इंटरमिटेंट फास्टिंग से फायदा ही नहीं हो सकता है नुकसान भी, न करें इन्हें नजरअंदाज: Intermittent Fasting Effects
Intermittent Fasting Effects: इनदिनों वजन कम करने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग का चलन काफी बढ़ गया है। वजन कम करने के लिए एक्सपर्ट्स इसे एक हेल्दी तरीका मानते हैं। कई मशहूर हस्तियां और बॉलीवुड सेलिब्रिटीज भी वेट मेंटेन करने और वेट लूज करने के लिए इसका सहारा ले रहे हैं। आमतौर पर इंटरमिटेंट फास्टिंग में 12 से 16 घंटों तक के गैप के बाद खाना खाया जाता है। इस प्रकार की डाइट में समय का अंतर काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। हालांकि इस प्रक्रिया से वजन तो काफी कम हो जाता है लेकिन कई तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। शुरुआत में व्यक्ति को इसके साइड इफेक्ट्स दिखाई नहीं देते लेकिन ये शरीर पर शॉर्ट और लॉन्ग टर्म, दो तरह से प्रभाव डालती है। जिन्हें नजरअंदाज करना काफी कष्टकारी हो सकता है। तो चलिए जानते हैं इंटरमिटेंट फास्टिंग के साइड इफेक्ट्स के बारे में।
शॉर्ट टर्म साइड इफेक्ट्स

इंटरमिटेंट फास्टिंग से आप अपने शरीर और पाचन में कुछ बदलाव देख सकते हैं। ये दुष्प्रभाव हल्के हो सकते हैं, लेकिन फिर भी इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
हमेशा भूख लगना
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान 16 घंटे का फास्ट रखना पड़ता है जो घबराहट, चिड़चिड़ापन और गुस्से के लिए जिम्मेदार हो सकता है। इस दौरान व्यक्ति को भूख भी अधिक लगती है। खाने का ये मॉडल कुछ लोगों के शरीर को सूट नहीं करता।
ब्रेन फॉग
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान अधिकतर लोगों को थकावट या नींद महसूस होती है। वहीं कुछ लोग को बोलने में भी परेशानी होती है। इस समस्या को ब्रेन फॉग कहा जाता है, जिसमें व्यक्ति का ब्रेन कुछ समय के लिए सुन्न हो जाता है। ब्रेन फॉग एक ऐसी समस्या है जो ब्रेन को पर्याप्त भोजन या आराम न मिल पाने के कारण उत्पन्न होती है।
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कब्ज
यदि आप अपनी डाइट में पर्याप्त तरल पदार्थ, विटामिन, प्रोटीन या फाइबर नहीं लेते हैं, तो कोई भी डाइट पेट की समस्याओं को बढ़ा सकती है। इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान अक्सर पानी पीना भूल जाते हैं जिस वजह से कब्ज की समस्या हो सकती है।
लॉन्ग टर्म साइड इफेक्ट्स

एक बार जब आप इंटरमिटेंट फास्टिंग को कुछ समय के लिए आजमा लेते हैं, तो आपको इस बात का बेहतर अंदाजा हो जाता है कि ये आपके शरीर को कैसे प्रभावित करता है।
हमेशा खाने के बारे में सोचना
किसी भी तरह की डाइट पर होने से भोजन के साथ आपका रिश्ता भी प्रभावित हो सकता है। जो लोग लंबे समय तक इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हैं, वे हमेशा खाने की मात्रा और क्वालिटी के बारे में सोचते रहते हैं। ये एक प्रकार का ईटिंग डिसऑर्डर हो सकता है जिसे ऑर्थोरेक्सिया कहा जाता है।
बालों का झड़ना
अचानक वजन घटने या पोषक तत्वों की कमी, प्रोटीन और विटामिन बी की कमी की वजह से बाल झड़ सकते हैं। वहीं कम कैलोरी इंटेक भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है। फास्टिंग के दौरान आपको खाने की कई चीजों से परहेज करना पड़ता है। जिस वजह से स्किन और बालों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
पीरियड साइकिल में बदलाव
अचानक वजन घटाने का एक और दुष्प्रभाव है पीरियड साइकिल में बदलाव। जो महिलाएं लगातार कम कैलोरी का सेवन करती हैं उनका मैस्ट्रूअल साइकिल धीमा हो सकता है या कुछ मामलों में ये बंद भी हो सकता है।