20+ कुल्लू में घूमने के लिए बेहतरीन स्थान और प्रमुख दर्शनीय स्थल
Kullu Me Ghumne ki Best Jagah: कुल्लू हिमाचल प्रदेश का एक बहुत ही ख़ास राज्य है जोकि व्यास नदी के पास स्थित है। हिमाचल घूमने वाले सैलानी सबसे ज़्यादा इसी जिले में घूमने के लिए आते हैं। इस जगह पर नदी, पहाड़, जंगल और सुंदर सुरम्य प्राकृतिक वातावरण यानि की वह सबकुछ है जो एक पर्यटक को चाहिए। इस जगह पर बर्फ से ढके हुए सफ़ेद पहाड़, देवदार के सुंदर जंगल और कलकल की ध्वनि के साथ बहती हुई नदी हर किसी का मन मोह लेती है। इसीलिए, इस लेख में हम कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने वाले हैं जो आपकी यात्रा को और भी मज़ेदार बना दे।
कुल्लू में घूमने के लिए 20 खूबसूरत जगह – Famous Places in Kullu
जगह | शहर से दूरी/किलोमीटर |
बिजली महादेव मंदिर - Bijli Mahadev Temple | 29.3 |
कैसरधर - Kais Dhar | 10 |
हनोगी माता मंदिर - Hanogi Mata Temple | 46.2 |
चंद्रखनी पास - Chandrakhani Pass Trek | 26 |
वैष्णो देवी मंदिर - Vaishno Devi Temple | 3.5 |
भंटर - Bhunter | 9.3 |
सुल्तानपुर पैलेस - Sultanpur Palace | 1.6 |
फ्रेंडशिप पीक - Friendship Peak | 63.7 |
नग्गर - Naggar | 24.4 |
भृगु झील - Bhrigu Lake | 57.9 |
मणिकरण साहिब - Manikaran Sahib | 45.8 |
खीरगंगा - Khirganga | 64.5 |
तीर्थंन घाटी - Tirthan Valley | 72.2 |
देव टिब्बा - Dev Tibba | 75 |
कसोल - kasol | 39 |
चैनी कोठी -chehni kothi | 67 |
रोहतांग दर्रा -Rohtang Pass | 75.4 |
सेउवलसर झील -Seruvalsar Lake | 55.2 |
रघुनाथ मंदिर -Raghunath Temple | 1.7 |
आदि ब्रह्मा मंदिर -Adi Brahma Temple | 11.8 |
बिजली महादेव मंदिर (Bijli Mahadev Temple)
कुल्लू जिले में स्थित बिजली महादेव मंदिर हिमाचल प्रदेश का प्रमुख मंदिर है। शंकर भगवान को समर्पित इस मंदिर को काश शैली में बनाया गया है। इस मंदिर के भीतर शिवलिंगम स्थापित है जिसकी बहुत ही ज़्यादा मान्यता है। इस मंदिर को देश भर में अपनी रहस्यमयी और चमत्कारिक शक्तियों के लिए जाना जाता है। मंदिर के ठीक नीचे वाली पहाड़ी पर एक गांव है, इस गांव का भी नाम विजली महादेव है। ऐसी मान्यता है कि प्रत्येक 12 वर्ष पर इस मंदिर के भीतर रखे शिवलिंग पर बिजली गिरती हैं, जिससे शिवलिंग टूट जाता हैं।
प्रवेश शुल्क
यह मंदिर भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
कैसरधर (Kais Dhar)
कैसरधर कुल्लू का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। इस जगह को ट्रेकिंग और पिकनिक स्पॉट के लिए जाना जाता है। इस जगह पर पर्यटक और स्थानीय लोग ट्रेक करके पहुंचते हैं। शांति और सकून के साथ समय व्यतीत करना पसंद करते हैं। आसपास बहुत ही ख़ूबसूरत नज़ारा है जिसे लोग देखते और एंजोय करते हैं। इस घाटी और गांव का वातावरण बहुत ही सुंदर और मनोरम है। इस जगह पर आप अपनी फ़ैमिली और दोस्तों के साथ आ सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
यह भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
हनोगी माता मंदिर (Hanogi Mata Temple)
हनोगी माता मंदिर कुल्लू जिले का एक प्रमुख दर्शनीय स्थल है। इस जगह पर लोग अपनी धार्मिक आस्था को प्रकट करने के लिए आते हैं। हनोगी माता के दर्शन करते हैं और आसपास की पहाड़ियों पर समय व्यतीत करना पसंद करते हैं। इस जगह के वातावरण और मौसम को एंजोय करते हैं। इस जगह से सूर्यास्त का नज़ारा भी बहुत ख़ूबसूरत होता है। कुछ लोग इस जगह पर सनसेट देखने के लिए आते हैं।
