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फेक रिलेशनशिप से कैसे बचें: Fake Relationship

03:30 PM Apr 23, 2024 IST | Rajni Arora
फेक रिलेशनशिप से कैसे बचें  fake relationship
Fake Relationship
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Fake Relationship: केस स्टडी- 7-8 महीने पहले एक केस आया था। 24 साल की लड़की है। जो डिप्रेशन का शिकार है और नकारात्मक सोचती रहती है। उसका किसी काम में मन नहीं लगता। दो बार आत्महत्या की कोशिश भी की। परिवार से बात करके पता चला कि उसका किसी के साथ ब्रेकअप हुआ है। लड़का 27-28 साल का था, जाॅब कर रहा था। ज्यादातर बात फोन पर ही होती थी, लेकिन लड़के ने बहुत जल्दी फिजीकल रिलेशनशिप बनाने की मांग रखी। लड़की ने शादी के बाद ऐसा करने के लिए कहा। लड़का अपने जाॅब और पढ़ाई के प्लान रखकर शादी के लिए टालमटोल करना शुरू कर दिया।

लेकिन लड़के ने उससे मिलने और फिजीकल रिलेशन बनाने के लिए मना लिया। इस बीच लड़की प्रेगनेंट हो गई, लेकिन शादी न कराकर उसका अर्बोशन करवा दिया। लेकिन शादी की बात पर टालमटोल करता रहा और उसे बेवकुफ बनाता रहा। लड़की अंदर से टूट गई, किसी के साथ शेयर नहीं कर पा रही थी और आत्महत्या का कदम भी उठाया। लड़का उसे भावनात्मक रूप से बेवकूफ बनाता रहा। उस लड़के ने अपने परिवार या दोस्तों के बारे में कुछ नहीं बताया था जिससे लड़की उनसे संपर्क कर सके।

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क्या है फेक रिलेशनशिप

Fake Relationship
Fake Relationship Meaning

आज आधुनिक दौर में प्यार के मायने काफी बदल रहे हैं। इनमें से एक है-फेक रिलेशनशिप। जिसमें शारीरिक आकर्षण के चलते लड़के-लड़कियां रिलेशनशिप कायम करते हैं और बहुत जल्दी आगे बढ़ना चाहते हैं। प्यार का इज़हार करने और अवैध संबंध बनाने को तत्पर रहते हैं। झूठे वायदों में फंसाकर दूसरे की जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं।

क्या होती है मानसिकता

इसके पीछे व्यक्ति की मानसिकता कई तरह की रहती है-

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  • व्यक्ति की परवरिश ऐसे माहौल में होता है, जहां एक-दूसरे के प्रति लगाव या प्यार कम होता है। शुरू से ही रिश्ते में असुरक्षा की भावना विकसित होने की वजह से व्यक्ति आत्मकेंद्रित होता है। ऐसे व्यक्ति को किसी के साथ रिश्ता कायम करने या सच्चा प्यार करने में दिक्कत रहती है।
  • कुछ व्यक्ति आत्ममुग्ध प्रवृति के व्यक्ति होते हैं जिसकी वजह से वे बहुत स्वार्थी होते हैं। वे सिर्फ अपने से प्यार करते हैं।
  • वो सोचते हैं कि पार्टनर को अपनी उंगलियों पर नचाना चाहते हैं। खासकर लड़कियां एक बार भावनात्मक रूप् से किसी के साथ जुड़ जाती हैं तो बाद में उसके लिए उस स्थिति से निकलना मुश्किल हो जाता है। वो सब कुछ दूसरे के हिसाब से करने पर मजबूर हो जाती हैं।

कैसे पहचानें

फेक रिलेशनशिप के कुछ संकेत हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है-

  • सबसे जरूरी यह सुनिश्चित करें कि वह व्यक्ति उन वायदों को पूरा करने में सक्षम हैै भी या नहीं, जो वो आपसे कर रहा है। अक्सर ऐसे वायदे किए जाते हैं- पूरी उम्मीद है कि अच्छी कंपनी में नौकरी जरूर लग जाएगी, हम जल्द शादी करेंगे, अच्छा सा घर लेंगे।
  • वो अपने बारे में भी ठीक जानकारी नहीं देता।
  • रिलेशनशिप किस फेक रिलेशनशिप कायम करने वालों का व्यवहार तर्कसंगत नहीं होता।
  • वे किसी भी तरह के वायदा करने से डरते हैं। या फिर नए-नए बहाने बनाकर वायदे तोड़ते रहते हैं।
  • अगर इनसे फ्यूचर प्लान के बारे में पूछा जाए, तो वो टालमटोल कर जाते हैं। बेशक वो ख्वाबों की दुनिया में जरूर ले जाते हैं, लेकिन किसी भी तरह का वचनबद्धता में नहीं फंसना चाहते।
  • उनका रवैया ऐसा होता है कि हर चीज़ उनसे जुड़ी होनी चाहिए, हर बात उनसे पूछ कर होनी चाहिए। अपने पार्टनर की बजाय हर बात में खुद को महत्व देते हैं।
  • रिलेशनशिप में बहुत जल्दी आगे बढ़ना चाहते हैं। प्यार का इजहार बहुत जल्दी करते हैं। शारीरिक आकर्षण की वजह से अवैध संबंध बनाने के लिए तत्पर रहते हैं।
  • उनकी कथनी और करनी में फर्क होता है। यानी बड़ी चालाकी से झूठ बोलते हैं जिस पर यकीन करना पार्टनर के लिए मुश्किल होता है और वो उनके प्यार के जाल में फंसते चले जाते हैं।
  • ऐसे लोगों का दायरा काफी छोटा होता है। पोल खुलने के डर से उन्हें भी अपने पार्टनर से मिलवाना नहीं चाहते।

क्या होता है असर

धोखेबाज इंसान से संबंध बनाने पर दूसरे व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। उसके आत्मविश्वास में कमी आ सकती है। संभल न पाने की स्थिति में आत्महत्या जैसे कदम भी उठा सकता है।

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कैसे बचें

जब भी आप किसी रिलेशनशिप में आएं, तो गौर करें कि आपका पार्टनर किस तरह का है। कहीं वो आपका फायदा उठाने के लिए ही तो आपसे नहीं जुड़ा। व्यवहार में किसी भी तरह के बदलाव को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। जरूरी है कि किसी भी रिलेशनशिप को कायम करने में हरेक को थोड़ा वक्त देना चाहिए। किसी के प्यार के जाल में फंस कर या चिकनी-चुपड़ी बातों में फंसाकर अपना सब कुछ दांव पर नहीं लगाना चाहिए। सतर्क रहना जरूरी है। इमोशनल होकर किसी रिलेशन में नहीं जाना चाहिए। जरूरी है कि जब भी आप भावनात्मक रूप से आप परेशान हों, तो आपको दूसरे व्यक्ति से किसी भी तरह की रिलेशनशिप कायम करना अवायड करना चाहिए। क्योंकि ऐसे समय आप दूसरे पर पूरी तरह निर्भर हो जाते हैं और उसके जाल में फंस जाते हैं जो आपके लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है।

(डाॅ कोमल चावला, साइकोलाॅजिस्ट, चितकारा यूनिवर्सिटी, पंजाब)

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