समय से पहले पहचानें मीजल्स के लक्षण, बचने के लिए अपनाएं ये उपाय: Measles Symptoms & Prevention
Measles Symptoms & Prevention: मीजल्स यानी खसरा एक खतरनाक एयरबोन इंफेक्शन है। जब भी कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है तो हवा के वायरस फैल जाता है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को आसानी से हो सकता है। मीजल्स इतना अधिक संक्रामक है कि अगर किसी संक्रमित व्यक्ति के आसपास 10 लोग हैं तो 10 में से 9 लोग उससे आसानी से संक्रमित हो सकते हैं। इतना ही नहीं, जिस कमरे में संक्रमित व्यक्ति रहा हो और उसके जाने के दो घंटे बाद भी छोटे बच्चे संक्रमित व्यक्ति के कमरे में जानेभर से ही संक्रमित हो सकते हैं। यहां तक कि संक्रमित व्यक्ति के मीजल्स के लक्षण दिखाई देने पहले ही वो दूसरे लोगों को भी इंफेक्टिड कर सकता है। ऐसे में मीजल्स के लक्षणों को समझना बहुत जरूरी है, साथ ही जानते हैं इससे बचाव कैसे करें।
Also read: एमएमआर वैक्सीन (MMR Vaccine): उपयोग, फायदे, नुकसान, कीमत और विकल्प
मीजल्स के लक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक, एक व्यक्ति के मीजल्स वायरस के संपर्क में आने के बाद 7 से 14 दिनों के बाद लक्षण दिखाई देते हैं। साथ ही मीजल्स में शरीर पर होने वाले दाने भी चार से आठ दिन में शरीर पर उभरकर आते हैं। आमतौर पर लोग मीजल्स को एक छोटे दाने और सामान्य बुखार समझ लेते हैं जो कुछ दिनों में ठीक तो हो जाता है, लेकिन 5 साल से कम उम्र के बच्चों में ये मीजल्स सेहत संबंधी कई गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है।
शिशुओं और छोटे बच्चों के लिए मीजल्स बेहद खतरनाक हो सकता है। आमतौर पर मीजल्स होने पर तेज बुखार, खांसी, नाक बहना और आंखों से पानी आना (Conjunctivitis) जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। खसरे के दाने पहले लक्षणों के 3 से 5 दिन बाद दिखाई देते हैं।
मीजल्स के लक्षण शुरू होने के दो से तीन दिन बाद मुंह में छोटे सफेद धब्बे जिन्हें कोप्लिक स्पॉट भी कहा जाता है, दिखाई दे सकते हैं। इसके बाद लक्षण दिखाई देने के चार से पांच दिन बाद शरीर पर छोटे-छोटे लाल दाने निकलने लगते हैं जो कि उभरे हुए नहीं होते। शुरू में ये सिर, चेहरे, गर्दन पर और धीरे-धीरे हाथ-पैरों के साथ पूरे शरीर पर फैल जाते हैं। जैसे-जैसे दाने बढ़ने लगते हैं फीवर भी 103-104° फारेनहाइट या इससे अधिक तक जा सकता है।
मीजल्स से बचाव के उपाय
WHO के मुताबिक, मीजल्स को होने से रोकने के लिए सबसे बेहतर है MMR वैक्सीन लगवाना। ये वैक्सीन लंबे समय तक मीजल्स होने से रोकती है। बच्चों को MMR वैक्सीन की दो डोज देनी चाहिए। पहली डोज 12 से 15 महीने की उम्र में और दूसरी डोज 4 से 6 साल की उम्र में। वहीं यदि आप छोटे बच्चे के साथ विदेश में ट्रैवल करने का प्लान बना रहे हैं तो 6 से 11 महीने के बच्चे को ट्रैवल से पहले एक डोज देनी चाहिए। लेकिन अगर बच्चा 12 महीने या उससे अधिक उम्र का है, तो उसे ट्रैवल से पहले 28 दिन केगैप पर वैक्सीन की 2 डोज देनी चाहिए। इसके अलावा एक अन्य वैक्सीन है MMRV, जो 12 महीने से 12 साल की उम्र के बच्चों को खसरा सहित 4 गंभीर बीमारियों से बचाती है।