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त्वचा को युवा बनाए रखने में उपयोगी है क्रायोथेरेपी: Cryotherapy to Rejuvenate Skin

09:30 PM Apr 06, 2024 IST | Rajni Arora
त्वचा को युवा बनाए रखने में उपयोगी है क्रायोथेरेपी  cryotherapy to rejuvenate skin
Cryotherapy to Rejuvenate Skin
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Cryotherapy to Rejuvenate Skin: इंस्टाग्राम पर या सोशल मीडिया के दूसरे प्लेटफार्म पर अक्सर किसी एथलीट्स और सेलेब्रेटी कोल्ड वाॅटर या आइस से अपने शरीर की ट्रीटमेंट करते हुए नजर आ जाते हैं। यह है-कोल्ड थेरेपी या क्रायोथेरेपी है। इस थेरेपी का उपयोग शरीर में होने वाली दर्द से राहत पाने के लिए खिलाड़ी करते हें या फिर जवां और खूबसूरत बने रहने के लिए हॉलीवुड की ज्यादातर अभिनेत्रियां करती हैं। लेकिन वर्तमान में यह काफी ट्रेंड में है। वास्तव में कोल्ड थेरेपी का प्रचलन सदियों पहले दुनिया की कई प्राचीन संस्कृतियों में भी रहा है। ग्रीक और रोम के लोग तो हाइड्रोथेरेपी यानी जल चिकित्सा की बहुत विश्वास रखते थे। वो शरीर में होने वाले दर्द को दूर करने और रिलेक्स होने के लिए ठंडे पानी में नहाते थे। आयुर्वेद में भी क्रायोथेरेपी को शरीर को वात, पित्त, कफ दोषों में बैलेंस करने के लिए काफी कारगर थेरेपी माना गया है।

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क्या है क्रायोथेरेपी

Cryotherapy to Rejuvenate Skin
Cryotherapy

क्रायोथेरेपी एक न्यूनतम इनवेसिव थेरेपी है जो बाहरी रूप से (त्वचा पर) और आंतरिक रूप से (शरीर के अंदर) ऊतक का इलाज कर सकती है। इसमें क्रायो-थेरेपिस्ट मरीज के शरीर में होने वाले असहनीय दर्द और सूजन को कम करने, क्षतिग्रस्त या रोगग्रस्त टिशूज या सेल्स को खत्म करने या फिर त्वचा को कांतिमय बनाने के लिए विभिन्न तरह की कोल्ड थेरेपी का इस्तेमाल करता है। थेरेपी मूलतया आइस पैक और तरल नाइट्रोजन या ऑर्गन गैस के चैम्बर में व्यक्ति को थोड़ी देर के लिए ले जाकर उपचार किया जाता है जहां का तापमान बहुत कम यानी माइसन डिग्री में होता है।

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बहुत फायदेमंद है क्रायोथेरेपी

  • क्रायोथेरेपी शरीर को रिकवर और रिफ्रेश करने में मदद करती है।
  • हमारी इम्यूनिटी और भावनात्मक स्वास्थ्य को बूस्ट करता है। व्यक्ति के ओवरएक्टिव माइंड को शांत करता है।शरीर की मांसपेशियों और नसों में रहने वाली दर्द और एंठन में आराम मिलता है।
  • हमारी त्वचा के लिए जादू की तरह काम करता है। ठंडे पानी में चेहरा धोने पर न केवल हमें ताजगी का अहसास होता है, बल्कि हमारी त्वचा रेजुवेनेट भी करती है। कोल्ड थेरेपी से स्किन पोर्स में कसावट आती है जिससे त्वचा में चमक आती है।
  • रक्त वाहिकाओं मे कसाव लाता है जिससे त्वचा में ऑयल के निर्माण को कम करता है जिससे मुंहासे होने की संभावना कम होती है।
  • त्वचा में होने वाले रैशेज, खुजली, जलन को दूर करता है।
  • देर रात तक जागने की वजह से आंखों के नीचे होने वाली सूजन को कम करता है।
  • दाग-धब्बों, सनबर्न, मस्से,तिल, चोट के निशान जैसी की समस्या से छुटकारा मिलता है।
  • जांघों और कूल्हों पर जमा अतिरिक्त फैट को कम किया जा सकता है।
  • डिप्रेशन और एंगजाइटी की स्थिति में कोल्ड थेरेपी जादू की तरह काम करती है। यह आपके नर्वस सिस्टम को रेगुलेट कर डोपामाइन, सेरोटोनिन जैसे हैप्पी हार्मोन के उत्पादन को बढ़ावा देता है और आपके मूड को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • माइग्रेन से भी राहत मिलती है।
  • थकान, अनिद्रा जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
  • मेडिकल साइंस में क्रायोथेरेपी का प्रयोग प्रोस्टेट, सर्वाइकल और लीवर कैंसर सहित अन्य कैंसर के इलाज के लिए भी किया जाता है। इस उपचार को क्रायोब्लेशन कहा जाता है।