प्रवेश शुल्क
यह मंदिर भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
चंद्रखनी पास (Chandrakhani Pass Trek)
चंद्रखनी पास कुल्लू का एक बहुत ही प्रसिद्ध दर्रा है। यह दर्रा अपने ख़ूबसूरत ट्रेक के लिए जाना जाता हैं। यह दर्रा समुद्र तल से काफ़ी ऊँचाई पर स्थित है। जिसकी वजह से आसपास की पहाड़ियों का दृश्य बहुत ही स्पष्ट दिखाई देता है। इस जगह से आप हिमालय की ख़ूबसूरती को बक़ायदा निहार सकते हैं। इस जगह पर आप गर्मी और सर्दी दोनों ही मौसम में जा सकते हैं। यह जगह आपका मन मोह लेगी।
प्रवेश शुल्क
यह पास भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
वैष्णो देवी मंदिर (Vaishno Devi Temple)
वैष्णो देवी मंदिर को कुछ लोग मिनी वैष्णो देवी मंदिर के नाम से जानते हैं। व्यास नदी के तट पर बना यह कुल्लू जिले का एक प्रमुख मंदिर है। इस जगह पर देश के कोने कोने से आकर लोग अपनी आस्था प्रकट करते हैं। इस जगह के आसपास के ख़ूबसूरत दृश्यों और मौसम को एंजोय करते हैं। इस जगह पर आपको घने जंगल, ख़ूबसूरत पहाड़ियों और सेब के बाग़ान देखने को मिलते हैं।
प्रवेश शुल्क
यह मंदिर भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
भंटर (Bhuntar)
भंटर मनाली के पास स्थित हिमचक प्रदेश का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। इस जगह पर पर्यटकों के लिए काफ़ी कुछ है जिसकी वजह से इस जगह पर लोगों की आवाजाही बनी रहती है। इस जगह पर आपको प्रकृति के मनोरम दृश्यों को देखने के साथ साथ कई मंदिरों के भी दर्शन कर सकते हैं। इस जगह पर होने वाली रिवर राफ़्टिंग का भी बहुत ज़्यादा क्रेज़ है। आप इस जगह पर आकर रिवर राफ़्टिंग का भी भरपूर मज़ा ले सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
यह भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
सुल्तानपुर पैलेस (Sultanpur Palace)
सुल्तानपुर पैलेस को लोग रूपी पैलेस के नाम से भी जानते हैं। यह कुल्लू के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। बताया जाता है कि एक भूकंप के कारण यह पैलेस बेकार हो गया था। लेकिन बाद में इसको दोबारा बनाया गया। इसकी पेंटिंग हुई और इसे पहाड़ी शैली में डिजाइन किया गया। इस जगह पर आज भी सैकड़ों सैलानी आते हैं और इस पैलेस की ख़ूबसूरती को देखना पसंद करते हैं।
प्रवेश शुल्क
यह जगह भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है, यहाँ घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
फ्रेंडशिप पीक (Friendship Peak)
फ्रेंडशिप पीक हिमाचल प्रदेश की एक बहुत ही ख़ूबसूरत पीक है। यह ख़ूबसूरत पीक समुद्र तल से 5,289 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। इस जगह पर ट्रेकिंग का बहुत ही ज़्यादा क्रेज़ है। हिमाचल में सबसे अधिक ट्रेकिंग इसी पहाड़ी पर होती है। इस जगह का नज़ारा इतना ख़ूबसूरत है कि ऐसा लगता है किसी और ही दुनिया में आ गए हैं। इस जगह पर जाने का रास्ता सोलांग घाटी से होकर गुज़रता है जोकि बहुत ही ख़ूबसूरत है।
प्रवेश शुल्क
इस जगह पर घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
नग्गर (Naggar)
नग्गर हिमाचल प्रदेश का एक छोटा सा गांव है, जोकि अपनी प्राकृतिक सुंदरता और साफ़ सुथरा वातावरण के लिए जाना जाता है। इस जगह पर देश दुनिया भर से पर्यटक आते और इस जगह के सुखद और मनोरम वातावरण को एंजोय करते हैं। इस जगह पर आकर आप भी अपनी छुट्टियाँ शांति और सकून के साथ बिता सकते हैं। इस जगह पर आपको रहने के लिए दो ऐसे होटल मिल जायेंगे जो कभी महल हुआ करते थे।
प्रवेश शुल्क
इस जगह पर घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
भृगु झील (Bhrigu Lake)
भृगु झील कुल्लू जिले की एक प्रमुख झील है जिसका नाम भृगु ऋषि के नाम पर पड़ा है। इस झील के आसपास का नज़ारा बहुत ही ख़ूबसूरत है। ऐसा बताया जाता है कि इस झील के किनारे कभी महर्षि भृगु ध्यान लगाया करते थे। स्थानीय लोग इस झील को पूल ऑफ गॉड्स के नाम से भी जानते हैं। ऐसा कहा जाता है कि कभी देवताओं ने झील के पानी में डुबकी लगाई थी।
प्रवेश शुल्क
इस जगह पर घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
मणिकरण साहिब (Manikaran Sahib)
मणिकरण साहिब हिंदू और सिख धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल हैं। पार्वती नदी के किनारे बसा यह गुरुद्वारा हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करता है। इस के पास ही एक गर्म पानी के झरना भी है जो हर किसी के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है। इस जगह पर लोग पर्यटन के साथ साथ अपनी धार्मिक आस्था को प्रकट करने के लिए भी जाते हैं। इस जगह पर आप मनाली से भी पहुंच सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
इस जगह पर घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
खीरगंगा (Khirganga)
खीरगंगा हिमाचल प्रदेश का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। इस जगह पर आकर आप हिमालय के प्राकृतिक नज़ारों का भरपूर आनंद ले सकते हैं। कई तरह की साहसिक गतिविधियों का मज़ा ले सकते हैं। इस जगह पर आप शांति और सकून के साथ कुछ समय व्यतीत कर सकते हैं। खीरगंगा घने जंगल से घिरा हुआ पर्यटन स्थल है जो आपको कैपिंग, माउंटेन क्लाइंबिंग, नेचर वाकिंग आदि का भी विकल्प देता है।
प्रवेश शुल्क
इस जगह पर घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
तीर्थंन घाटी (Tirthan Valley)
तीर्थंन घाटी कुल्लू ही नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश की सबसे ख़ास जगहों में आती है। इस जगह पर आकर आप हिमालय की ख़ूबसूरती को बहुत ही अच्छी तरह से महसूस कर सकते हैं। इस जगह पर पहुँचकर आपको शांति और सकून दोनों मिलेगा। साथ ही साथ आप इस जगह के प्राकृतिक वातावरण को भी अच्छी तरह से महसूस कर पाएँगे। इस जगह की जैवविविधता को समझ सकेंगे।
प्रवेश शुल्क
इस जगह पर घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
देव टिब्बा (Dev Tibba)
मनाली के दक्षिण-पश्चिम में स्थित देव टिब्बा को कई वजहों से जाना जाता है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू ज़िले में स्थित देव टिब्बा एक पर्वत है जो पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के अंतर्गत आता है। इससे भी महत्वपूर्ण और ख़ास बात यह कि देव टिब्बा हिमाचल प्रदेश का दूसरा सबसे ऊंचा पर्वत है। समुद्र तल से देव टिब्बा की ऊंचाई लगभग 6,001 मीटर है। जिसकी वजह से यह देश दुनिया से आए सैलानियों के लिए आकर्षण का विषय रहता है।
प्रवेश शुल्क
इस जगह पर घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
कसोल (kasol)
कसोल हिमाचल ही नहीं बल्कि हमारे देश के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। इस जगह पर घूमने टहलने का शौक़ रखने वाला हर व्यक्ति आता है। इस जगह का मौसम, प्राकृतिक वातावरण, नदी पहाड़ और जंगल हर एक चीज़ की बात बहुत ही निराली है। इस जगह पर आकर स्थानीय खानपान और संस्कृति का मज़ा लेने के साथ साथ आप आसपास की जगहों को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
इस जगह पर घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
चैनी कोठी (chehni kothi )
यह कुल्लू की सबसे प्रमुख जगहों में आती है। इस जगह पर लोग अपनी आस्था और विश्वास को जाहिर करने के लिए आते हैं। इस जगह की आसपास की जगहों को घूमते हैं और अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं। इस जगह पर आकर आप यहाँ के प्राचीन आर्किटेक्चर को समझ सकते हैं। इस जगह पर आकर सैलानी मंदिरों वाले टॉवर को देखना सबसे ज़्यादा पसंद करते हैं।
प्रवेश शुल्क
इस जगह पर घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
रोहतांग दर्रा (Rohtang Pass)
रोहतांग दर्रा देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इस जगह पर लोग घूमने के साथ साथ बर्फबारी देखने और साहसिक खेलों के लिए आते हैं। इस जगह पर आपको लाजवाब मौसम शुद्ध और स्वच्छ वातावरण मिलेगा। इस जगह पर आकर आप पंजाली हिमालय श्रृंखला की ख़ूबसूरती को बेहद क़रीब से महसूस कर सकते हैं। इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता बेमिसाल है।
प्रवेश शुल्क
इस जगह पर घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
सेउवलसर झील (Seruvalsar Lake)
सेउवलसर झील को अपने शांत मनोरम वातावरण और खूबसूरती के लिए जाना जाता है। कुल्लू शहर से लगभग 20 किमी की दूरी पर स्थित इस झील पर ज्यादातर लोग जलोरी दर्रे की यात्रा के दौरान जाना पसंद करते हैं। यह कुल्लू का एक बहुत ही महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थल है। इस जगह पर आपको अनायास ही कई प्रकृति प्रेमी दिख जाएँगे। इस जगह पर आपको शांति और सुकून दोनों मिलेगा।
प्रवेश शुल्क
इस जगह पर घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
रघुनाथ मंदिर (Raghunath Temple)
रघुनाथ जी मंदिर की कुल्लू और आसपास के क्षेत्रों में बहुत ही ज्यादा मान्यता है क्योंकि रघुनाथ जी इस जगह के प्रमुख देवता हैं। इस जगह पर लोग दर्शन और अपनी आस्था को प्रकट करने के लिए आते हैं। पर्व और त्योहारों के मौके पर इस जगह पर मेले और तरह तरह के धार्मिक आयोजन भी होते हैं। यह मंदिर बहुत ही पुराना है। इस मंदिर का निर्माण कुल्लू के प्रसिद्ध राजा राजा जगत सिंह जी ने करवाया था।
प्रवेश शुल्क
इस जगह पर घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
आदि ब्रह्मा मंदिर ( Adi Brahma Temple)
आदि ब्रह्मा मंदिर खोखन गांव में स्थित कुल्लू का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह एक बहुत ही खूबसूरत मंदिर है जिसकी बहुत ज्यादा मान्यता है। इस मंदिर का निर्माण लकड़ी से हुआ है जोकि इसकी खूबसूरती को और भी ज़्यादा बढ़ा देता है। इस मंदिर में आदि ब्रह्मा जी, गढ़-जोगनी का मंदिर ओर मणिकरण- जोगनी का मंदिर भी स्थित है।
प्रवेश शुल्क
इस जगह पर घूमने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
कुल्लू घूमने का सही समय – Best Time To Kullu
हिमाचल प्रदेश में घूमने हर मौसम में आया जा सकता है लेकिन मार्च से लेकर जून तक का महीना सबसे उपयुक्त माना जाता है। यदि आपको सर्दियाँ पसंद हैं तो सर्दियों का मौसम तो आपके लिए और भी अच्छा रहेगा। इस दौरान आपको चारों तरफ बर्फ देखने को मिलेगी।
कुल्लू कैसे पहुंचे?
