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साइलेंट किलर हाइपरटेंशन को हराने के लिए अपनानी होगी असरदार रणनीति: World Hypertension Day 2024

01:47 PM May 17, 2024 IST | Sunaina
साइलेंट किलर हाइपरटेंशन को हराने के लिए अपनानी होगी असरदार रणनीति  world hypertension day 2024
World Hypertension Day 2024
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World Hypertension Day 2024: हाइपरटेंशन एक ऐसी बीमारी है जिसे साइलेंट किलर कहा जाता है. ये बीमारी चुपके से घुसपैठिए की तरह जिंदगी में घुसती है और सेहत को खतरे में डालती है. ब्लड प्रेशर लेवल हाई होने वाली इस बीमारी ने पूरी दुनिया के सामने स्वास्थ्य संकट खड़ा कर दिया है और इसके आंकड़े भी चिंता में डालने वाले हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का अनुमान है कि 30-79 साल की उम्र के बीच के करीब 1.28 बिलियन एडल्ट लोग दुनियाभर में हाइपरटेंशन की गिरफ्त में हैं.

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कार्डियोवैस्कुलर डिजीज

World Hypertension Day 2024
Lifestyle for hypertension

भारत में भी हाई ब्लड प्रेशर से जुड़ी इस समस्या की पकड़ मजबूत है. यहां की आबादी का एक चौथाई हिस्सा हाइपरटेंशन की चपेट में आता है और लगभग 60% बुजुर्ग इससे प्रभावित होते हैं. इससे बड़ी चिंता ये है कि लोगों में जागरूकता और इसका कंट्रोल रेट बहुत कम है, जिससे दिल की बीमारियों यानी कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (सीवीडी) का खतरा बढ़ जाता है.

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रिस्क फैक्टर

फोर्टिस हॉस्पिटल गुरुग्राम में नॉन-इनवेसिव कार्डियोलॉजी के सीनियर डायरेक्टर व हेड डॉक्टर विनायक अग्रवाल हाइपरटेंशन को दिल की बीमारियों की तरफ ले जाने वाली समस्या मानते हैं जिससे विश्वभर में प्री-मैच्योर डेथ भी हो रही हैं. डॉक्टर प्रभाकरण की रिसर्च से पता चलता है कि हार्ट डिजीज बढ़ाने में कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज और मोटापा जैसे मेटाबॉलिक रिस्क फैक्टर के साथ ही हाइपरटेंशन का भी अहम रोल होता है जो DALYs (डिसेबिलिटी एडजस्टेड लाइफ ईयर्स) के संदर्भ में लाखों लोगों को प्रभावित करता है.

Risk Factor
Risk Factor

हालांकि, इन तमाम खतरों के बीच कुछ उम्मीद भी है. हाइपरटेंशन को मैनेज करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव एक आधारशिला है. रेगुलर एक्सरसाइज, संतुलित पोषण और स्ट्रेस मैनेजमेंट हाइपरटेंशन के खिलाफ लड़ाई मजबूत स्तंभ हैं. डैश या मेडिटेरियन आहार यानी फल, सब्जी और मछली जैसे खान-पान के साथ धूम्रपान में कमी और डायबिटीज व कोलेस्ट्रॉल पर कंट्रोल कर हाइपरटेंशन की समस्या और उसके असर को कम किया जा सकता है.

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जीवनशैली में बदलाव

आनुवंशिक प्रवृत्ति और पर्यावरणीय रिस्क फैक्टर व्यक्ति के जीवन और उम्र को प्रभावित करते हैं. स्वास्थ्य के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाना चाहिए जिसमें जीवनशैली में बदलाव और समय पर मेडिकल इंटरवेंशन शामिल है. ये हाइपरटेंशन और इसके हानिकारक परिणामों के खिलाफ लड़ाई में सबसे मजबूत हथियार होते हैं.

हाइपरटेंशन के खिलाफ लड़ाई में एक समग्र एक्शन और अटूट कमिटमेंट की जरूरत होती है. लोगों को इसके बारे में जागरूक करने और सपोर्ट करने जैसे कदम उठाकर हाइपरटेंशन के दबाव को कम किया जा सकता है और भविष्य को स्वस्थ बनाया जा सकता है.

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डॉक्टर विनायक अग्रवाल ने आगे कहा, ''अलग-थलग रहकर हाइपरटेंशन के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती है, इसके लिए मिलकर काम करने और समर्पण दिखाने की जरूरत होती है. लोगों को इस कंडीशन के प्रति जागरूक करके हाइपरटेंशन की गिरफ्त से उन्हें बचा सकते हैं ताकि उनका भविष्य सुरक्षित और स्वस्थ हो सके.''

आइए इस चुनौती से मिलकर मुकाबला करते हैं और इस साइलेंट किलर का डटकर सामना कर इसे हराते हैं. आइए हम एक साथ मिलकर अपने स्वास्थ्य को फिर से ठीक करें और एक उज्जवल व हाइपरटेंशन मुक्त भविष्य की तरफ बढ़ें.

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