जो दिखता है वो हमेशा सच नहीं होता जनाब, इन 10 तरीकों से सीखें चेहरा पढ़ना: Face Reading Tricks
Face Reading Tricks: दुनिया में अगर सफल होना है और आगे बढ़ना है तो आपको लोगों की सही पहचान होना जरूरी है। कुछ लोग दूसरों को देखते ही सामने वाले की फितरत का पता लगा लेते हैं। वहीं कई बार हम लंबे समय तक संपर्क में रहने के बाद भी दूसरों को सही से पहचान नहीं पाते। दरअसल, लोगों को पहचानना और उनके दिल की बात जानना एक कला है, इसे जिसने सीख लिया, उसका सफल होना तय है। बॉडी लैंग्वेज को समझकर आप आसानी से यह काम कर सकते हैं। चलिए विशेषज्ञों से जानते हैं बॉडी लैंग्वेज को समझना।
शब्दों से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं भाव
विशेषज्ञों के अनुसार कई बार व्यक्ति के शब्द नहीं, व्यवहार महत्वपूर्ण होता है और कई बार मौखिक भाषा की तुलना में यह गैर मौखिक तरीका सामने वाले के व्यवहार को ज्यादा ठीक से बता पाता है। द साइलेंट लैंग्वेज ऑफ लीडर्स के लेखक, बॉडी लैंग्वेज विशेषज्ञ कैरोल किन्से गोमन का कहना है कि लोगों की उपस्थिति, बात करने के दौरान उनकी मुद्रा, इशारे, स्पर्श, चेहरे के भाव, आंखें, आवाज की गति और तरीका मौखिक भाषा यानी बोली से परे हैं। ये सभी बिना बोले भी किसी व्यक्ति का आइना हैं। बस जरूरत है इसे समझने की। इस भाषा को समझना अहम है। बॉस का मन भांपने से लेकर पार्टनर चुनने तक, यह आपके काम आएगा।
सबसे पहले दें इस बात पर ध्यान
विशेषज्ञों के अनुसार किसी के दिमाग को पढ़ना ज्यादा मुश्किल काम नहीं है। आप बस इस बात पर गौर करें कि जो वह बोल रहा है, वह उसके कहने के तरीके से मिलता है या नहीं। बात करने के दौरान उसके भाव कैसे हैं, वह हाथों और आंखों को कैसे चला रहा है। क्योंकि कई बार लोग जो बोलते हैं, वैसा वो सोचते नहीं हैं।
कपड़ों को देखना या छेड़ना
जब आप किसी से बात कर रहे हैं या कुछ पूछ रहे हैं और इस दौरान वह लगातार अपने कपड़ों से खेल रहा हो। यानी कभी रुए निकाल रहा हो या कभी कपड़ों को मोड़ रहा हो, उन्हें बार-बार संभाल रहा हो तो ऐसे में आशंका है कि वह पूरा सच नहीं बोल रहा। कई बार यह इस ओर भी इशारा करता है कि वह आपसे बात करने में असहज है।
आंखों पर ध्यान दें
आंखे इंसान का आइना हैं, ये बहुत कुछ बोलती हैं। अगर बातचीत के दौरान कोई आपकी आंखों में सीधे देखकर बात कर रहा हो तो इसका संकेत है कि वह आपकी बात पर पूरा ध्यान दे रहा है। या फिर वह उस कार्य को करने की इच्छा रखता है। वहीं अगर कोई आपसे आंखें चुरा रहा हो या दूर देख रहा हो तो इसके दो अर्थ है। एक यह कि व्यक्ति अंतर्मुखी या शर्मीला है। कभी-कभी इसका मतलब यह भी होता है कि वह असहज महसूस कर रहा है। यह बातें छुपाने का भी संकेत है।
पैरों को क्रॉस रखना
