फेफड़ों की सेहत के लिए इस्तेमाल करें ये 7 हर्ब्स: Herbs for Lungs
Herbs for Lungs: फेफड़े यानी कि हमारे लंग्स शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक हैं। फेफड़ों के जरिए सांस लेते समय ऑक्सीजन शरीर में जाती है और फेफड़े बिना रुके लगातार काम करते है। दुनिया भर में हर साल लाखों लोग फेफड़े के रोग से अपनी जान गंवा देते हैं। इसलिए फेफड़ों की सेहत का ध्यान रखना जरूरी है। अगर आप लंबे समय तक फेफड़ों को बचाना चाहते हैं,तो कुछ ख़ास जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। जानते हैं ऐसी 7 हर्ब्स के बारे में बताते हैं, जो आपको फेफड़ों की बीमारियों से भी बचाएंगे और उन्हें सेहतमंद भी रखेंगे।
Herbs for Lungs:तुलसी
फेफड़ों की सेहत के लिए तुलसी बहुत ही गुणकारी औषधि है। यह श्वसन से संबंधी कई बीमारियों में फायदेमंद है। इसके पत्तों में यूजेनॉल नामक तत्व पाया जाता है, जो सर्दी, खांसी जैसी समस्याओं को रोकने में बहुत प्रभावी होता है। रोजाना तुलसी के पत्तों का सेवन करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और संक्रमण तथा फेफड़ों की अन्य कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
मुलेठी
मुलेठी का नाम तो आपने जरूर सुना होगा। यह अपने मीठे और ठंडे गुणों के कारण श्वसनप्रणाली के संक्रमणों में राहत देती है। मुलेठी का उपयोग, सर्दी और खांसी जैसी कई श्वसन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। मुलेठी फेफड़ों और गले में जमा होने वाले गाढ़े बलगम को पिघलाकर निकालके फेफड़ों को स्वस्थ रखती हैं। गले की खराश और खांसी में मुलेठी से आराम मिलता है।
बिभीतकी
बिभीतकी यानी बेहड़ा सूखी खांसी, जुकाम और गले की खराश में लाभदायक है। यह त्रिफला चूर्ण का भी एक महत्वपूर्ण घटक है। बिभीतकी सभी प्रकार के खांसी और श्वसन प्रणाली के रोगों में लाभदायक है। यह गले की सूजन कम करता है और बढ़े हुए कफ को बाहर निकलकर श्वसनमार्ग के रोगों में आराम देता है ।
सोंठ
सोंठ मतलब सूखा हुआ अदरक। यह फेफड़ो में संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करती है | सोंठ श्वसन नली को साफ रखकर श्वसन की प्रक्रिया को सुगम बनाने में मदद करती हैं । सोंठ गले की सूजन कम करके गले की खराश और खांसी में भी आराम देती है। सोंठ फेफड़ों को प्रभावित करनेवाले संक्रमणों को दूर रखने में मदद करती है।
गिलोय
गिलोय शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए तो जानी जाती है ही, लेकिन इसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण भी होते हैं जो फेफड़ों को प्रभावित करने वाले रोगाणु और वायरस को दूर करता है। इसके अलावा यह फेफड़ों में होने वाली सूजन को कम करके उसे स्वस्थ रखता है।
थाइम
थाइम में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट एपिगेनिन और ल्यूटोलिन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। यह श्वसन नली को राहत देने के साथ साथ फेफड़ों को साफ रखने में भी मदद करती है।
ऑरेगेनो
ऑरेगेनो का इस्तेमाल इटालियन फ़ूड में किया जाता है। ऑरेगेनो में पाया जानेवाला रोजामेरिनिक एसिड फेफड़ों के लिए बहुत अच्छा होता है। यह शरीर में सूजन पैदा करने के लिए जिम्मेदार हिस्टामाइन को कम करने में मदद करता है। ऑरेगेनो में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जो इंफेक्शन और बीमारी का कारण बननेवाले जीवाणु, वायरस या अन्य सूक्ष्मजीव को दूर रखने में सहायक होते हैं।
अपने लंग्स को लंबे समय तक स्वस्थ रखने के लिए इन हर्ब्स का इस्तेमाल ज़रूर करें।