दिल्ली में घूमने और देखने के लिए क्या है ख़ास, यहां मिलेगी पूरी जानकारी: Top Attractions in Delhi
Top Attractions in Delhi: दिल्ली को हमारे देश की सांस्कृतिक राजधानी के तौर पर देखा जाता है। यह पूरी एक शहर होते हुए पूरे देश की छवि को प्रस्तुत करती है। जिसकी वजह से देश दुनिया भर के सैलानी इस जगह पर आकर यहाँ के पर्यटन स्थलों को देखना पसंद करते हैं। इस जगह पर हर तरह के लोगों के लिए एक पर्यटन मौजूद है। इस जगह पर कुछ लोग वास्तुकला, कुछ लोग फोटोग्राफी, कुछ लोग पिकनिक आदि मानने के लिए आते हैं। इस लेख के माध्यम से मैं आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने वाला हूं जो दिल्ली को ख़ास बनाती है। इन तमाम जगहों पर आप अपने परिवार अथवा दोस्तों के साथ आकर समय बिता सकते हैं।
हुमायूँ का मकबरा
दिल्ली में स्मारकों की कमी नहीं है लेकिन जब सबसे बड़े और भव्य स्मारक की बात आती है तो हुमायूँ का मकबरा का दृश्य हमारी आँखों में उभर आता है। मुग़ल सम्राट हुमायूं को मौत के बाद इसी जगह पर दफ़नाया गया था। इस स्मारक में हुमायूँ के साथ-साथ कई अन्य लोगों की भी क़ब्रें स्थित हैं। इस मक़बरे की ख्याति इसलिए भी है क्योंकि भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित यह पहला उद्यान मकबरा है। यह पूरा स्मारक है अपने आपमें बहुत ही अद्भुत है। जिसकी वजह से इसे वर्ष 1993 में यूनेस्को की विश्व विरासत घोषित किया गया था।
हौज खास विलेज
दक्षिणी दिल्ली में स्थित हौज खास विलेज दिल्ली की बहुत ही ख़ास और लोकप्रिय जगह है। इस जगह को अपने इतिहास के कारण मध्यकाल से ही जाना जाता है। इस जगह पर एक तरफ़ शहरी संस्कृति का प्रभाव नज़र आता है तो दूसरी तरफ इस्लामी वास्तुकला की भी झलक मिलती है। हौज़ खास विलेज इसके साथ ही अपने यहाँ स्थित कैफे, बार और पब के लिए भी जाना जाता है। इसका वर्तमान स्वरूप हर तरह के पर्यटकों को अपनी तरफ़ खिंचता है। इस जगह पर आकर ऐसा लगता है कि किसी विदेशी सरज़मीं पर आ गए हैं।
कुतुब मीनार
कुतुब मीनार के बारे में भला कौन नहीं जानता होगा। दुनिया के सबसे ऊँचे टॉवर के रूप में इसकी अपनी एक बहुत ही ख़ूबसूरत पहचान है। जिसकी वजह से इसको यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल में भी शामिल किया गया है। महरौली में स्थित इस मीनार का निर्माण कुतुब उद-दीन-ऐबक ने कराया था। यह स्मारक अपनी बनावट और वास्तुकला की वजह से हर किसी का मन मोह लेता है। कुतुब मीनार के अलावा इस जगह पर आपको आयरन पिलर और अलाई दरवाजा जैसी कई अन्य संरचनाएं भी देखने को मिलेंगी।
लाल किला दिल्ली
लाल किला का नाम भला किसने नहीं सुना होगा। यह एक ऐतिहासिक दुर्ग है जिसका निर्माण मुगल वंश का शासक शाहजहाँ ने वर्ष 1638 में करवाया था। दिल्ली शहर के बिल्कुल केंद्र में स्थित यह कभी मुगल वंश के सम्राटों का निवास हुआ करता था। इसकी बनावट और निर्माण बहुत ही अद्भुत है। इसी क़िले की प्राचीर से हर साल भारत के प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। ऐसा बताया जाता है कि यह यमुना नदी के किनारे स्थित यह किला कभी शाहजहानाबाद का एक हिस्सा था। शाहजहानाबाद को हम वर्तमान में पुरानी दिल्ली के नाम से जानते हैं। यह भी एक यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है।
इंडिया गेट दिल्ली
