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मीन राशिफल – Meen Rashifal 2024 -1 February To 7 February

12:01 AM Jan 30, 2024 IST | grehlakshmi hindi
मीन राशिफल – meen rashifal 2024  1 february to 7 february
Pisces Horoscope 2024
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दी पूर्वाभाद्रपद-1

दू, थ, झ, ञ उत्तराभाद्रपद-4

दे, दो, चा, ची रेवती-4

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मासारम्भ में समय कष्टप्रद रहेगा। 1, 2, 3 को स्वास्थ्य में कमजोरी महसूस होगी। नया काम शुरू करने से पहले आप अपने बजट को चेक कर लें। मेहमानों का आगमन होगा। आप उनकी आवभगत में व्यस्त रहेंगे। दिखावे की ओर झुकाव अधिक रहेगा। चिंता रहेगी। 4, 5 को समय अच्छा आ जाएगा। काम करेंगे, जिससे आपको धन और संतुष्टि दोनों प्राप्त होगी। आप खुद में सुधार कर सकेंगे। इसके तहत आप अपने खानपान, स्वास्थ्य, संजने-संवरने की तरफ ध्यान देंगे। आप संबंधों को मजबूती देने के लिए अवसरों की तलाश करेंगे। 6, 7 को सम्मानसूचक समय रहेगा। व्यस्तता अधिक रहेगी। इस कारण निश्चित रूप से मौजमस्ती के लिए समय नहीं मिलेगा परंतु आप अपने कार्य में हीे आनंद की प्राप्ति करेंगे। कठिन परिश्रम से हर कार्य सफलता प्राप्त करेगा।

ग्रह स्थिति

मासारम्भ में राहु मीन राशि का लग्न में, बृहस्पति मेष राशि का द्वितीय भाव में, चंद्रमा+केतु कन्या राशि का सप्तम भाव में, बुध+शुक्र+मंगल धनु राशि का दशम भाव में, सूर्य कुंभ राशि का ग्यारहवें भाव में, शनि मकर राशि का बारहवें भाव में चलायमान है।

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मीन राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2024शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी12, 13, 16, 17, 20, 215, 6, 7, 14, 15, 23, 24
फरवरी8, 9, 13, 14, 16, 171, 2, 3, 11, 19, 20, 29
मार्च6, 7, 8, 11, 12, 15, 161, 9, 17, 18, 19, 27, 28, 29
अप्रैल3, 4, 7, 8, 11, 12, 305, 6, 14, 15, 23, 24, 25
मई1, 5, 6, 11, 12, 20, 21, 22, 27, 283, 11, 12, 20, 21, 22, 30, 31
जून1, 2, 5, 6, 24, 25, 28, 297, 8, 9, 17, 18, 19, 26, 27
जुलाई2, 3, 21, 22, 26, 27, 29, 30, 315, 6, 14, 15, 16, 24
अगस्त17, 18, 22, 23, 26, 271, 2, 10, 11, 12, 20, 28, 29, 30
सितम्बर14, 15, 18, 19, 22, 237, 8, 9, 16, 17, 25, 26
अक्टूबर11, 12, 16, 17, 19, 204, 5, 6, 14, 22, 23, 31
नवम्बर7, 8, 9, 12, 13, 16, 171, 2, 10, 11, 18, 19, 20, 27, 27, 28, 29
दिसम्बर5, 6, 10, 11, 13, 147, 8, 16, 17, 25, 26, 27
मीन राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

मीन राशि का वार्षिक भविष्यफल

Meen Rashifal 2024
मीन राशि

यह साल मीन राशि वालों के लिए चुनौतियों से परिपूर्ण रहेगा। इस वर्ष आपकी राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा। पूरे वर्ष शनि की साढ़ेसाती से स्वास्थ्य डांवाडोल रहेगा, उसका कुछ प्रभाव

आर्थिक व व्यापारिक स्थिति पर भी पड़ेगा। स्वास्थ्य में निरंतर नियमित उतार-चढ़ाव रहेंगे। कभी कुछ तो कभी कुछ वर्ष पर्यंत चलता रहेगा। नसों की परेशानी, एलर्जी या रीढ़ की हड्डी से सम्बन्धित रोग की स्थिति रह सकती है। नित्य नियमित रूप से

