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रोजाना एक्सरसाइज दिमाग को रखती है तंदुरुस्त: Mental Health Exercise

07:00 AM Apr 25, 2024 IST | Anuradha Jain
रोजाना एक्सरसाइज दिमाग को रखती है तंदुरुस्त  mental health exercise
Regular Exercise for Mental Health
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Mental Health Exercise: यह तो सभी जानते हैं कि रोजाना एक्सरसाइज से शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं, जैसे मसल्स, हड्डियां, हार्ट और लंग्स मजबूत होते हैं और तमाम तरह की बीमारियों को रोकने में मदद मिलती है। यही एक्सरसाइज आपके दिमाग को भी तंदुरुस्त रखती है। आजकल की जीवनशैली में हर कोई स्ट्रेस, डिप्रेशन और कई तरह की मानसिक समस्याओं से गुजर रहा है। लेकिन आप इन परेशानियों से एक्सरसाइज करके दूर रह सकते हैं। चलिए जानते हैं कैसे एक्सरसाइज मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है।

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क्या कहना है डॉक्टर का

Mental Health Exercise
Regular Exercise for Mental Health

पुणे स्थित, फिटवेल क्लीनिक की फिजीकल और न्यूरो फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. ऋचा पुरोहित का कहना है कि दिमाग की नसों को शांत करने और मेंटल प्रॉब्लम्स से दूर रहने के लिए नियमित एक्सरसाइज करना जरूरी है। ऐसा करके आप खुद तो स्वस्थ रखते ही हैं, आपके आसपास का माहौल भी स्वस्थ रहता है।

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दिमाग पर एक्सरसाइज का प्रभाव

एक्सरसाइज करना किसी को भी आम बात लग सकती है लेकिन जब आप दौड़ते हैं, जिम जाते हैं या अन्य शारीरिक गतिविधियां करते हैं तो आपके शरीर के अंदर एक केमिकल का रिसाव होता है। इस केमिकल से दिमाग पर कई तरह के पॉजिटिव इफेक्ट होते हैं। जैसे -

  • न्यूरोट्रांसमीटर रिलीज होता है - जब भी आप एक्सरसाइज करना शुरू करते हैं तो न्यूरोट्रांसमीटर नामक कई केमिकल मैसेंजर्स आपके नर्व्स सिस्टम में रिलीज होते हैं।
  • एंडोर्फिन और एंडोकैनाबिनोइड्स होते हैं रिलीज - जब भी आप एक्सरसाइज करते हैं तो शरीर से एंडोर्फिन और एंडोकैनाबिनोइड्स नामक हार्मोन का रिलीज होना बढ़ जाता है। एंडोर्फिन ना सिर्फ मूड अच्छा करता है बल्कि शरीर के दर्द को भी रोकता है। वहीं, एंडोकैनाबिनोइड्स कई न्यूरोट्रांसमीटर का एक ग्रुप है। जब भी आप बहुत तेज दौड़ते हैं या बहुत तेज गति से कोई एक्सरसाइज करते हैं तो ये हार्मोन आपको उत्साह, जोश और रिलैक्स महसूस करवाने में मदद करता है।
  • डोपामाइन- एक्सरसाइज से एक और प्रभावशाली न्यूरोट्रांसमीटर डोपामाइन रिलीज होता है। ये हार्मोन ना सिर्फ आपको खुश रखता है बल्कि आपके शरीर की प्रक्रियाओं जैसे हार्ट रेट, स्लीपिंग पैर्टन, मूड, फोकस, मोटिवेशन, वर्किंग मेमोरी, लर्निंग और पेन को रेगुलेट करने में मदद करता है। हालांकि ये अभी साबित नहीं हो पाया है कि असल में किस तरह की एक्सरसाइज डोपामाइन हार्मोन को सबसे ज्यादा उत्तेजित करती है।
  • न्यूरोप्लास्टिकिटी को मिलता है बढ़ावा- एक्सरसाइज से न्यूरोप्लास्टिकिटी को बढ़ाता है, जो आपके ब्रेन और नर्व्स सिस्टम की इंटरनल या एक्सटर्नल स्टिम्यूलेशन के रिस्पॉन्स में उनकी एक्टिविटी को बदलने की क्षमता है रखता है। साथ ही ये यह नए कौशल, एक्टिविटीज और भाषाओं को सीखने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है।
  • ब्रेन में ऑक्सीजन बढ़ाता है - जैसे ही एक्सरसाइज के दौरान आपका दिल तेजी से पंप करना शुरू कर देता है, यह आपके ब्रेन में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ा देता है। इससे ब्रेन की ब्लड वैसल्स में कुछ बदलाव होते हैं, जो वैसल्स के काम में सुधार करता है। इस सुधार से वर्किंग मेमोरी, फ्लैक्सिबल थिकिंद और सेल्फ कंट्रोल बढ़ता है।