क्रायोथेरेपी के हैं कई प्रकार

व्यक्ति की स्थिति के आधार पर क्रायोथेरेपी कई तरह से की जाती है। शरीर में दर्द या अन्य समस्या होने पर उसे होल-बाॅडी क्रायोथेरेपी चेम्बर में ले जाया जाता है। जबकि शरीर के किसी अंग में समस्या होने या चेहरे की त्वचा की समस्याएं होने पर आइस पैक या फैशियल किया जाता है।

होल बाॅडी क्रायोथेरेपी: पूरे शरीर को ठंडा करने के लिए व्यक्ति को कुछ मिनट के लिए एक सिलेंडरनुमा चेम्बर में ले जाया जाता है। इस चेम्बर का तापमान बहुत कम होता है। नाइट्रोजन युक्त ठंडी हवा जब शरीर पर पड़ती है तो त्वचा की सतह से रक्त वाहिकाओं तक पहुंचकर उन्हें संकुचित कर देती है। इससे रक्त की अशुद्धियां दूर होती हैं और त्वचा संबंधी समस्याएं कम होती हैं। त्वचा में ऑयल का उत्पादन कम होता है जिससे मुंहासे या दानें निकलना कम होता है।शरीर में होने वाले असहनीय दर्द और सूजन से राहत मिलती है।

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लोकलाइज क्रायोथेरेपी: किसी व्यक्ति खासकर स्पोट्र्स इंजरी में घुटने, टखने, हाथ या शरीर के दूसरे अंगों में सूजन या तेज दर्द की स्थिति में लोकलाइज क्रायोथेरेपी की जाती है। इसमें क्रायोजनिक ठंडी हवा व्यक्ति के प्रभावित अंगों पर 5-10 मिनट के लिए डाली जाती है। जो त्वचा के टिशूज से अंदर पहुंच कर रक्त धमनियों को संकुचित करती है। ऑक्सीजनेटेड ब्लड सर्कुलेशन को तेज हो जाता है और व्यक्ति को आराम मिलता है।

क्रायो फेशियल: यह नाॅन इनवेसिव तकनीक है जो कोलेजन उत्पादन को बढ़ाकर त्वचा को रेजुवेनेट करने में मदद करती है। इसमें क्रायो मशीन के पंप के माध्यम से व्यक्ति के सिर, चेहरे और गर्दन की त्वचा पर ठंडी नाइट्रोजन तरल ब्लो की जाती है। इसके साथ त्वचा पर एंटी-बैक्टीरियल ब्लू लाइट का प्रभाव भी पड़ता है। त्वचा ठंडी होने के कारण रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं। फेशियल के बाद सामान्य टेम्परेचर में आने पर त्वचा की रक्त वाहिकाएं फैल जाती है और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है। जिससे त्वचा में कसाव आता है जिससे झुरियां और महीन रेखाओं में कमी आती है। त्वचा रेजुवेनेट होकर चमकदार बनती है।

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कोल्ड शाॅवर: बहुत ठंडे पानी से व्यक्ति को कुछ मिनट के लिए शाॅवर दिया जाता है। इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है जिससे मसल्स में होने वाले दर्द या सूजन में जल्द आराम मिलता है। यह एंडोर्फिन हैप्पी हार्मोन को रिलीज करने में मदद करता है जिससे थकान और तनाव कम होता है। व्यक्ति को फ्रैश और फील गुड का अहसास होता है।

