ई एम आई के चक्कर में बिगड़ न जाए बैंक बैलेंस: Financial Tips
Financial Tips: आज के समय में आपकी छोटी से छोटी जरूरत के लिए हर कंपनी एवं ब्रांच आपको ईएमआई की सुविधा देती है जो कि बहुत से लोगों के लिए लाभदाई होती है। लेकिन किस हद तक ? कई बार ईएमआई हमें फायदे की जगह नुकसान में डाल सकती है। एक बार ईएमआई की लत लग जाए तो उसे छुड़ाना मुश्किल हो जाता है और आप कर्जे में डूब सकते हैं।
बहुत से लोगों को मजबूरी के कारण ईएमआई (Financial Tips) लेनी पड़ती है, लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जो फिजूल की चीजों के लिए ईएमआई का रास्ता चुनते हैं। एक सर्वे के मुताबिक 15% लोगों की ईएमआई उनके 50% आमदनी से ज्यादा है। जो कि अच्छी बात नहीं है तो आज हम आपको बताएंगे की ईएमआई के क्या नुकसान हो सकते हैं। कहीं ईएमआई के चक्कर में आपका बैंक बैलेंस ना बिगड़ जाए। हम आपको कुछ ऐसे संकेत बताएंगे जिनसे आप जान सकते हैं कि आप ईएमआई (Financial Tips) के जाल में फस कर कर्जे में डूब रहे हैं :
इनकम के 70 फीसदी से ज्यादा है खर्चा

हमारे रोजमर्रा के खर्चों में बहुत से खर्च शामिल होते हैं जैसे कि पानी का बिल, बिजली का बिल, राशन, सोसाइटी मेंटेनेंस इत्यादि । इन्हीं में से एक हिस्सा होता है ईएमआई (Financial Tips) । यदि आपका सारा खर्च मिलाकर आपकी आय से 70% ज्यादा हो रहा है तो आप कर्जे में डूब रहे हैं। आपका मासिक खर्च किसी भी स्थिति में आपकी आय के 50% से ज्यादा नहीं होना चाहिए। तभी आपका बैंक बैलेंस स्थाई और संतुलित रहेगा।
ईएमआई आपकी इनकम के 50 फीसदी से ज्यादा है :- आजकल बहुत से ऐसे लोग हैं जो कि इजी ईएमआई, सेल्स और डिस्काउंट के जाल में फस कर बहुत बड़ी बड़ी राशि की ईएमआई बंधवा लेते हैं। जिससे उन्हें बेहद नुकसान हो सकता है। यदि किसी भी महीने आप अपनी ईएमआई (Financial Tips) का भुगतान नहीं कर पाए तो आपका सामान तक वापस लिया जा सकता है। बहुत से लोग तो एक नहीं बल्कि कई सारी ईएमआई ले लेते हैं। अलग-अलग देखा जाए तो यह छोटी-छोटी राशि की ईएमआई होती है लेकिन अगर आप इन्हें इकट्ठा देखें तो यह एक बड़ी राशि बनाती है। जो कि बहुत जल्द ही आपका बैंक बैलेंस बिगाड़ सकती हैं।
ईएमआई चुकाने के लिए लोन
कई बार हम इतनी सारी ईएमआई (Financial Tips) ले लेते हैं कि उससे एक बड़ी ईएमआई बन जाती है। और उन ईएमआई को चुकाने के लिए हमारे पास पैसों की कमी हो जाती है। ऐसे में हम अपने रिश्तेदारों, दोस्तों, या जानने वालों से लोन लेते हैं। जिससे हम वह ईएमआई चुका सके। कई बार लोग ईएमआई को चुकाने के लिए बैंक से भी लोन लेते हैं।
यहां तक कि ईएमआई की राशि बहुत ज्यादा बढ़ जाने पर लोग अपने घर का सोना गिरवी रख देते हैं। यह एक और संकेत है कि आप कर्ज में डूबते जा रहे हैं और एक कर्ज को चुकाने के लिए आप दूसरा कर्जा ले रहे हैं।
क्रेडिट कार्ड से आईएमआई का भुगतान

आजकल क्रेडिट कार्ड की सुविधा बहुत आसान हो गई है। हर बैंक अपने कस्टमर को क्रेडिट कार्ड दे देती है। इसमें बैंक का तो कोई नुकसान नहीं होता लेकिन आपको जरूर उसकी बुरी लत लग जाती है। अगर कभी आपके पास इतनी धनराशि ना हो कि आप ईएमआई (Financial Tips) चुका सके तो बहुत से लोग अपने क्रेडिट कार्ड के जरिए ईएमआई का भुगतान करना शुरू कर देते हैं। लेकिन वे नहीं जानते कि वे एक जहर के बदले दूसरा जहर ले रहे हैं।
शुरू में तो कई ईएमआई (Financial Tips) भरी जा सकती है लेकिन जब आपको क्रेडिट कार्ड का भुगतान करना होता है तब आप कर्जे में डूब चुके होते हैं। और ऐसे में बैंक भी आपके पीछे हाथ धोकर पड़ जाती है। इसलिए बुद्धिमानी इसी में है की किसी भी स्थिति में अपनी ईएमआई भरने के लिए क्रेडिट कार्ड का उपयोग ना करें।
ईएमआई का समय पर भुगतान न कर पाना
बहुत से ऐसे लोग हैं जिनकी एक स्थाई आमदनी नहीं होती है। इसके बावजूद भी वह ईएमआई (Financial Tips) पर उत्पाद खरीद लेते हैं। शुरुआत के कुछ महीनों की ईएमआई देने के लिए उनके पास धनराशि इकट्ठा होती है। लेकिन जब यह धनराशि खत्म हो जाती है तब उनकी ईएमआई डगमगा जाती है। तब उनके पास पैसों की कमी हो जाती है जिससे कि वह ईएमआई भर सके।
बहुत से लोगों की ईएमआई (Financial Tips) मिस हो जाती है जिसकी वजह से बैंक उनका गला पकड़ लेती है। तो यदि आपके पास एक संतुलित आमदनी नहीं है और आप अपने बचत किए हुए पैसों पर ईएमआई ले रहे हैं तो यह एक बेहद ही जोखिम जुआ है। इसमें आपके जीतने की कोई गुंजाइश नहीं है बल्कि यह सिर्फ और सिर्फ आपका बैंक बैलेंस बिगाड़ देगा।
पहले से लोन होने के बावजूद ईएमआई लेना

बहुत से ऐसे लोग होते हैं जिन्होंने होम लोन, एजुकेशन लोन जैसे कई लोन ले रखे होते हैं। इसके बाद भी वे अपने घर के उत्पादों के लिए ईएमआई का जरिया चुनते हैं। इसे आसान शब्दों में समझा जाए तो यह एक कर्जे के ऊपर एक और कर्जा लेने जैसा है। इसमें कोई भी अकलमंदी नहीं है कि आप लोन के ऊपर ईएमआई ले। यदि आप ऐसा करने की सोच रहे हैं तो अभी ही भूल जाएं और यदि आप ऐसा कर चुके हैं तो दोबारा ऐसी गलती करने की सोचे भी न। क्योंकि कर्जा कभी रुकता नहीं है और वह बढ़ता ही चला जाता है और आपको पता भी नहीं चलेगा कि कब यह कर्जा आपके गले का फंदा बन गया।
तो यह है कुछ ऐसे तरीके जिनसे आप पता लगा सकते हैं कि आपकी ईएमआई (Financial Tips) आपको कर्ज में डुबा रही है और आपका बैंक बैलेंस बिगाड़ सकती है।