी सुंदरता के अलावा कोयला खदानों के लिए भी जाना जाता है। यहां कई मंदिर और अन्य उल्लेखनीय स्थान हैं जो पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध हैं।
प्रवेश शुल्क
इस खूबसूरत हिल स्टेशन पर जाने के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप सुबह 6 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक यहां आराम से घूम सकते हैं।
भिलाई (Bhilai)
भिलाई शहर अपनी संस्कृति के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। यह राजधानी रायपुर से 25 किमी दूर दुर्ग जिले में स्थित है। यह शहर मुख्य रूप से भिलाई स्टील प्लांट (SAIL) के लिए जाना जाता है, जो भारत के सबसे बड़े इस्पात संयंत्रों में से एक है। यह शहर विभिन्न धर्मों और भाषाओं के लोगों का एक आकर्षक मिश्रण है जो शहर को एकता और एकता का सार देता है।
प्रवेश शुल्क
इस शहर में आप बिना किसी शुल्क के प्रवेश कर सकते हैं। यहां आप किसी भी समय जाकर घूम सकते हैं।
धमतरी (Dhamtari)
धमतरी छत्तीसगढ़ का एक महत्वपूर्ण पर्यटन शहर है, जो अपने मंदिरों के लिए भी जाना जाता है। यह यह 14वीं शताब्दी के चालुक्य साम्राज्य का घर है। इस शहर की आबादी लगभग 82000 है। यह हर साल बहुत सारे पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह अपनी लोक संस्कृति और वन्यजीव अभयारण्य के लिए भी काफी ज्यादा प्रसिद्ध है।
प्रवेश शुल्क
धमतरी जाने के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां किसी भी समय जा सकते हैं।
चित्रकोट वाटरफॉल (Chitrakote Waterfalls)
चित्रकोट भारत का सबसे चौड़ा वाटरफॉल है। इसकी चौड़ाई के कारण इस वाटरफॉल्स को भारत के नियाग्रा के रूप में जाना जाता है। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में जगदलपुर के पश्चिम दिशा में स्थित यह झरना इंद्रावती नदी से निकलता है। चित्रकोट झरना लगभग 30 मीटर की ऊंचाई और 985 फीट की चौड़ा है। गर्मियों में यह झरना चट्टान के ऊपर से तीन धाराओं में झरना गिरता है।
प्रवेश शुल्क
इस वाटरफॉल को देखने के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप सुबह 6 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक जा सकते हैं।
दंतेवाड़ा (Dantewada)
दंतेवाड़ा 1998 में मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ के गठन के बाद अस्तित्व में आया। बस्तर जिले में स्थित दंतेवाड़ा का एक अनोखा छोटा सा शहर है, जो तेज़ बहती नदियों, चमचमाते झरनों, विशाल पहाड़ी चोटियों और हरे-भरे घास के मैदानों के मनोरम दृश्य के लिए जाना जाता है।
ऐतिहासिक रूप से इस शहर का नाम देवी दंतेश्वरी के नाम पर रखा गया था, जो शक्ति का अवतार थीं, जो बाद में दंतेश्वर मंदिर की अध्यक्षता करने लगीं। दंतेवाड़ा को तारलापाल के नाम से जाना जाता था।
प्रवेश शुल्क
दंतेवाड़ा में जाने के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप किसी भी समय पर यहां जा सकते हैं। मंदिर के दर्शन के लिए आप सुबह 6 बजे से लेकर रात के 8 बजे तक जा सकते हैं।
इंद्रावती नेशनल पार्क (Indravati National Park)
छत्तीसगढ़ का यह एकमात्र बाघ अभयारण्य है। इस उद्यान का दवा है कि यह देश में कई अन्य की तुलना में अधिक वन्यजीव आबादी वाला अभ्यारण है। इंद्रावती नदी के बहुत करीब होने के कारण इसका नाम इंद्रावती नेशनल पार्क पड़ा, इस राष्ट्रीय उद्यान को राज्य के सर्वश्रेष्ठ उद्यानों में से एक माना जाता है।