नई दिल्ली में स्थित अखिल भारतीय युद्ध स्मारक को ही लोग इंडिया गेट के नाम से जानते हैं। यह नई दिल्ली में राजपथ रोड के बिल्कुल साथ में ही स्थित है। इसकी तुलना मुंबई में स्थित गेटवे ऑफ इंडिया से की जाती है। सर एडविन लुटियन के द्वारा डिजाइन किया गया यह 42 मीटर लंबा ढांचा देश के सबसे बड़े युद्ध स्मारक में से एक है। इंडिया गेट पर हर साल गणतंत्र दिवस परेड की मेजबानी की जाती है। यह जगह प्रथम विश्व युद्ध के बारे में काफ़ी कुछ बताती है। प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए भारतीय और ब्रिटिश सैनिकों को समर्पित इस स्मारक में 13,300 सैनिकों के नाम हैं।
लोटस टेम्पल
लोटस टेम्पल दिल्ली की सबसे लोकप्रिय जगहों में गिना जाता है। बहाई विश्वास को समर्पित इस इमारत की संरचना एक कमल के रूप में की गई है। जिसकी वजह से इसे कमल मंदिर के नाम से भी सम्बोधित किया जाता है। इसे देखने के लिए दुनिया के कोने कोने से लोग आते हैं। इस मंदिर का डिजाइन कनाडाई वास्तुकार फारिबोरज़ साहबा ने तैयार किया था। यह मंदिर सभी की राष्ट्रीयता, धर्म, लिंग की परवाह किए बिना सभी के लिए खुला है। लोटस मंदिर सात बहाई सभाओं में से एक है जो दुनिया के अलग अलग हिस्सों में बनाए गए हैं।
स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर
स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर दिल्ली का सबसे लोकप्रिय और आधुनिक मंदिर है। इस मंदिर को भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और वास्तुकला के एक प्रतीक के तौर पर देखा जाता है। 2005 में बना यह मंदिर एक तरह से भगवान स्वामीनारायण का घर है। दुनिया के सबसे व्यापक हिंदू मंदिर के तौर पर प्रसिद्ध इस मंदिर में हिंदू धर्म और उसकी संस्कृति को दर्शाया गया है। इस जगह पर आकर लोग अपनी आस्था को ज़ाहिर करने के साथ भक्ति भाव प्रकट करते हैं। यह दिल्ली की सबसे भीड़भाड़ वाली जगहों में से एक है।
जंतर मंतर
जंतर मंतर दिल्ली के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में आता है। दिल्ली आने वाले पर्यटक इस जगह पर आते हैं। जंतर मंतर दरअसल नई दिल्ली के दक्षिण कनॉट सर्किल में स्थित एक बहुत ही सुंदर और बड़ी वेधशाला है। इस वेधशाला को समय और स्थान के अध्ययन के लिए महाराजा जय सिंह द्वारा वर्ष 1724 में बनाया गया था। इस जगह पर आकर लोग उस समय की तकनीकी और खगोल विज्ञान से सम्बंधित बातों को जानने और समझने का प्रयास करते हैं। दिल्ली में स्थित ये वेधशाला जयपुर, वाराणसी, उज्जैन और मथुरा में स्थित पांच वेधशालाओं में से एक है।
जामा मस्जिद दिल्ली
पुरानी दिल्ली में स्थित जामा मस्जिद को देश की सबसे बड़ी मस्जिद के तौर पर जाना जाता है। यह दिल्ली की सबसे लोकप्रिय और प्रसिद्ध जगहों में से एक है। यही वजह है कि इसे देखने के लिए देश भर से पर्यटक आते हैं। जामा मस्जिद का निर्माण शाहजहाँ ने करवाया था। यह ताजमहल और लाल किले की ही तरह शाहजहाँ के द्वारा बनवाए गए प्रभावशाली स्मारकों में से एक है। इस मस्जिद के आंगन में पच्चीस हजार लोग एक साथ नमाज़ अदा कर सकते हैं और ईद आदि त्योहारों पर काफ़ी भीड़ रहती है। यह जगह काफ़ी अच्छी और खूबसूरत मुगलक़ालीन संरचनाओं से घिरी हुई है। इस जगह पर जाकर कई अन्य चीज़ें भी देख सकते हैं।
इस्कॉन मंदिर दिल्ली
दिल्ली में स्थित इस्कॉन मंदिर को दिल्ली के सबसे दर्शनीय धार्मिक स्थलों में गिना जाता है। देश भर बने तमाम इस्कॉन मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित हैं और हरे राम हरे कृष्ण मंदिर के रूप में भी जाने जाते हैं। नई दिल्ली के कैलाश क्षेत्र में स्थित इस मंदिर को बहुत ही ख़ूबसूरती से बनाया गया है और इस जगह पर होने वाली धार्मिक गतिविधियाँ बहुत ही अच्छी होती हैं। पूरा परिसर तरह तरह की डिजाइनों से सजाया गया है। जन्माष्टमी का त्यौहार इस जगह पर बहुत ही उत्साह और भव्यता के साथ मनाया जाता है।