बच्चे को घर में अकेला छोड़ते समय इन 5 बातों का रखें ध्यान: Child Safety
Child Safety: आज के समय में पैरेंट्स वर्किंग होते हैं और इसलिए उन्हें अपने बच्चे को घर पर अकेला छोड़ना पड़ता है। कभी-कभी कुछ काम के चलते माता व पिता दोनों ही बाहर रहते हैं और ऐसे में उनके बच्चे घर पर अकेले ही रह जाते हैं। यह एक ऐसी सिचुएशन होती है, जब पैरेंट्स अपने बच्चे की सिक्योरिटी को लेकर बहुत अधिक चिंतित हो जाते हैं। उन्हें यह डर सताता है कि कहीं उनकी अनुपस्थिति में बच्चे को कुछ हो ना जाए। पैरेंट्स का यह डर जायज भी है। लेकिन अगर आप बच्चे को घर पर अकेला छोड़ रहे हैं तो ऐसे में आपको कुछ आसान टिप्स को अपनाना चाहिए, जिससे बच्चे को किसी तरह का नुकसान ना हो। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ आसान टिप्स के बारे में बता रहे हैं-
1) जरूरी नंबरों की लिस्ट बनाएं
अगर आपका बच्चा अक्सर अकेला होता है तो ऐसे में यह जरूरी है कि आपके बच्चे को कम से कम तीन नंबर अच्छी तरह याद हो। आप अपने बच्चे को आस-पास रहने वाले किसी भरोसेमंद व्यक्ति का संपर्क नंबर अवश्य दें ताकि किसी भी आपात स्थिति में जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सके। साथ ही बच्चों को अन्य इमरजेंसी नंबर जैसे एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस के बारे में भी बताएं। अगर आपका बच्चा छोटा है और उसे सभी नंबरों को याद रखने में कठिनाई हो रही है, तो ऐसे में सबसे अच्छा तरीका है कि आप इन नंबरों की एक लिस्ट बनाएं और इसे रेफ्रिजरेटर या किसी ऐसी जगह पर चिपका दें जहां से यह बच्चे को आसानी से दिखाई दे। इसके अलावा, आप लगातार बच्चे के संपर्क में रहें और उसे हर थोड़ी देर में कॉल करते रहे। साथ ही, जब वे कॉल करें तो तुरंत उत्तर दें। अगर आप चाहें तो किसी दोस्त या पड़ोसी से बच्चे पर नजर रखने के लिए भी कह सकते हैं।
2) लें मदद
अगर आपको रेग्युलरली बाहर रहना पड़ता है और इसलिए बच्चा हरदम ही घर में अकेला रहता है तो ऐसे में आपको अपनी मदद के लिए किसी को हायर कर लेना चाहिए। नियमित रूप से बच्चे को घर पर अकेला छोड़ना सही नहीं माना जाता है। हालांकि, आजकल हाउस हेल्पर्स पर भी आसानी से भरोसा नहीं किया जा सकता है। इसलिए, किसी को भी घर में रखने से पहले उसका पुलिस वेरिफिकेशन अवश्य करवाएं। इसके अलावा, आप घर में कैमरे भी लगवा सकते हैं। इससे हाउस हेल्पर के मन में हमेशा यह डर रहेगा कि आपकी पूरी नजर उस पर है। इसलिए, वह कुछ भी गलत करने से डरेगा। इसके अलावा, कभी-कभी आप अचानक ही ऑफिस से घर आ जाएं। इससे भी हाउस हेल्पर के मन में डर रहता है कि आप कभी भी आ सकते हैं।
3) तय करें नियम
जब बच्चे को घर में अकेला छोड़ दिया जाता है तो ऐसे में उसके लिए कुछ बेसिक नियम बनाना बेहद जरूरी है। हो सकता है कि बच्चा अपना पूरा समय टीवी देखने या वीडियो गेम खेलने में बर्बाद कर दें। इसलिए कुछ बेसिक रूल्स की लिस्ट बनाएं और बच्चे को समझाएं कि इसका पालन करना क्यों महत्वपूर्ण है। इस लिस्ट में टीवी के घंटे और वे किस प्रकार के शो देख सकते हैं, शामिल होना चाहिए। इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित करें कि बच्चा किसी से यह न कहे कि वह घर में अकेला है। साथ ही साथ, आप बच्चों को रसोई के नियमों के बारे में बताएं कि ओवन और अन्य बर्तनों का उपयोग कैसे करें। उन्हें यह समझाएं कि उन्हें किन चीजों से दूर रहना चाहिए जैसे चाकू, लाइटर और अन्य तेज वस्तुएं आदि।
4) फूड को करें स्टॉक
बच्चों की भूख बहुत अधिक नहीं होती है, लेकिन उनकी यह आदत होती है कि वह बार-बार खाते हैं। ऐसे में हर बार एक ही तरह की चीज खाना शायद उन्हें पसंद ना आए। इसलिए, अगर आप बच्चे को घर पर अकेला छोड़कर जा रहे हैं तो यह सुनिश्चित करें कि उसके पास फूड का पर्याप्त स्टॉक हो। अक्सर अकेले होने पर बच्चे अनहेल्दी फूड अधिक खाते हैं। इसलिए, किचन को चिप्स, बिस्कुट या चॉकलेट आदि से भरने से बचें। इसके स्थान पर आप बच्चे के लिए तीन से चार लंच बॉक्स अलग-अलग पैक करके किचन में रख सकते हैं। जिससे बच्चे को जब भी भूख लगे तो वह हर बार कुछ अलग लेकिन हेल्दी खा सके।
5) सेफ्टी है जरूरी
एक बच्चे की सुरक्षा का ध्यान रखना तब और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है, जब उसे अकेला छोड़ दिया जाता है। इसलिए उन्हें आग, चोरी, मेडिकल इमरजेंसी या किसी अन्य आपात स्थिति से निपटना सिखाएं। कम से कम उन्हें घर से निकलने के दो रास्ते जरूर बताएं। सुनिश्चित करें कि आपके पास घर पर सभी आवश्यक चीजों के साथ एक फर्स्ट एड किट है और बच्चे को बेसिक फर्स्ट एड करना आना चाहिए। जो चीज बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती हैं, उन्हें लॉक कर दें। यदि आपके पास एक खुला बिजली बोर्ड है तो उस पर तुरंत टेप लगाएं। इन सभी उपायों को अपनाने से बच्चा खुद को बेहतर तरीके से संभालना भी सीख जाता है। साथ ही साथ, वह अधिक शिक्षित व जागरूक बनता है।