प्रवेश शुल्क
यहां जाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अलग-अलग शुल्क देने पड़ते हैं। आप यहां सुबह 7 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक घूम सकते हैं।
तीरथगढ़ फॉल्स (Tirathgarh Waterfall)
तीरथगढ़ वाटरफॉल छत्तीसगढ़ के सबसे अधिक देखे जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक है। यह एक ऐसा स्थान है, जो आपको मनोरंजन, मौज-मस्ती, पिकनिक और रोमांचित करता है। तीरथगढ़ वाटरफॉल को पूरे जगदलपुर में सबसे प्रसिद्ध पिकनिक स्थलों में से एक माना जाता है। कांगेर राष्ट्रीय उद्यान के अंदर स्थित होने के कारण तीरथगढ़ वाटरफॉल पर्यावरण पर्यटन का भी एक स्थान है।
प्रवेश शुल्क
इस वाटरफॉल को देखने के लिए आपसे किसी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता है। आप सुबह 6 बजे से शाम के 7 बजे तक जा सकते हैं।
घटारानी वाटर फॉल्स (Ghatarani Waterfall)
रायपुर शहर से 85 किमी दूरी पर स्थित घटारानी झरना, छत्तीसगढ़ राज्य का सबसे बड़ा झरना है। यह अपनी हरी-भरी हरियाली से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। जंगल के माध्यम से एक छोटा सा ट्रेक आपको इस खूबसूरत प्राकृतिक सुंदरता तक ले जाएगा। झरने के तल पर प्राकृतिक रूप से एक कुंड बना है। जहां आप स्वीमिंग का आनंद ले सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
यहां जाने के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप सूर्योदय के बाद और सुर्यास्त से पहले यहां जा सकते हैं।
भोरमदेव मंदिर (Bhoramdeo Temple)
भोरमदेव मंदिर बिल्कुल कोणार्क के सूर्य मंदिर से मिलता जुलता है। इसका निर्माण 7वीं से 12वीं शताब्दी के दौरान हुआ था। इसे छत्तीसगढ़ के खजुराहो के नाम से जाना जाता है क्योंकि यह मध्य प्रदेश के खजुराहो मंदिर से भी मिलता जुलता है। यह इस क्षेत्र के चार प्राचीन मंदिरों - मड़वा महल, इस्तालिक मंदिर, चेरकी महल और भोरमदेव मंदिर में से मुख्य मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। वास्तुकला की उत्कृष्ट नागर शैली और जटिल नक्काशीदार छवियां कला का एक शानदार नमूना हैं।
प्रवेश शुल्क
इस मंदिर में प्रवेश के लिए किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप सूर्योदय के बाद और सुर्यास्त से पहले यहां जा सकते हैं।
मल्हार (Malhar)
मल्हार छत्तीसगढ़ का सबसे ऐतिहासिक शहर है और पर्यटकों के बीच पुरातात्विक महत्व रखता है। इसकी उत्कृष्ट और प्राचीन मूर्तियां लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। इस शहर को 'प्राचीन स्मारक, पुरातत्व स्थल और राष्ट्रीय महत्व के अवशेष' सूची में स्थान दिलाया है, जिसे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा बनाए रखा जाता है। मल्हार में पाए गए कुछ अवशेष 1000 शताब्दी ईसा पूर्व के हैं और इन्हें कल्चुरी शासन काल का माना जाता है।
प्रवेश शुल्क
इस ऐतिहासिक शहर जाने के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां सुबह 6 से शाम के 6 बजे तक घूम सकते हैं।
राजिम (Rajim)
