क्या करें जब आपका हसबैंड अल्कोहल पर खर्च करता है अपनी पूरी सैलरी: Deal with Alcoholic Husband
Deal with Alcoholic Husband: एक ऐसे जीवनसाथी के साथ जिंदगी गुजारना बेहद मुश्किल होता है जो अपनी सैलरी का एक बड़ा हिस्सा अल्कोहल यानी शराब पर खर्च करता है। ये स्थिति किसी भी महिला के लिए चुनौतीपूर्ण और परेशान करने वाली हो सकती है। ये न केवल घर की फाइनेंशियल स्टेबिलिटी को प्रभावित करती है बल्कि पति-पत्नी के रिश्तों को भी खराब कर सकती है। शराब का अधिक सेवन कई जिंदगियों को तबाह कर सकता है इसलिए जरूरी है कि महिलाएं समय रहते इस स्थिति से निपटने का प्रयास करें। हालांकि ऐसी सिचुएशन से बाहर निकलना इतना आसान नहीं है लेकिन कुछ प्रभावशाली तरीके अपनाकर आप इस मुद्दे को सुलझा सकती हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
मुद्दे को समझें

कोई भी कदम उठाने से पहले ये जानने का प्रयास करें कि आपके पति जरूरत से ज्यादा अल्कोहल का सेवन क्यों करते हैं। इस स्थिति के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं जैसे तनाव, भावनात्मक मुद्दे, लत या मानसिक परेशानी। ये एक जटिल मुद्दा है इसलिए समझदारी और प्यार से इस समस्या को सुलझाना आवश्यक है।
सीमाएं निधार्रित करें
अल्कोहल पर आधी से ज्यादा सैलरी खर्च करना परेशानी का कारण बन सकती है। यदि आपके हसबैंड ऐसा करते हैं तो आप सीमाएं निर्धारित करें ताकि घर खर्च में परेशानी न आए। जैसे उनके पास मौजूद पैसों की मात्रा को सीमित करने का निर्णय ले सकते हैं। शराब पीने के लिए गाइडलाइन बना सकती हैं। यदि हसबैंड को उनकी जिम्मेदारियों के बारे में बताया जाएगा तो सीमाएं निर्धारित करने में परेशानी नहीं आएगी।
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सपोर्ट ग्रुप
सोसाइटी में ऐसे कई सपोर्ट ग्रुप मौजूद हैं जिन्होंने समान स्थितियों का अनुभव किया है। ये ग्रुप आपकी भावनाओं को शेयर करने, अंतदृष्टि प्राप्त करने और अपने परिवारों में शराब की लत से जूझ रहे अन्य लोगों से मुकाबला करने की राणनीति सिखाते हैं और सुरक्षित स्थान प्रदान करते हैं। साथ ही आपका मार्गदर्शन करते हैं।
फाइनेंशियल मैनेजमेंट

जब आपके पति की सैलरी का एक बड़ा हिस्सा अल्कोहल पर खर्च हो जाता है, तो इस स्थिति में घरेलू खर्चों को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण हो सकता है। आवश्यक खर्चों और सेविंग गोल्स को स्पष्ट रूप से समझना महत्वपूर्ण है इसलिए दोनों को एक साथ बैठकर बजट बनाने की आवश्यकता होती है। ये मददगार दृष्टिकोण आपके पति को उनकी शराब की खपत के वित्तीय प्रभाव को समझने और खर्चों को कम करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
खुद लें जिम्मेदारी
शराब की लत को छुड़ाना और छोड़ना दोनों ही आसान नहीं होता। इसलिए हसबैंड की इस आदत को छुड़ाने के लिए सभी जिम्मेदारियों को अपने हाथ में लिया जा सकता है। यानी घर का खर्च, बच्चे की जिम्मेदारी और पति का बैंक अकाउंट भी महिलाएं खुद से हैंडल करें। सैलरी के आते ही महिलाओं को 80 प्रतिशत सैलरी अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेनी चाहिए ताकि महीने का खर्च आसानी से चलाया जा सके। इसके अलावा हसबैंड को प्रतिदिन सीमित जेब खर्च दें ताकि अतिरिक्त खर्चे से बचा जा सके।
रिहेबिलिटेशन
यदि आपके प्रयासों के बावजूद आपके पति की शराब की लत बनी रहती है तो उनके लिए प्रोफेशनल रिहेबिलिटेशन की आवश्यकता हो सकती है। कई सरकारी रिहेबिलिटेशन सेंटर मुफ्त होते हैं जहां मरीज को जीवन पर नियंत्रण हासिल करना, अपने स्वास्थ्य पर सुधार करना और रिश्तों का पुननिर्माण करना सिखाया जाता है।