क्या आप भी एक्सपेक्ट कर रहे हैं ट्वीन बेबी, पहचाने इन लक्षणों को
Early Signs Of Twin Pregnancy- मां बनना हर महिला के लिए अनोखा और नायाब अनुभव होता है। तमाम परेशानियों के बावजूद मां अपने होने वाले बच्चे की देखभाल करती है। प्रेग्नेंसी में प्रत्येक महिलाओं को अलग-अलग तरह के अनुभव होते हैं। खासकर उन महिलाओं को, जो जुड़वां बच्चे यानी ट्वीन बेबी एक्सपेक्ट करती हैं। ट्वीन प्रेग्नेंसी सिंगल प्रेग्नेंसी से काफी भिन्न हो सकती है। जब कोई महिला प्रेग्नेंट होती है, तो शरीर नए हार्मोन बनाना शुरू कर देता है जो बढ़ते हुए बच्चे की ग्रोथ और प्रसव की अवधि समायोजित करती है। सिंगल प्रेग्नेंसी की तुलना में जुड़वा बच्चों की प्रेग्नेंसी के हार्मोन अधिक हो सकते हैं। जिस वजह से महिला को कई तरह के लक्षण महसूस हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में कौन से लक्षणों से ट्वीन प्रेग्नेंसी का पता लगाया जा सकता है।
मॉर्निंग सिकनेस

हाई एचसीजी लेवल के परिणामस्वरूप प्रेग्नेंसी के पहले दो हफ्तों के दौरान अधिक मॉर्निंग सिकनेस होती है। इसे हाइपरमेसिस ग्रेविडरम भी कहा जाता है। गर्भ में जितने अधिक बच्चे होंगे समस्या उतनी अधिक गंभीर हो सकती है। कुछ महिलाओं को मितली जैसी समस्या भी आ सकती है, जो 2-3 महीने तक चल सकती है।
भूख में बढ़ोतरी
जब किसी महिला के गर्भ में दो बच्चे होते हैं, तो उसकी भूख बढ़ सकती है। बच्चों की ग्रोथ बढ़ने के साथ शरीर अधिक खाने की डिमांड करता है। महिला के द्वारा खाया गया खाना उसके बच्चे की ग्रोथ और डेवलपमेंट में मदद करता है। इसलिए प्रेग्नेंट महिला को बार-बार भूख लगती है। जुड़वां बच्चे होने पर भूख अधिक लगती है जो कि एक बड़ा लक्षण है।
नॉर्मल से बड़ा बैली
ट्वीन प्रेग्नेंसी में पेट स्पष्ट रूप से अलग और बड़ा दिखाई देता है। आपका गर्भाशय सिंगल प्रेग्नेंट महिला की तुलना में अधिक फैला और बड़ा दिखाई दे सकता है। प्रेग्नेंसी के शुरूआती चरण में ही आपका पेट सामान्य से बड़ा दिखाई दे सकता है। हालांकि आजकल प्रेग्नेंसी की शुरूआत में ही अल्ट्रा साउंड किया जाने लगा है जिससे ट्रीटमेंट में आसानी हो जाती है।
अत्यधिक थकान

ट्वीन प्रेग्नेंसी में दो से तीन हफ्ते तक थकान, चक्कर, नींद और सुस्ती का अनुभव हो सकता है। जिन महिलाओं को ट्वीन प्रेग्नेंसी होती है, उन्हें अपने शरीर को ठीक से काम करने के लिए अच्छी नींद और पर्याप्त भोजन की आवश्यकता होती है।
मूड स्वींग्स
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को मूड स्वींग्स की समस्या हो सकती है। खासकर ट्वीन प्रेग्नेंसी में महिलाओं को इसका अनुभव अधिक होता है। हालांकि मूड स्वींग्स की समस्या फर्स्ट और थर्ड ट्रेमिस्टर में अधिक होती है लेकिन समय के साथ इसमें सुधार हो जाता है।
डॉपलर हार्टबीट
फर्स्ट ट्रेमिस्टर के अंत में डॉक्टर भ्रूण के दिल की धड़कन का पता लगाने के लिए डॉपलर हार्टबीट काउंट नामक परीक्षण कर सकते हैं। यदि आप जुड़वा बच्चे एक्सपेक्ट कर रही हैं तो आप दो दिल की धड़कन सुन सकते हैं। हालांकि डॉपलर के परिणाम अल्ट्रासाउंड की तुलना में कम सटीक होता है क्योंकि एक दिल की धड़कन को दूसरे से अलग करना थोड़ा मुश्किल होता है।