राजिम को छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक अनोखा नमूना है। इसे छत्तीसगढ़ के 'प्रयाग' के रूप में भी जाना जाता है। यह तीन पवित्र नदियों - महानदी (चित्रोत्पला), पैरी और सोंदुर के संगम का स्थान है। इन तीन नदियों के संगम स्थल को 'त्रिवेणी संगम' भी कहा जाता है। यहां हर साल माघ पूर्णिमा से लेकर महाशिवरात्रि तक छत्तीसगढ़ कुंभ मेला लगता है। इस शुभ आयोजन में भाग लेने के लिए देश भर के कई स्थानों से तीर्थयात्री एकत्र होते हैं।
प्रवेश शुल्क
राजिम में प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां किसी भी समय जा सकते हैं।
संजय नेशनल पार्क (Sanjay National Park)
संजय नेशनल पार्क को गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के नाम से भी जाना जाता है, यह 1440.71 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ एक सुंदर संरक्षित अभ्यारण्य है। यह पार्क क्षेत्र के अद्वितीय राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है और छत्तीसगढ़ राज्य की यात्रा करते समय इसे अवश्य देखना चाहिए। यह छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में स्थित है।
प्रवेश शुल्क
यहां जाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को 100 रुपये शुल्क के रूप में देना होता है। वहीं, आप सुबह 8 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक जा सकते हैं।
छत्तीसगढ़ घूमने का सबसे सही समय कौन सा है?
अगर आप वन्यजीवों में रुचि रखते हैं, तो गर्मियों के सीजन में जा सकते हैं। वहीं, पहाड़ और हिल स्टेशन पर जाने के लिए आप सर्दियों का महीना चुन सकते हैं।
छत्तीसगढ़ कैसे पहुंचे?
रेल मार्ग : यदि आप छत्तीसगढ़ घूमने का प्लान करते हैं, तो रेल मार्ग के द्वारा जाना भी आसान हो सकता है। इसके लिए आप अपने शहर से रायपुर या फिर बिलासपुर जंक्शन के लिए रेलवे टिकट लें। इसके बाद प्राइवेट गाड़ी की मदद से छत्तीसगढ़ की यात्रा का लुत्फ उठाएं।
सड़क मार्ग : आप सड़क मार्ग द्वारा बस या फिर अपनी गाड़ी से भी छत्तीसगढ़ जा सकते हैं। भारत के किसी भी कोने से यहां तक पहुंचने का रास्ता काफी आसान है।
हवाई मार्ग द्वारा : हवाई मार्ग से अगर आप छत्तीसगढ़ जाना चाहते हैं, तो रायपुर हवाई अड्डे के लिए हवाई टिकट लें। इसके बाद अपनी प्राइवेट गाड़ी बुक करके छत्तीसगढ़ घूमें।
छत्तीसगढ़ में ठहरने के लिए होटल
कैपिटल ओ होटल स्टार इंटरनेशनल
तहसील, 1, होटल स्टार इंटरनेशनल, नेताजी चौक के पास, जांजगीर, रेलवे स्टेशन रोड, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
होटल नटराज
टेलीफोन एक्सचेंज रोड, तेलीपारा, छत्तीसगढ़ 495004
ईसीओ स्टे रूम
छत्तीसगढ़
FAQ | क्या आप जानते हैं
छत्तीसगढ़ घूमने के लिए आप एक बजट प्लान कर सकते हैं। अगर आप कुछ ही जगहों पर घूम रहे हैं, तो आपको घूमने में करीब 10 से 15 हजार रुपये लग सकते हैं। हालांकि, होटल बुकिंग, जाने का मार्ग और ट्रिप का दिन भी बजट निर्भर करता है।
छत्तीसगढ़ में आप किसी अच्छे होटल में रुक सकते हैं। कोशिश करें कि होटल बुक करते समट रेटिंग जरूर चेक करें।
रात के समय आप रायपुर, राजिम जैसे शहर और गांव में घूम सकते हैं।
छत्तीसगढ़ में आप रात के समय मार्केटिंग, शॉपिंग और मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं।