जानिए क्या है 'सिल्वर सेपरेशन', दुनियाभर में क्यों बढ़ रहा है इसका ट्रेंड: Silver Separation
Silver Separation: भारत में शादी निभाना संस्कार और संस्कृति से जुड़ा मुद्दा है। परिवार के साथ ही समाज में भी इसे लेकर अपनी सीमाएं तय की गई हैं। शायद यही कारण है कि भारत में तलाक की दर दुनियाभर में सबसे कम, मात्र 1 प्रतिशत है। अगर पति-पत्नी अपने रिश्ते से नाखुश भी हैं तो भी वे सालों साल अपने बच्चों, परिवार और समाज के दबाव में रिश्ते निभाते रहते हैं। हालांकि अब इस चलन में बदलाव आने लगा है। अब लोग शादी के सालों बाद भी पार्टनर से अलग होने के लिए तलाक लेने से पीछे नहीं हट रहे हैं। पश्चिमी देशों में सालों से चला आ रहा यह चलन भारत में भी बढ़ रहा है। इसे 'सिल्वर सेपरेशन' कहा जाता है।
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जानिए क्या है सिल्वर सेपरेशन
50 से 70 की उम्र में जो लोग तलाक लेने का फैसला करते हैं, उसे सिल्वर सेपरेशन का नाम दिया गया है। यानी शादी के 25 साल बाद सिल्वर एनिवर्सरी सेलिब्रेट करने की जगह अगर डिवोर्स फाइल कर रहे हैं तो यह सिल्वर सेपरेशन की श्रेणी में आता है। दुनियाभर में यह चलन तेजी से बढ़ रहा है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले तीन दशक में अमेरिका में यह चलन तीगुना बढ़ गया है।
क्या कारण है ढलती उम्र में सेपरेशन के
कई बार पार्टनर भले ही अपने रिश्ते से खुश न हों, लेकिन वे बच्चों के भविष्य के लिए साथ रहते हैं। वे नहीं चाहते कि उनके तलाक का असर बच्चों की मानसिकता और करियर पर पड़े। लेकिन शादी के 25 से 30 साल बाद तक बच्चे अपनी जिंदगी में सेटल हो जाते हैं। ऐसे में सेपरेशन लेना आसान हो जाता है। कई मामलों में बच्चे भी पेरेंट्स का इसमें साथ देते हैं। वे चाहते हैं कि माता-पिता रोज-रोज के झगड़ों और लड़ाइयों से दूर हो जाएं। क्योंकि साथ रहकर दुखी रहने से अच्छा वे अलग होकर खुश रहने को मानते हैं। इसके साथ ही सिल्वर सेपरेशन के कई और कारण भी हैं।
समझौतों की थकान
शादी एक ऐसा बंधन हैं, जहां दोनों ही पार्टनर्स को कई समझौते करने पड़ते हैं। लेकिन अगर ये समझौते आमतौर पर एक ही पार्टनर करे तो इनकी थकान जिंदगी को बोझिल बना देती है। ऐसे में वे अपनी बाकी जिंदगी भी इसी थकान के साथ नहीं बिताना चाहते हैं और अलग होने का फैसला करते हैं।
खुले हैं आगे के रास्ते
एक समय था जब लोग ढलती उम्र में फिर से शादी करने के बारे में सोचते तक नहीं थे, लेकिन आज नई शुरुआत करना संभव भी है और सरल भी। आप अपने आस-पास ऐसे कई लोग देख सकते हैं जिन्होंने बड़ी उम्र में नए रिश्ते की शुरुआत की है। ऐसे में सेपरेशन के बाद भी आगे के रास्ते खुले रहते हैं।
मिडलाइफ क्राइसिस भी कारण
मिडलाइफ क्राइसिस के कारण भी लोग सिल्वर सेपरेशन ले सकते हैं। दरअसल, एक उम्र के बाद रिश्ते में पहले जैसा जोश, उत्साह और उमंग नहीं रहती। ऐसे में रिश्ता बोझिल और बोरिंग लगने लगता है। कई बार इसके कारण भी पार्टनर अलग होने का फैसला ले लेते हैं।
अपने हिसाब से जिएं जिंदगी
जिंदगी को लेकर हर किसी के कई सपने होते हैं, लेकिन कई बार शादी और जिम्मेदारियों के बीच ये अधूरे ही रह जाते हैं। पार्टनर आपस में एक-दूसरों को समझते हैं तो ये सपने पूरा करना संभव भी है। लेकिन जब ये सहयोग नहीं मिलता तो कुछ लोग बड़ी उम्र में ही सही, अपने हिसाब से जिंदगी जीने का फैसला लेते हैं।