हर महीने 12000 रुपये पेंशन चाहते हैं, तो एलआईसी की सरल पेंशन योजना लें: LIC Pension Plan
LIC Pension Plan: आप सरकारी नौकरी में हैं, तो आपको रिटायरमेंट के बाद के जीवन यापन के लिए कुछ भी सोचने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हर महीने आपके खाते में अच्छी खासी मोटी रकम पेंशन के रूप में आ जाती है। आप प्राइवेट जॉब में हैं, तो फिर आपको अभी से इस बारे में सोचना चाहिए जिससे बाद में आपको अपने खर्चों के लिए किसी के ऊपर निर्भर नहीं रहना पड़े। आजकल बहुत से बैंक पेंशन की सुविधा दे रहे हैं, जिसमें आप अपने निवेश के हिसाब से कोई अच्छा प्लान ले सकते हैं। भारतीय जीवन बीमा निगम का भी प्लान ले सकते हैं क्योंकि इस प्लान में आपको हर महीने 12000 रुपये की तय पेंशन मिलेगी।
कैसे करें निवेश?
एलआईसी की इस पेंशन योजना में कोई भी निवेश करके रिटायरमेंट यानी कि 60 साल की उम्र होने के बाद 12000 रूपए की मासिक पेंशन प्राप्त कर सकता है। यह पेंशन आपको जीवन भर मिलेगी और इसके लिए आपको हर साल न्यूनतम 12000 रुपये प्रीमियम देना है। हालांकि, इसमें अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है।
सिंगल पेमेंट पॉलिसी
पेंशन की यह योजना सिंगल पेमेंट पॉलिसी यानि की व्यक्तिगत पेंशन योजना है। इसका मतलब यह है कि जो व्यक्ति इस पेंशन योजना को लेता है उसका लाभ उसको जीवित रहने तक मिलेगा। उसकी मृत्यु के बाद उसके नॉमिनी को पेंशन नहीं मिलेगी। लेकिन बेस अमाउंट वापस मिल जायेगा। पति- पत्नी चाहें तो इस योजना का लाभ साथ में भी ले सकते हैं। एक की मुत्यु के बाद यह पेंशन की राशि दूसरे को मिलना शुरू हो जाती है। बाद में दोनों की मुत्यु होने पर जमा पैसा नॉमिनी को वापस कर दिया जाता है। सरल पेंशन प्लान में कटा हुआ टैक्स वापस नहीं होता है।
कैसे ले सकते हैं?
एलआईसी की इस पेंशन योजना को आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीके से ले सकते हैं। पॉलिसी लेने के 6 महीने बाद आपको इसके ऊपर कभी भी लोन मिल सकता है। इस पेंशन योजना के तहत अगर आपको मासिक पेंशन का लाभ लेना है तो कम से कम 1,000 रुपये का योगदान देना होगा। तिमाही पेंशन के लिए कम से कम एक महीने में 3,000 रुपये का निवेश करना होगा।
कौन ले सकता है लाभ?
एलआईसी की सरल पेंशन योजना में भाग लेने के लिए न्यूनतम उम्र की सीमा 40 साल है। इसके अलावा पेंशन प्लान अधिकतम 80 साल की आयु वाले ले सकते हैं। यह एक जीवन भर की पॉलिसी है, इसलिए इसमें पूरी जिंदगी पेंशन मिलेगी। एलआईसी की सरल पेंशन योजना को शुरू होने की तारीख से 6 माह बाद कभी भी सरेंडर करने का विकल्प होता है।