शिरडी जाने से पहले जान लें ये ज़रूरी बातें: Shridi Travel Tips
Shridi Travel Tips: साई ने मंदिर में कभी डेरा डाला तो कभी मस्जिद में धूनी रमाई। ऐसी ही अद्भुत छवि के थे साई बाबा। ऐसी ही कुछ अद्भुत है साई की नगरी शिरडी, जहां मंदिर-मस्जिद, दरगाह-समाधि, एक ही साथ देखने को मिलते हैं।
दुनियाभर में भारत का नाम धर्म और धार्मिक स्थानों के लिए प्रसिद्ध है। धर्म में आस्था रखने वाले लोग यहां दूर-
दराज से आते हैं। ऐसा ही एक पवित्र धार्मिक स्थान शिरडी है। यूं तो शिरडी में पूरे साल लोगों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन धार्मिक स्थल होने के कारण खास मौकों पर काफी भीड़भाड़ हो जाती है, इसलिए अक्टूबर से मार्च तक का समय शिरडी जाने के लिए बेस्ट है, क्योंकि इस दौरान यहां ज्यादा भीड़ नहीं होती। आइए जानते हैं, कैसे पहुचें साई बाबा की नगरी शिरडी।
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इन दिनों होती है भीड़ कम
सितंबर-दिसंबर के महीनों मे शिरडी में सबसे ज्यादा भीड़ रहती है। वहीं दशहरा और दीवाली के दौरान भी यहां काफी भीड़ देखने को मिलती है। सप्ताह के सबसे कम भीड़ वाले दिनों में सोमवार, मंगलवार और बुधवार आते हैं। आमतौर पर बुधवार की रात को भीड़ मंदिर पहुंचने लगती है, क्योंकि गुरुवार का दिन साई बाबा के दर्शनों के लिए शुभ माना जाता है और अगर आप शांति से शिरडी के साई बाबा के दर्शन करना चाहते हैं तो वीकडेज़ में दोपहर 12 बजे से शाम के बीच का समय चुनें। मौसम के अनुसार, दिसंबर से मार्च का समय शिरडी घूमने के लिए सबसे अच्छा माना गया है।
आरती का बनें हिस्सा
दिन में पांच बार साई आरती होती है। सुबह 4.15 बजे सबसे पहले भूपाली आरती, इसके बाद 4.30 बजे काकड़ आरती, दोपहर 12 बजे आरती, सूर्यास्त के समय धूप आरती और रात 10.30 बजे सेज आरती होती है।
महत्वपूर्ण स्थलों से शिरडी की दूरी
- कोपरगांव से शिरडी की दूरी केवल 17 किलोमीटर है।
- नासिक से शिरडी की दूरी लगभग 87 किलोमीटर है।
- इंदौर से शिरडी की दूरी लगभग 410
किलोमीटर है। - शिरडी महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से लगभग 241 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- अहमदनगर-मनमाड़ नेशनल हाईवे-10 पर
अहमदनगर से लगभग 85 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
कहां ठहरें
प्रमुख धाॢमक स्थान होने के कारण शिरडी में ठहरने की व्यवस्था काफी अच्छी है। कम बजट के होटल से लेकर श्री साई बाबा संस्थान ट्रस्ट के आवास स्थानों पर भी आप ठहर सकते हैं। ये ट्रस्ट आवास कम कीमत में अच्छी क्वॉलिटी के होते हैं, जिनकी बुकिंग ऑनलाइन भी कराई जा सकती है।
शिंगणापुर भी घूमें
शिरडी जाने वाला हर भक्त शनि शिंगणापुर के भी दर्शन करता है। शिरडी से लगभग 70 किमी. दूर स्थित सूर्यपुत्र शनिदेव के इस मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं। इस मंदिर में लोहे एवं पत्थर से बनी शनिदेव की मूॢत लगभग 5 फीट 9 इंच लंबी और एक फीट 6 इंच चौड़ी है, जो खुले आसमान के नीचे विराजमान है।
कैसे पहुंचे शिरडी
वायु मार्ग- अगर आप देश के दूसरे स्टेट से हवाई मार्ग के जरिये शिरडी पहुंचना चाहते हैं तो मुंबई या पुणे उतर कर यहां से टैक्सी, बस या ट्रेन के जरिये शिरडी बड़े आराम से पहुंच सकते हैं।
ट्रेन रूट- शिरडी पहुंचने के लिए ट्रेनें भी उपलब्ध हैं। अगर आप पुणे से ट्रेन के जरिये शिरडी पहुंचना चाहते हैं तो प्रतिदिन चार ट्रेनें उपलब्ध हैं। दिल्ली से ट्रेन के जरिये मनमाड़ स्टेशन पहुंचे। दिल्ली से मनमाड़ पहुंचने के लिए प्रतिदिन ट्रेने चलती हैं। अगर आप चेन्नई से शिरडी पहुंचना चाहते हैं तो बुधवार और गुरुवार के दिन चेन्नई सेंट्रल से साई नगर शिरडी सुपरफास्ट ट्रेन (22601) चलती है। इसी तरह कई शहरों से शिरडी के लिए सीधे कई ट्रेनें मौजूद हैं।
सड़क मार्ग- मुंबई, हैदराबाद, दिल्ली, पुणे, ठाणे, बैंगलोर, सूरत, बड़ोदा आदि बड़े शहरों से शिरडी के लिए स्लीपर, सेमी-स्लीपर, एसी और नॉन-एसी बसें चलती हैं, जो आपको शिरडी आराम से पहुंचा देंगी।