वायुयान से - हवाई जहाज से जाना चाहते है तो नज़दीक के हवाई अड्डा भूंटर है। भूंटर से आप बहुत ही आसानी से टैक्सी लेकर आप कुल्लू पहुंच सकते हैं।
ट्रेन मार्ग से - ट्रेन से जाना चाहते हैं तो नज़दीक का रेलवे स्टेशन जोगिंदरनगर है। जोगिंदरनगर से कुल्लू के कैब किराए पर मिल जाती है।
सड़क मार्ग से - सड़क मार्ग से भी कुल्लू बहुत आसानी से हैं। हिमाचल प्रदेश सरकार की राज्य परिवहन की बसे आपको इस जगह पर छोड़ देंगी।
कुल्लू में ठहरने के लिए 5 स्टार होटल
दी हिमालयन
हडिंबा रोड, कुल्लू वैली, मनाली, हिमाचल प्रदेश, 175131
स्पैन रिज़ॉर्ट एंड स्पा
कुल्लू मनाली हाइवे, काटरैन, मनाली, हिमाचल प्रदेश, 175129
हेरिटेज सतिकवा रिसॉर्ट्स
झोंगेर, नग्गर मनाली हाइवे, मनाली, हिमाचल प्रदेश, 175131
FAQ | कुल्लू में पर्यटन स्थलों के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले
कुल्लू घूमने में कितना दिन लगता है?
कुल्लू आप 2 से 3 दिन में आराम से घूम सकते हैंI
कुल्लू घूमने के लिए कितना पैसा चाहिए?
अगर आप बजट बना कर घूमते हैं तो आप 10000 रूपए में कुल्लू आराम से घूम सकते हैंI
कुल्लू घूमने के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा है?
कुल्लू घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से लेकर जून के बीच का होता हैI इस समय यहाँ का मौसम काफी अच्छा होता है, जिससे आपको घूमने में आसानी होती हैI
मुझे कुल्लू में कहाँ रहना चाहिए?
कुल्लू में आपको कई सस्ते और महंगे होटल मिल जाएँगेI आप अपने बजट के अनुसार होटल का चुनाव कर सकते हैंI
रात के समय कुल्लू में घूमने के लिए कौन सी जगह हैं?
कुल्लू में आप रात में घूमने के लिए कई जगहें हैं। आप यहाँ के शांत सड़कों पर घूम सकते हैंI रात में यहाँ की खूबसूरती देखते ही बनती हैI
हम रात में कुल्लू में क्या कर सकते हैं?
कुल्लू में ऐसे कई प्रसिद्ध जगह हैं, जहाँ आप रात में घूम सकते हैं, साथ ही रात में आप यहाँ के प्रसिद्ध व्यंजनों का भी लुफ्त उठा सकते हैंI