क्या आपके बच्चे के लिए भी आफत बन गई है गणित, इन तरीकों से करें ये परेशानी दूर: Math Tricks for Kids
Math Tricks for Kids: क्या आपका बच्चा भी गणित के जोड़-भाग में उलझा रहता है, आपकी लाख कोशिशों के बावजूद वह गणित के फॉर्मूले याद नहीं कर पाता, क्या आप भी महसूस करते हैं कि गणित के कारण उसे कहीं न कहीं टेंशन में रहती है। अगर आपके बच्चे के साथ ही कुछ ऐसी समस्याएं हैं तो मान लीजिए आपके बच्चे को गणित से डर लगता है यानी उसे मैथ्स फोबिया है। ऐसा सिर्फ आपके ही बच्चों के साथ नहीं है, देश के हजारों बच्चे इस बेवजह के डर के साये में हैं।
82 प्रतिशत बच्चे डरते हैं गणित से

बचपन से हमें यह बात समझाई गई है कि अच्छे नंबर लाने के लिए गणित विषय बहुत काम का है। यही बात हर माता-पिता बच्चों को भी बताते हैं, लेकिन फिर भी बच्चे गणित में रुचि नहीं लेते। आफ्टर स्कूल लाइव-क्लास प्रोग्राम क्यू मैथ की ओर से किए गए एक सर्वे में सामने आया कि कक्षा 7 से 10 के 82% स्टूडेंट्स गणित से डरते हैं। कक्षा 7 के हर सात में से एक स्टूडेंट को गणित की फॉर्मूले ही समझ नहीं आते। चिंता की बात ये है कि कक्षा 10 में यह आंकड़ा बढ़कर चार स्टूडेंट्स तक पहुंच जाता है। ऐसे में साफ है कि बड़ी क्लासेज में स्थितियां और खराब हैं। बोर्ड परीक्षाएं देने वाले बच्चे गणित से और भी ज्यादा डरते हैं। कक्षा 10 के मात्र 9 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने सर्वे में माना कि वे गणित को लेकर चिंता नहीं करते। ऐसे में बच्चों का यह अनकहा डर सर्वे में खुलकर सामने आया।
आखिर चिंता क्यों है इतनी बड़ी

ये सच है कि बच्चे गणित से डरते हैं, लेकिन ऐसा सिर्फ भारत में ही नहीं है। विदेशों में भी यही हालात हैं। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के गणित के प्रोफेसर जो बॉलर ने साल 2021 में की गई अपनी स्टडी में पाया कि 50 प्रतिशत वयस्कों में गणित को लेकर डर है। ऐसे में गणित को लेकर डर व चिंता कॉमन है और समय रहते इसे दूर करना बेहद जरूरी। कुछ तरीके अपनाकर हम अपने बच्चों के इस डर को दूर कर सकते हैं।
1. आप दें साथ, मजबूत करें बेसिक कॉन्सेप्ट्स
बच्चा गणित को लेकर न डरे इसके लिए आपको उसका साथ देना होगा। कभी भी बच्चे को गणित को लेकर आप डराएं नहीं। कभी नहीं बोले कि पहले गणित की तैयारी करो क्योंकि वो मुश्किल है। हमेशा बाकी विषयों की तरह ही गणित भी उन्हें समझाएं। कोशिश यही करें कि बचपन से ही उनके गणित के बेसिक कॉन्सेप्ट्स साफ हों। इससे उनकी नींव मजबूत होगी। उन्हें आगे की चीजें समझने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी। धीरे—धीरे उनका डर भी दूर होगा।
2.रोज करवाएं प्रैक्टिस
गणित एक ऐसा विषय है जिसका जितना अभ्यास करेंगे वो उतना ही अच्छा लगने लगेगा। इसलिए बच्चों को रोज इसकी प्रैक्टिस करवाएं। बच्चों को समय दें, उन्हें खुद सवाल बनाकर दें। ऐसा करने से उन्हें गणित समझ भी आएगी और उनकी प्रश्न हल करने की स्पीड भी तेज होगी। ध्यान रखें कभी भी कोई चैप्टर बीच में न छोड़े, क्योंकि गणित में कड़ी से कड़ी जुड़ी रहती है। एक भी चैप्टर बीच में छोड़ने से आगे का चैप्टर समझ नहीं आएगा।
3. टेबल्स याद करना है जरूरी
टेबल्स यानी पहाड़े गणित की नींव हैं। बच्चों को पहाड़े जितनी अच्छी तरीके से याद होंगे, उनको गणित उतनी ही आसान लगने लगेगी। 2 से लेकर 20 तक के पहाड़े हर बच्चे को अच्छे से याद होने चाहिए। आप बचपन से ही उन्हें इसकी प्रैक्टिस करवाना शुरू करें। ऐसा करने पर न सिर्फ बच्चों को फॉर्मूले जल्दी याद होंगे, बल्कि वे सवाल भी जल्दी हल कर पाएंगे। उनका गणित को लेकर आत्मविश्वास बढ़ेगा।
4. वैदिक गणित और अबेकस भी विकल्प
अगर आप चाहते हैं आपका बच्चा गणित में बहुत तेज हो तो आप उसे नियमित पढ़ाने के साथ ही अबेकस और वैदिक गणित की क्लासेज भी ज्वाइन करवाएं। ये दोनों ही बच्चों की गणित में रुचि बढ़ाने में कारगर हैं। इससे बच्चे बहुत जल्दी जोड़, गुणा, भाग कर पाते हैं। इनसे उन्हें फॉर्मूले याद करने में भी आसानी होती है।