कई बार लोग पैरों को क्रॉस करके खड़े होते हैं या फिर बैठने के दौरान पैर क्रॉस कर लेते हैं। कुछ लोग ऐसा आरामदायक मुद्रा के लिए करते हैं। लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार इस मुद्रा का अर्थ है कि व्यक्ति ने बातचीत पूरी कर ली है और अब वह कुछ नहीं सुनना चाहता। वास्तव में यह बिना शारीरिक दूरी के संकेत दूरी बनाना है। यह उसकी असुविधा भी दिखाता है। कुल मिलाकर वह आपकी बात सुनना नहीं चाहता।
समझें हाथों का इशारा
हाथों के इशारे या हाथ रखने का तरीका भी बहुत इंपोर्टेंट है। अगर कोई आपके सामने अपने हाथों को मेज या पैरों पर रखता है तो ऐसा शख्स खुले विचारों का है। इस दौरान अगर उसकी हथेलियां खुली हुई हैं तो इसका मतलब यह है कि वह काफी आत्मविश्वास से भरा हुआ है। इसी के साथ वह आपसे विश्वास का संबंध बनाने की कोशिश कर रहा है। यह मुद्रा विश्वसनीयता और स्पष्टवादिता का संकेत है। ऐसे लोग पॉजिटिव होते हैं।
पैन या उंगलियां चलाना
कई बार आप किसी से बात कर रहे होते हैं और वो लगातार पैन को खोलता-बंद करता है, अंगुलियों को मेज पर थपथपाता है, पैरों को हिलाता है तो यह उनकी घबराहट को दिखाता है। कई बार ऐसा तब होता है जब उस शख्स का ध्यान आपकी बातों पर नहीं होता। इससे वह आपको यह दिखाने की कोशिश करता है कि वह आपकी बातों को सुनना नहीं चाहता।
सांस लेने का तरीका
सांस लेने का तरीका भी व्यक्ति की मानसिक स्थिति को बताता है। दरअसल, हम जैसा महसूस करते हैं, हमारी हृदय गति वैसी ही चलने लगती है। कई बार हमारी सांस लेने की दर बढ़ जाती है। हालांकि आप किसी की पल्स चैक नहीं कर सकते, लेकिन आप उसके सांस लेने के तरीके से यह अंदाजा लगा सकते हैं कि वह परेशान है या चिंतित है। अगर कोई आपसे बात करने के दौरान काफी शांति से सांस ले रहा है तो इसका अर्थ है कि वह आपकी बात सुन रहा है।
बोलने के तरीके से जांचें सच
किसी व्यक्ति की आवाज की गहराई, लहजा, गूंज यह बताती है कि वह क्या महसूस कर रहा है। अगर किसी की आवाज ऊंची हो जाती है, तो यह जरूरी नहीं है कि वह गुस्सा है, कई बार ऐसा घबराहट के कारण भी होता है। कई बार वह कमजोर या असुरक्षित महसूस करता है और उसे छिपाने के लिए तेज बोलता है। वहीं कई बार तेजी से ऊंची आवाज में बोलना आपका आत्मविश्वास दिखाता है। लेकिन यह उस समय के हावभाव पर भी निर्भर है। जब कोई शख्स कम और धीरे से बोल रहा होता है तो यह संकेत देता है कि वक्ता आपके साथ व्यक्तिगत महत्व की कोई बात साझा करने की कोशिश कर रहा है।
खड़े होने का तरीका
आप जैसे खड़े होते हैं उससे आपकी बॉडी लैंग्वेज को सबसे पहले जांचा जाता है। जब कोई अपने कंधों को झुकाकर, छाती को सिकोड़कर और कोहनियों को पास में रखकर अंदर की ओर सिकुड़ता है, तो इसका अर्थ है कि वह असुरक्षित, कमजोर महसूस कर रहा है। या फिर वह किसी बात को लेकर शर्मिंदा है। अगर आप बहुत ज्यादा गर्दन को ऊंचा करके तनकर खड़े हैं तो यह घमंड का प्रतीक हो सकता है। इसलिए हमेशा सीधे सौम्य होकर खड़े होना चाहिए। वहीं होंठों को बार-बार जीभ से चाटना घबराहट या झिझक को दिखाता है।