गमले में लगे पौधों की मिट्टी कब और कैसे बदलें, पूरी जानकारी: Gardening Tips
Gardening Tips: पेड़- पौधे हमारे जीवन के अहम हिस्सा हैं। इनके बिना जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। यही वजह है कि हम सबके घरों में तमाम तरह के पेड़ पौधे मिल जाते हैं। हमारे घर में लगाए गए पौधे अच्छे से फले और फूलें इसके लिए कई बातों का ध्यान रखना होता है। जिसमें से सबसे पहला है अनुकूल वातावरण जहां उन पौधों को पर्याप्त मात्रा में हवा, पानी, धूप और सभी ज़रूरी पोषक तत्व मिल सकें।
दूसरा अच्छी मिट्टी जो पौधे की सही ग्रोथ के लिए बेहद ज़रूरी है। यदि आपके पौधे ग्रोबैग अथवा गमले में लगे हुए हैं तो वह गमले की मिट्टी से परस्पर पोषक तत्वों का उपयोग करते हैं, जिसकी वजह से मिट्टी की गुणवत्ता कम होती जाती है। साथ ही गमले की मिट्टी समय के साथ पानी तथा अन्य पोषक तत्वों को धारण करने की क्षमता कम होती जाती है जिससे पौधे खराब हो सकते हैं। यही वजह है कि समय-समय पर गमले में लगे पौधे की मिट्टी को बदलने की सलाह दी जाती है।
इस लेख के माध्यम से आप गमले में लगे पौधों की मिट्टी को बदलने के बारे में विस्तार से जान पायेंगे। आपको इस बात की पूरी जानकारी मिल पाएगी कि गमले की मिट्टी को कब और कैसे बदलें? मिट्टी बदलने का सही और उचित तरीका क्या होता है।
गमले की मिट्टी कब बदलनी चाहिए

सामान्यतौर पर गमले में लगे पौधों की मिट्टी बदलने का सबसे सही समय वसंत ऋतु को माना गया है। इस समय पौधे की मिट्टी को बदलने अथवा पौधों को नई मिट्टी में लगाने से पौधे को अनुकूल वातावरण मिल पाता है और पौधे की जड़े बहुत अच्छे और तेजी से ग्रोथ करती हैं। इस दौरान गमले में लगे पौधों की मिट्टी बदलने से पौधों को किसी तरह का नुकसान नहीं होता है। लेकिन इसके अलावा गमले में लगे पौधों की मिट्टी बदलने का निर्धारण काफ़ी हद तक मिट्टी की सही स्थिति और पौधे की किस्म पर निर्भर करता है।
वैसे हर दो साल पर गमले में लगे पौधों की मिट्टी को बदल देना चाहिए। पोथोस और अफ्रीकी वायलेट जैसे कुछ पौधे जो बहुत तेज़ी से ग्रो करते हैं उनकी मिट्टी एक साल में बदलने की आवश्यकता होती है। कैक्टस, ड्रैकैना रिफ्लेक्सा, रबर और स्नेक प्लांट जो धीमी गति से ग्रो करते हैं उनकी मिट्टी कई वर्षों तक मिट्टी बदलने की आवश्यकता नहीं होती है।
इन सबके अतिरिक्त यदि अगर आपके गमले में लगे पौधों की मिट्टी छूने पर कठोर लग रही है और पानी को अच्छी तरह से नहीं सोख रही तो भी मिट्टी को बदल देना चाहिए। गमले में लगे पौधों को यदि आप पानी दे रहे और पानी जल्दी बह जाता अथवा मिट्टी के ऊपर ही भरा रहता है तो भी मिट्टी को बदल देना चाहिए। गमले की मिट्टी में किसी तरह की दरार आ जाए और पौधों की जड़ें निकलती हुई दिखाई दें तो भी मिट्टी को बदल देना चाहिए।
गमले की मिट्टी कैसे बदलें?

गमले में लगे हुए पौधे की मिट्टी को बदलने के कई तरीक़े होते हैं जिन्हें अपनाया जा सकट है। इस प्रक्रिया में सबसे पहले गमले की मिट्टी को ढ़ीला कर लेना चाहिए इससे पौधे की जड़ों को कोई नुकसान नहीं होगा। यदि मिट्टी सूखी हुई हो तो उसमें पानी डालकर नम कर लेना चाहिए और मिट्टी को गमले से बाहर निकाल लें, बस इस बात का ध्यान रखें की रूटबॉल की मिट्टी पूरी तरह से नहीं हटे। फिर गमले को नई पॉटिंग मिक्स या फिर मिट्टी से भरे और पौधे को वाटरिंग केन की मदद से फब्बारे के रूप में पानी दें ताकि पौधा नई मिट्टी में अच्छे से सेट हो जाए।
किस प्रकार की मिट्टी का उपयोग करें

गमले में लगे पौधों सबसे अच्छी मिट्टी के तौर पर पॉटिंग मिक्स का इस्तेमाल किया जाता है जोकि मिट्टी के साथ पीट काई, वर्मीक्यूलाइट और पर्लाइट का मिश्रण होता है। जिसे आप अपने घर पर भी बहुत अच्छी तरह से टायर कर सकते हैं। यदि आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो बाज़ार से भी आप अच्छी क्वालिटी का पॉटिंग मिक्स खरीद सकते हैं। गमले में लगे हुए पौधे की मिट्टी को बदलते वक़्त बस इस बात का ख़्याल रखें कि मिट्टी पोषक तत्वों से भरपूर, नमीधारण करने वाली, वजन में हल्की एवं अच्छी जलनिकासी वाली होनी चाहिए।