पति को कंट्रोल में रखने वाली महिलाओं में नजर आते हैं ये संकेत: Dominating Wife Sign
Dominating Wife Sign : पति और पत्नी का रिश्ता एक सिक्के के दो पहलू है जिसमें एक दूसरे के प्रति विश्वास, प्रेम और आत्मसम्मान सभी का होना बेहद जरूरी है। क्योंकि जब दोनों में से कोई भी एक दूसरे पर हावी होने की कोशिश करता है तो ये रिश्ता ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाता है। आपने अक्सर जब भी कोई लेख पड़ा होगा उसमें पति को ही दोषी पाया होगा लेकिन यहां जिस तरह का वातावरण देखने में आ रहा है पत्नियां भी कम नहीं है। वो अपने पति को झुकाने या उनको गलत ठहराने में माहिर हैं। ऐसे में जरूरी है कि अगर आपकी पत्नी भी बात-बात पर रिश्ते में दरार लाने की कोशिश करती है तो कैसे इस स्थिति से निपटे और कैसे जानें कि आपकी पत्नी आप पर हावी होने की कोशिश कर रही है।
अक्सर करती है आलोचना

अक्सर ऐसी महिलाओं को आपके छोटे-छोटे कामों में दिक्कत होती है। वे आपके अंदर बार-बार खामियां निकालने से बाज नहीं आतीं। और अक्सर आपको बात बात पर वह कहती है कि वे आप में सुधार ला रही है, जिससे आप ऐसी गलती दोबारा न करें। वह आप पर ऐसा करके नियंत्रित करना चाहती है। पत्नी की आलोचना से आप स्वयं को हमेशा गलत महसूस करने लगते हैं।
हमेशा आप पर रखना चाहती है नजर
ऐसा नहीं है कि पत्नियों को ये हक नहीं है कि उनके पति कहीं जा रहे हैं तो उनसे पूछे ना। लेकिन हमेशा कॉल करते रहना भी अच्छी बात नहीं है। लेकिन जो पत्नियां अपने आपको दबंग समझती हैं वे हमेशा चाहती है कि उनके पति उन्हें बताए बिना कहीं न जाएं, पति दोस्तों के साथ ज्यादा समय न बिताएं। साथ ही वो अपने पति से हर सवाल के जवाब की उम्मीद करती हैं।
हमेशा खुद को सही ठहराना
ऐसी पत्नियां तर्क-वितर्क में बेहद तेज होती है। उन्हें पता होता है कि उन्हें बहस या चर्चा में कैसे जीतना है। वह तब तक हार नहीं मानती जब तक ये साबित न हो जाए कि वह सही हैं। उन्हें लगता है चाहें कुछ भी बात हो या बहस सिर्फ वही सही है।
आपको दोषी महसूस करवाती है

कई बार कुछ ऐसी बातें आपके अतीत में हुई होती हैं जिसका फायदा इस तरह की महिलाएं उठाती हैं। अनजाने में अगर आपसे कोई गलती हो गई तो वो भविष्य में उसी गलती को याद दिलाकर आपको दोषी महसूस करवाती है जिससे आपको उनके आगे झुकना पड़ता है।
आपको कर्जदार महसूस करवाती है
पति और पत्नी दोनों का कर्तव्य होता है कि मुसीबत के समय में एक दूसरे का साथ देना। और जिस तरह पति का कर्तव्य है कि पत्नी का साथ देना, उसी तरह पत्नी का भी कर्तव्य है पति का साथ देना। लेकिन इस तरह की पत्नियां जिनसे पति को मदद मिलती है वह आपको अपने कर्ज में डुबाए रखने के लिए अहसानों को याद दिलाती रहती है जिससे आप उनकी इच्छा के हिसाब से कार्य करें।
उसे जलन महसूस होती है
कई महिलाएं ऐसी होती हैं जो दूसरी महिलाओं को ईर्ष्या की निगाहों से देखती है। ऐसी पत्नी को अपने पति को खोने का ज्यादा डर सताने लगता है। और वह आपके ऊपर नियंत्रण रखने लगती है कि आप किसी और से ज्यादा बात न करें। यहां तक की आपका दूसरी औरतों से बात करना उसे सहज नहीं लगता और वह जलन महसूस करने लगती हैं।
ऐसी स्थिति से कैसे निपटें
यदि आप भी ऐसी दिक्कतों का सामना कर रहे है तो जरूरी हैं कि आप इस समस्या से कैसे निकलें। आपको पता होना चाहिए कि किस तरह आपको अपनी बीवी से बर्ताव करना चाहिए जिससे वह इन हरकतों को करना छोड़ दें और आपका रिश्ता सही तरह से चल पाए।
उससे बात करें

सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप एक दूसरे से बात करें। क्योंकि ऐसी कोई चीज नहीं जिसका सॉल्यूशन नहीं है। आप अपनी पत्नी को बताएं कि उसका व्यवहार आपको कैसे प्रभावित कर रहा है। और आपका रिश्ता इससे खराब हो रहा हैं। उसे बताएं कि वह हर बात को समझदारी से समझे और समझाएं। क्योंकि उसके नियंत्रण का तरीका आपकी शादी पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
अपनी सीमाएं बनाएं
आप अपनी पत्नी के नियंत्रण की सीमा को निर्धारित करें। क्योंकि हर बात पर सफाई पेश करना जरूरी नहीं है क्योंकि आप एक शादी के रिश्ते में हैं न कि कोर्ट में खड़े हैं, जो आपको हर बार सफाई पेश करनी पड़े। हर रिश्ते की एक मर्यादा होनी चाहिए, जिसके तहत ही कोई रिश्ता चल पाता है। जब वह अपनी सीमाएं लाघंती है तो उसे विनम्रतापूर्वक उसे पिछे हटने के लिए कहना होगा।
दृष्टिकोण में लाएं बदलाव
कई बार ऐसा होता है हम सामने वाले को समझना नहीं चाहते है कि आखिर वह इतना कठोर क्यों है? ऐसे में आपको अपनी पत्नी के नियंत्रित और कठोर स्वभाव को समझने की कोशिश करनी होगी, आखिर इसके पीछे क्या वजह है। इसका मतलब यह भी नहीं हैं कि उसकी हर बात पर झुक जाएं। बल्कि बहस और झगड़ों को बढ़ने से पहले चीजों को समझने की कोशिश करें। और उन्हें भी समझाने की कोशिश करें। यदि आप स्थिति को समझने की कोशिश करेंगे या स्थिति से निपटने की कोशिश करेंगे, तो आपके साथ गलत व्यवहार भी नहीं होगा और आपकी पत्नी को बुरा भी नहीं लगेगा।
किसी समझदार शुभचिंतक से लें मदद

यदि आपके रिश्ते में ऐसी समस्या आ गई है कि रिश्ते टूटने के कागार पर खड़ा है तो जरूरी है कि शुभचिंतक से मदद लें। जिससे वह परामर्शदाता आपके रिश्ते में छिपी असुरक्षाओं का पता लगाने में मदद कर सकता है और उसे नियंत्रित करने और दबंग तरीके से काम करने का तरीका ढूंढ पाएं।
ऐसे रिश्ते से आ जाएं बाहर
यदि आपको लगता है कि आपकी सारी कोशिशों के बाद भी आपकी पत्नी को सही से समझ नहीं आ रहा है। और वह भी रिश्ते को बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रही है तो आप ऐसे रिश्ते से बाहर आ जाए। क्योंकि ऐसे रिश्ते में कुछ भी बाकि नहीं रह गया है। क्योंकि इस रिश्ते में सिर्फ नकारात्मकता रह गई है। वह चाहती है कि आपका हमेशा स्वभाव आज्ञाकारी रहे, आप अपनी अलोचना सुनते रहे, वह ईर्ष्या भी करें ऐसे में आपके स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ सकता है तो आप ऐसे रिश्ते से बाहर ही आ जाए।