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पीसीओएस को अपनी सेक्‍स लाइफ पर न होने दें हावी, बस इन बातों का रखें ध्‍यान: Sex Life with PCOS

11:00 PM Feb 16, 2024 IST | Garima Shrivastava
पीसीओएस को अपनी सेक्‍स लाइफ पर न होने दें हावी  बस इन बातों का रखें ध्‍यान  sex life with pcos
Sex Life with PCOS
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Sex Life with PCOS: पिछले कुछ सालों से पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम या पीसीओएस महिलाओं में एक आम समस्‍या बनकर सामने आई है। सामान्‍यतौर पर इस समस्‍या का शिकार 35 से अधिक उम्र की महिलाएं होती हैं लेकिन गत वर्षों में युवा महिलाएं भी इसकी चपेट में आ रही हैं। इस सिंड्रोम के तहत अनियमित पीरियड्स और मेल हार्मोन्‍स के बढ़ने के कारण मुहांसे, चेहरे पर अतिरिक्‍त बाल, सिर के बाल झड़ने और मूड स्‍वींग्‍स जैसी समस्‍या उत्‍पन्‍न होने लगती हैं। इसके अलावा ये डायबिटीज और कोलेस्‍ट्रॉल जैसी समस्‍याओं का कारण भी बन सकती है। कुछ मामलों में पीसीओएस आपकी सेक्‍स लाइफ को भी प्रभावित कर सकती है। महिलाओं में सेक्‍स के प्रति उत्‍तेजना और इच्‍छा की कमी हो जाती है। वहीं कुछ महिलाएं कामोत्‍तेजना में कठिनाई महसूस कर सकती हैं। जिसके कारण महिलाएं सेक्‍स को बोझ के रूप में देखने लगती हैं। लेकिन कुछ प्रयासों से पीसीओएस को रिवर्स कर आप अपनी सेक्‍स लाइफ को इंजॉय कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।

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लाइफस्‍टाइल में करें बदलाव

Sex Life with PCOS
Make changes in lifestyle

पीसीओएस को कंट्रोल करने में लाइफस्‍टाइल अहम भूमिका निभा सकती है। यदि आप डाइट में अधिक चीनी, नमक व तेल का उपयोग करते हैं तो पीसीओएस के लक्षणों को बढ़ावा मिल सकता है। इसलिए अपनी डाइट पर विशेष फोकस करें साथ ही पिलाटेज, योगा, स्‍वीमिंग और एरोबिक्‍स जैसी एक्‍सरसाइज को अपने रुटीन का हिस्‍सा बनाएं।

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पीसीओएस मेडिकेशन

पीसीओएस को कंट्रोल करने के लिए मेडिकेशन का सहारा लिया जा सकता है। सामान्‍यतौर पर इसमें बर्थ कंट्रोल पिल्‍स रिकमंड की जाती हैं जो फीमेल हार्मोन को संतुलित करने में मदद कर सकती हैं। इसके अलावा इन दवाईयों से पीरियड्स को भी नि‍यमित किया जा सकता है। हार्मोन्‍स संतुलित होने पर महिलाओं में सेक्‍स डिजायर भी बढ़ सकती है।

पार्टनर से करें बात

हालांकि पीसीओएस एक सामान्‍य समस्‍या है लेकिन इससे होने वाले शारीरिक बदलाव महिलाओं का कॉन्‍फिडेंस कम कर सकते हैं। इसलिए महिलाओं को अपने पार्टनर से अपनी समस्‍या के प्रति खुलकर बात करनी चाहिए। अपने साथी से बात करें कि आप कैसा महसूस करते हैं और बदले में आप उनसे क्‍या चाहते हैं। इससे आपको अपनी कामेच्‍छा को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।

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अपनी खूबसूरती को पहचानें

Recognize your beauty
Recognize your beauty

जब पीसीओएस के लक्षण किसी महिला पर हावी हो जाते हैं तो वह खुद को दूसरों से कमतर मानने लगती है। चेहरे पर अनचाहे बाल और मुहांसे उनका कॉन्‍फिडेंस कम कर सकते हैं। इसलिए आपको अपनी खूबसूरती को पहचानना होगा और समस्‍याओं को स्‍वीकार कर आगे बढ़ना होगा। ऐसा करने से आप अपनी इच्‍छानुसार काम कर सकेंगी।

मनोचिकित्‍सक की मदद लें

यदि आपको आवश्‍यकता महसूस होती है तो आप मनोचिकित्‍सक से परामर्श कर सकते हैं। इससे आपको नेगेटिव बॉडी इमेज इशू से छुटकारा मिल सकता है साथ ही वह आपको नकारात्‍मक भावनाओं से निपटने का समाधान भी दे सकते हैं।

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पुरानी आदतों को छोड़े

धूम्रपान और मादक पदार्थों का अधिक सेवन सेक्‍स ड्राइव को बाधित कर सकता है। इन आदतों को छोड़ने से कामेच्‍छा बढ़ेगी। मादक पदार्थों के सेवन से मेटाबॉलिज्‍म भी कम हो जाता है जिससे वजन घटाने में कठिनाई महसूस हो सकती है। इसलिए पीसीओएस को नियंत्रित करने के लिए सभी बुरी आदतों को समय रहते छोड़ना होगा।

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