आइस वाॅटर फेशियल: पूरे दिन एनर्जेटिक और फ्रैश महसूस करने के लिए सुबह की दिनचर्या में आइस फेशियल को शामिल करना बेस्ट है। इसके लिए एक बड़े बाउल में पानी लेकर 6-8 आइस क्यूब डालकर और ज्यादा ठंडा किया जाता है। इस ठंडे पानी से भरे बाउल में 20-30 सेकंड के लिए चेहरा डुबोया जाता है। आइस फेशियल से त्वचा के पोर्स में कसावट आती है जिससे दिन भर चेहरा दमकता रहता है।

कोल्ड स्किनकेयर टूल्स: त्वचा को दिन भर तरोताजा और कांतिमय बनाए रखने में आइस ग्लोब,आइस रोलर जैसे कोल्ड स्किनकेयर टूल्स बहुत सहायक होते हैं। इनकी मदद से कम मेहनत करके बहुत कम समय में त्वचा में निखार आता है। सबसे बड़ी बात यह है कि कोई भी काम करते हुुए या टीवी पर अपना पसंदीदा प्रोग्राम एंजाय करते हुए भी इन टूल्स को बड़ी आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। क्रायोथेरेपी के लिए इन कोल्ड स्किनकेयर टूल्स के बजाय रसोई में मौजूद चम्मच का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए चम्मच को रात भर के लिए रेफ्रिजरेटर में रखना होगा, सुबह इन ठंडे चम्मच से मसाज की जा सकती है।

आइस ग्लोब: सदियों से इस्तेमाल किए जाने वाली आइस क्यूब ट्रीटमेंट का आधुनिक रूप है। क्रायोथेरेपी में आइस ग्लोब को फ्रिज में 1-3 डिग्री टेम्परेचर पर ठंडा करके इस्तेमाल किया जाता है। इससे चेहरे की मसाज करने से त्वचा में लचीलापन और कोमलता बढ़ती है। त्वचा में बेहतर ब्लड सर्कुलेशन और ऑक्सीजनेशन को उत्तेजित करती है। स्किन पोर्स को सिकोड़नेए त्वचा में कसाव लाने और सुस्त बेजान त्वचा को रेजुवेनेट करने में भी मदद करता है। रोजाना आइस ग्लोब से लिफ्टिंग मसाज का उपयोग करने पर महीन रेखाओं को कम करने और त्वचा को कसने, चमकदार बनाने, आंखों के नीचे का कालापन और पफिंग दूर करने में मदद मिलती है। आइस ग्लोब की मसाज के बाद मेकअप का असर लम्बे समय तक रहता है।

आइस फेशियल रोलर्स: आइस फेशियल रोलर लालिमा को कम करता है और सुस्त त्वचा में चमक बढ़ाता है। मुंहासों या त्वचा में सूजन, जलन है, तो आइस रोलर त्वचा को शांत और आरामदायक बनाने के साथ-साथ सूजन कम करने का एक शानदार तरीका है। सूजन, चेहरे की चर्बी और उम्र बढ़ने के लक्षण जैसे महीन रेखाएं और झुर्रियां कम करता है। सशरीर में ब्लड सर्कुलेशन को सुचारू बनाकर त्वचा में चमक, निखार और कसाव लाता है। इसे इस्तेमाल करना भी बेहद आसान है। आइस रोलर को पानी भर कर 4-5 घंटे के लिए फ्रीज करना है। जमने पर इससे चेहरे, गले और दूसरे अंगों की मसाज करें।

बरतें सावधानी

डाॅक्टर की सलाह के बिना क्रायोथेरेपी नहीं करनी चाहिए। क्रायोथेरेपी से वैसे तो सभी लोगों का इलाज किया जा सकता है लेकिन कोल्ड सेंसेटिविटी होने, मायोकार्डिएक इंफेक्शन होने, पेरिफेरल नर्व इंजरी, रेनाॅल्ड डिजीज, डायबिटीज जैसी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को क्रायोथेरेपी लेने से बचना चाहिए। क्योंकि इस थेरेपी में बहुत ठंडा टेम्परेचर होने पर रक्त वाहिनियां सिकुड़ जाती हैं जिससे इन बीमारियों के मरीज को मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। क्रायोथेरेपी के बाद अगर किसी भी तरह की समस्या हो तो तुरंत डाॅक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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