क्या आपको नहीं मिला मनचाहा अप्रेजल, तो इन तरीकों से बढ़ सकती है सैलरी: Increase Salary
Increase Salary After Bad Appraisal: तरक्की और सैलरी हाइक कौन नहीं चाहता लेकिन कई बार कड़ी मेहनत करने और टार्गेट हासिल करने के बाद भी जब आपको मनचाहा इंक्रीमेंट नहीं मिलता, तब ऐसे में आपका परेशान होना या दिल टूटना आम बात हो सकती है। कई लोग मन ही मन रोते हैं और ऑफिस में सीन क्रिएट करते हैं लेकिन उन्हें ये नहीं पता कि इस स्थिति से स्ट्रेटजिकली और प्रोफेशनली तरीके से कैसे निपटा जा सकता है, जिससे उन्हें अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। यहां हम कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं, जिसे आप इस स्थिति में अपनाकर अच्छा रिजल्ट हासिल कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
सैलरी के बारे में रिसर्च

कई लोगों को ये पता ही नहीं होता कि इंडस्ट्री या फर्म में आपका क्या रोल है। वह कंपनी के लिए कितने काम के हैं। ग्लासडोर, पे-स्केल जैसी कई वेबसाइट्स और इंडस्ट्री स्पेसिफिक सर्वे की मदद से आप आसानी से पता लगा सकते हैं कि आपकी क्या वेल्यू है और इसके हिसाब से आपकी सैलरी क्या होनी चाहिए।
परफॉर्मेंस को आंकें
मनमुताबिक इंक्रीमेंट न लगने पर आप कोई ऐसी गलती या एक्शन न लें जिससे परेशानी बढ़ जाए। कोई भी कदम उठाने से पहले अपनी परफॉर्मेंस का मूल्यांकन करें ताकि आपके पास सैलरी इंक्रीज कराने के लिए स्ट्रॉन्ग प्वाइंट या केस हो। हर कंपनी में एंपलॉई का परफॉर्मेंस डाटा होता है जिसका आप स्क्रीनशॉट लेकर रख सकते हैं ताकि मैनेजमेंट से चर्चा करते वक्त आप प्रूफ दिखा सकें।
सीनियर लेवल पर करें बात
कंपनी के खिलाफ कोई भी कदम उठाने से पहले अपने इमीडिएट सुपरवाइजर और मैनेजर से सैलरी बढ़वाने का अनुरोध करें। अपना केस लॉजिकल और प्रोफेशनल तरीके से पेश करें। कंपनी के प्रति आपकी उपलब्धियां, स्किल, प्रोफेशनलिज्म और वर्क को हाईलाइट करें। साथ ही आपना मार्केट डाटा भी प्रस्तुत करें।
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कंपनी से करें निगोशिएट
मनमुताबिक या अपनी परफॉर्मेंस के अनुसार इंक्रीमेंट न लगने पर आप अपने से ऊपर अधिकारी स्तर पर बात कर सकते हैं और कंपनी के साथ सैलरी के विषय में निगोशिएट कर सकते हैं। हो सकता है कि आपका एम्पलॉयर आपकी इच्छा की पूर्ति न कर पाए लेकिन वह आपको कंपनी के अन्य बेनिफिट्स जरूर दे सकते हैं। जैसे एक्स्ट्रा पे टाइम ऑफ, फ्लेक्जिबल वर्किंग अरेंजमेंट और परफॉर्मेंस बेस्ड बोनस आदि। इस विषय में आप कंपनी अधिकारियों से खुलकर बात करें।
समीक्षा प्रक्रिया का पता लगाएं

कई बार कड़ी मेहनत के बावजूद आपका इंक्रीमेंट नहीं लगता है या जो इंक्रीमेंट लगाया जाता है वह अपेक्षाकृत कम है। ऐसी स्थिति में आप पता लगाएं कि समीक्षा प्रक्रिया कैसे काम करती है और वह किस प्रकार एम्पलॉइ को जज करती है। साथ ही खुद की समीक्षा करें कि आप उसके द्वारा सेट की गई कैटेगरी के लायक हैं कि नहीं। यदि हैं तो इस बारे में कंपनी एचआर से बात करें।
लें अधिक जिम्मेदारियां
ये अपने सीनियर्स को यह बताने का सही तरीका है कि आप एक्स्ट्रा जिम्मेदारियों के लिए तैयार हैं और अपनी भूमिकाओं का विस्तार कर सकते हैं। बढ़ी हुई जिम्मेदारियां भी सैलरी बढ़ाने का ठोस आधार हो सकती है। लेकिन जिम्मेदारियां लेने से पहले ये पता कर लें कि इससे आपको क्या लाभ होगा और आप कैसे सफल हो सकते हैं।