इसे आप इस तरह भी समझ सकते हैं कि रोजाना फिजीकल एक्टिविटी से आपके मस्तिष्क के महत्वपूर्ण हिस्सों में रक्त के प्रवाह में सुधार होता है, जो अल्जाइमर रोग और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों को होने से रोकता है।

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एक्सरसाइज के मेंटल हेल्थ पर होने वाले फायदे

एक्सरसाइज करने से मेंटल हेल्थ पर बहुत पॉजिटीव इफेक्ट पड़ता है। इससे सिर्फ गुड हार्मोंस ही रिलीज नहीं होते बल्कि कई ओर फायदे भी होते हैं। जैसे -

  • तनाव होता है दूर - इसमें कोई शक नहीं है कि नियमित एक्सरसाइज एक पॉवरफुल स्ट्रेस बस्टर है। ऐसा माना जाता है कि एक्सरसाइज कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन जैसे स्ट्रेस हार्मोन के लेवल को कम करके तनाव को कम करता है। ये कहना गलत नहीं होगा कि एक्सरसाइज न केवल आपको तनाव से निपटने में मदद करती है बल्कि यह तनाव को शुरुआत में ही रोकने में भी मदद करती है।
  • बढ़ता है आत्मविश्वास - आपको जानकर हैरानी हो सकती है लेकिन एक्सरसाइज से व्यक्तिगत छवि में पॉजिटिव बदलाव तो आता ही है साथ ही आत्मविश्वास में भी सुधार होता है। आप अपने शरीर के बारे में पॉजिटिव सोचने लगते हैं और अधिक केयर करने लगते हैं।
  • मूड कर सकते हैं बेहतर - एक्सरसाइज का आपके मूड पर पूर्ण प्रभाव पड़ता है। कई शोधों से ये संकेत मिलता है कि नियमित फिजीकल एक्टिविटी करने से मूड अधिक पॉजिटिव होता है और नकारात्मक सोच में कमी आती है। यदि आप निराश महसूस कर रहे हैं या आपको डिप्रेशन महसूस होता हे तो आप कसरत के जरिए इसे दूर कर सकते हैं।
  • बेहतर नींद को देता है बढ़ावा - मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए रात में अच्छी नींद जरूरी है। बहुत से कारक हैं जो आपकी नींद की गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं और इसका प्रभाव आपकी फिजीकल एक्टिविटी और दिनभर किए जाने वाले कार्यों पर भी पड़ता है। लेकिन आप एक्सरसाइज से नींद में सुधार कर सकते हैं।
  • याददाश्त और सोच को बढ़ाने में करता है मदद - एक्सरसाइज का मानसिक स्वास्थ्य पर कई पॉजिटिव इफेक्ट्स के अलावा, आपकी सोच और याददाश्त पर भी पॉजिटिव इफेक्ट पड़ता है। शोधों में भी ये बात सामने आ चुकी है कि नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से मानसिक स्पष्टता बढ़ सकती है और वर्किंग मेमोरी के साथ ही फोकस करने में सुधार हो सकता है। साथ ही एक्सरसाइज से 50 साल से अधिक उम्र के वयस्कों में कॉग्नेटिव लेवल गिरने को कम किया जा सकता है।
  • ये बीमारियां होती हैं कंट्रोल - कई शोधों से ये बात सामने आई है कि रोजाना एक्सरसाइज से दिमाग संबंधी कई समस्याओं को कंट्रोल करने और उन्हें कम करने में मदद मिलती है। इन बीमारियों में शामिल हैं - डिप्रेशन, एंजाइटी, अटेंशन-डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD), बायोपोलर डिसऑर्डर, ऑब्सेसिव कंपटीशन डिसऑर्डर (OCD) और पोस्ट ट्रॉमिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD)।

निष्कर्ष

मानसिक स्वास्थ्य लाभ के लिए कई तरह के उपचार और दवाएं मौजूद हैं। लेकिन रोजाना एक्सरसाइज से कई मेंटल प्रॉब्लम्स को बढ़ने से रोका जा सकता है। एक्सरसाइज आपके ब्रेन में कई हार्मोन को अधिक मात्रा में रिलीज करने में मदद करता है जो तनाव को कम करने, आत्मविश्वास में सुधार करने, मूड में सुधार करने, नींद की गुणवत्ता बढ़ाने और तेज याददाश्त के साथ ही पॉजिटिव सोच में योगदान कर सकता है। साथ ही ये कई मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों पर पॉजिटिव प्रभाव डाल सकता है।

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