फेक रिकवरी एजेंट के हाथों न हो जाएं धोखाधड़ी के शिकार, इन बातों का रखें ध्यान: Fake Recovery Agent
Fake Recovery Agent: आजकल लोग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए बैंक और कंपनियों से लोन लेते हैं, जिसे निश्चित समय पर ब्याज के साथ चुकाना पड़ता है। मौजूदा समय में तमाम तरह की जरूरतों के हिसाब से लोन मिलता है। हालांकि लोगों की जरूरतों के लिए मिल रहे इस लोन सिस्टम में लोगों के साथ धोखाधड़ी भी की जाती है। आजकल लोन की आड़ में लोगों को फ्रॉड का शिकार बनाया जाता है। फिर वो चाहें फेक लोन ऑफर्स हो सकते हैं या फिर फेक रिकवरी एजेंट बनकर लोगों से जबरन वसूली करना। दरअसल, लोन धोखाधड़ी के कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां फेक रिकवरी एजेंट बन जालसाजों ने लोगों को शिकार बनाया है। आज हम आपको इस लेख में बताएंगे कि किस तरह आपको फेक रिकवरी एजेंट से बचना है और कैसे इसकी पहचान करनी है।
कौन होते हैं रिकवरी एजेंट?
धोखाधड़ी से बचने के तरीके से पहले हम जानेंगे कि आखिर रिकवरी एजेंट कौन होते हैं? और वे किस तरह काम करते हैं। सरकारी बैंक और आधिकारिक कंपनियों के अलावा कई निजी कम्पनियां भी लोगों को इंटरेस्ट रेट के साथ लोन उपलब्ध करवाती हैं। लोन में ली गई राशि को किश्तों में बैंक या कंपनी को वापस करना होता है। लेकिन, तय समय लोन का पैसा वापस न मिलने पर कंपनियां और बैंक अपने रिकवरी एजेंट के जरिए उगाही करवाती है। ये उगाही कर्जदाता द्वारा गारंटी पर रखी गई चीज़ को सीज़ कर या फिर लोन द्वारा खरीदी गई वस्तु को सीज़ कर प्राप्त की जाती है। तमाम प्रयासों के बाद लोन की रकम वापस न मिलने पर कंपनी या बैंक कर्जदाता को डिफॉल्टेर घोषित कर देती है।
उदहारण से समझें कौन होते हैं फेक रिकवरी एजेंट?
![Fake Recovery Agent](https://grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/Untitled-design-2023-06-19T132926.426-1024x576.jpg)
फेक रिकवरी एजेंट द्वारा वसूली और धोखाधड़ी को हम एक उदहारण के जरिए समझेंगे। दरअसल, लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले चालबाज़ लोन देने वाली कंपनी या बैंक का फेक रिकवरी एजेंट बन अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। इस तरह के अपराध से बचने के लिए आपका सतर्क होना बेहद जरूरी है।
मान लीजिए आपने किसी बैंक से बाइक या कार खरीदने के लिए लोन लिया है। कुछ महीनों की किश्त देने के बाद किसी कारणवश आप लोन की कुछ किश्ते नहीं दे पाते तो आपके पास बैंक की तरफ से रिकवरी के लिए एजेंट आता है। लेकिन ये एजेंट लोन लेने वाली कम्पनी या बैंक की तरफ से नहीं होते हैं, बल्कि ये धोखेबाज़ होते हैं। वो आपसे लोन की किश्त न चुका पाने के सम्बन्ध में बात करता है। क्योंकि उनके पास आपकी कई जानकारियां हो सकती हैं। इस तरह की घटना को अचानक से नहीं बल्कि टारगेट बनाकर अंजाम दिया जाता है। ऐसे में हो सकता है वो आपको डराए या आपकी कार या बाइक को जब्त करने की बात कहे। या फिर वो किश्त चुकाने के लिए मोहलत के तौर पर आपसे कुछ पैसों की मांग करे। उसकी इस मांग पर आप उसे पैसे दे भी देतें हैं, बस आपकी यही गलती आपको धोखाधड़ी का शिकार बना सकती है। इसलिए ऐसी स्थिति में आपका सतर्क होना बेहद जरूरी है।
कैसे बचें धोखाधड़ी?
![don'ts and do's](https://grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/Untitled-design-2023-06-19T133148.654-1024x576.jpg)
- जाहिर है आपने किसी आधिकारिक कंपनी या बैंक से लोन लिया है तो उसका रिकवरी एजेंट अपने आईकार्ड के साथ आएगा, इसलिए जब भी आपके पास कोई रिकवरी एजेंट आए तो किसी भी तरह की पेमेंट करने से पहले उसका आईकार्ड, बैंक या कंपनी के आधिकारिक रिकवरी नोटिस की जांच जरूर करें।
- बिना किसी रसीद के किसी भी कंपनी या बैंक के रिकवरी एजेंट को कोई भी पेमेंट न करें।
- अगर आपको लगता है कि आपके साथ इस तरह की धोखाधड़ी हुई है तो सबसे पहले पुलिस में इसकी शिकायत करें, साथ ही बैंक या कंपनी की होम ब्रांच में इसकी जानकारी दें।