बच्चों में कैसे पनपता है ब्लड कैंसर, जानें ल्यूकेमिया के लक्षण, कारण और इलाज: Leukemia in Kids
Leukemia in Kids: ल्यूकेमिया या ब्लड कैंसर, बच्चों में होने वाला सबसे आम कैंसर है. हर साल करीब 15000 बच्चों में ल्यूकेमिया डायग्नोज होता है. एंड्रोमेडा कैंसर हॉस्पिटल सोनीपत में पीडिएट्रिक ऑन्कोलॉजी एंड हेमोटोलॉजी की डायरेक्टर डॉक्टर ऊष्मा सिंह ने बताया कि भारत में जो अच्छे अस्पताल हैं वहां ल्यूकेमिया के मामलों में सफलता की दर करीब 80 फीसदी तक रहती है जो पश्चिमी देशों के जितनी है.
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चाइल्डहुड ल्यूकेमिया के क्या कारण होते हैं?
![Leukemia in Kids](https://grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2024/05/Leukemia-a-type-of-blood-cancer-can-affect-children-1024x576.webp)
-जेनेटिक व पर्यावरणीय कारण: ल्यूकेमिया होने के ये सबसे आम कारण होते हैं. आनुवंशिक प्रवृत्ति और पर्यावरणीय प्रभावों का मिश्रण ल्यूकेमिया को पैदा करता है.
-डीएनए म्यूटेशन: जब रक्त कोशिकाओं के डीएनए में परिवर्तन होता है उसे म्यूटेशन कहा जाता है. ये म्यूटेशन अनियंत्रित कोशिका वृद्धि को जन्म देता है और असामान्य रक्त कोशिकाओं का ओवर प्रोडक्शन होता है.
ल्यूकेमिया के लक्षण
![Symptoms](https://grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2024/05/Leukemia-a-type-of-blood-cancer-can-affect-children-2-1024x576.webp)
-बच्चों में सामान्य बीमारियों जैसे बुखार, भूख कम लगना और वजन घटना के कारण ये समस्या शुरू होती है और फिर बड़ी समस्या बन जाती है.
-ल्यूकेमिया में बच्चों को लगातार थकावट, बार-बार गंभीर इंफेक्शन, बुखार, हड्डियों में दर्द की प्रॉब्लम होती है. ये समस्याएं आमतौर पर वाइट ब्लड सेल प्रोडक्शन के चलते होती हैं.
-कुछ मरीजों में कम प्लेटलेट काउंट, हड्डी और जोड़ों के दर्द, पीली त्वचा, वजन कम होने और लिम्फ नोड्स या अंगों की सूजन के कारण ब्लीडिंग की भी दिक्कत हो जाती है.
ल्यूकेमिया के रिस्क फैक्टर
![Smoking](https://grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2024/02/smoking-1024x576.webp)
-बेंजीन और घर में होने वाली स्मोकिंग समेत कुछ केमिकल्स के संपर्क में आने से ल्यूकेमिया का खतरा रहता है.
-फैमिली हिस्ट्री: अगर परिवार में किसी को ल्यूकेमिया की शिकायत रही हो तो उनके बच्चों में भी इसका रिस्क रहता है.
-जिन बच्चों को पहले कैंसर हो चुका हो, उनमें भी ल्यूकेमिया पनपने का रिस्क रहता है.
-कीमोथेरेपी और रेडिएशन जैसे इलाज से भी ल्यूकेमिया का खतरा रहता है.
बचाव और डिटेक्शन
![Precaution of Leukemia](https://grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2024/05/Leukemia-a-type-of-blood-cancer-can-affect-children-3-1-1024x576.webp)
-ल्यूकेमिया कैंसर से बचाव के यूं तो बहुत ही सीमित उपाय हैं लेकिन पर्यावरण में घुले जहरीले केमिकल्स, तंबाकू के धुएं से बच्चों को बचाकर और उनकी हेल्दी लाइफस्टाइल को मेंटेन कर ल्यूकेमिया के रिस्क को कम किया जा सकता है.
-बचाव के लिए सतर्कता बेहद जरूरी है. लोगों में बीमारी के प्रति अवेयरनेस हो ताकि उसका शुरुआती स्टेज में डायग्नोज हो सके और इलाज के बाद बेहतर रिजल्ट आ सकें.
-डायग्नोस्टिक टेस्ट: रोग का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट, बोन मैरो टेस्ट और अलग-अलग इमेजिंग टेस्ट कराए जाते हैं और उन्हीं के आधार पर ट्रीटमेंट प्लान किया जाता है. कीमोथेरेपी, रेडिएशन या टारगेटेड थेरेपी के जरिए इलाज किया जा सकता है.
चाइल्डहुड ब्लड कैंसर के मामले में शुरुआती संकेतों और लक्षणों को समझना बेहद महत्वपूर्ण है. अर्ली डायग्नोज और पीडिएट्रिक ऑन्कोलॉजिस्ट से प्रॉपर कैंसर ट्रीटमेंट लेने से सफलता दर में बढ़ोतरी सुनिश्चित की जा सकती है.