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योग, व्यायाम को बल दें। ज्यादा तेलीय भोजन व गरिष्ठ पदार्थों के सेवन से बचें। व्यापार व कामकाज में आप जी तोड़ मेहनत करेंगे परंतु परिणाम थोड़े कमजोर ही रहेंगे। पैसा उतना नहीं मिल पायेगा। आर्थिक कशमकस व अस्थिरता बनी रहेगी। व्यापार में मशीनरी खराब हो सकती है जिससे प्रोडेक्शन प्रभावित होगा। कोई बड़ा आर्डर या बिग डील आपके हाथों से खिसकती हुई दिखाई दे रही है। व्यापार में निवेश करने से पूर्व अच्छी तरह से जांच पड़ताल व खोज-बीन कर लो। इस साल काम-काज का दबाव कुछ ज्यादा ही रहेगा। यात्रएं कष्टप्रद रहेंगी। इस साल पारिवारिक सुख-शांति की दृष्टि से समय अनुकुल रहेगा। आपकी राशि में राहु महाराज वर्ष पर्यंत गतिशील रहेंगे_ अतः स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव लगे रहेंगे। इस वर्ष उदर विकार, पेट से संबंधित व्याधि, हृदयरोग, हाई ब्लडप्रेशर, हाईपरटेंशन, मधुमेह (डायबिटीज), जैसी बीमारी परेशान किए रहेगी। इस वर्ष आप शारीरिक व्यायाम, योग, प्राणायाम, औषधि का बराबर ध्यान रखें। दीर्घकालिक बीमारियों व पुराने रोगों में आयुर्वेद, होम्योपैथी, एक्यूपंक्चर जैसी चिकित्सा पद्धतियों से लाभ की संभावना है। इस वर्ष केतु सांतवे स्थान में स्थित है। पति-पत्नी के बीच नोक-झोंक व कहासुनी चलती रहेगी। नौकरी में नई

संभावना व नए अवसरों को तलाशेंगे। व्यापार में विश्वास आपके लिए घातक रहेगा। रुपया किसी को भी उधार नहीं दें अन्यथा वापस निकलवाने में आपके पसीने छूट सकते हैं। विद्यार्थियों को परीक्षा में एक या दो नम्बर से सफलता मिलते-मिलते रह जायेगी। मई के बाद देवगुरु तीसरे स्थान में आकर विद्यार्थियों का मार्ग प्रशस्त करेंगे। नौकरी में लक्ष्यों को पूरा करने का दबाव व तनाव बना रहेगा। नौकरी से सम्बन्धित विषय गति तो पकड़ेंगे लेकिन आपको पहले से ज्यादा मेहनत व परिश्रम करने की आवश्यकता है। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि के वक्रत्व परिभ्रमण के कारण व्यापार में अच्छी हलचल महसूस होगी। आप अपने अंदर सकारात्मकता, जोश व ऊर्जा का संचार महसूस होगा। हालांकि धन का आगमन उस तरह से नहीं हो पायेगा, परंतु फिर भी इस दौरान काम में सकारात्मक बनी रहेगी।

बॉस व अधिकारियों से सम्बन्ध बनाकर चलें। शत्रु व विरोधी आपके विरुद्ध कोई गुप्त योजना या षडयंत्र बना सकते हैं, शत्रुओं से सावधान रहें। व्यावसायिक प्रतिद्वंद्वीयों पर भी पूरी नजर रखें। इस समय आपके विरुद्ध कोई शिकायत की जा सकती है जिससे सरकारी समस्या पेश आ सकती है। झूठी गवाही से बचें तथा अपने दो नम्बर के व अनुचित कार्यों को फिलहाल के लिए बंद कर दें। किसी रिश्तेदार से किसी बात पर बोल-चाल या कहासुनी हो सकती है। आमदनी अठन्नी व खर्चा रुपया वाली स्थिति इस साल रह सकती है अपने खर्चों को नियंत्रित करें।

शारीरिक सुख एवं स्वास्थ्यः- इस साल शारीरिक सुख का ध्यान रखना है। रोग व बीमारी को गम्भीरता से नहीं लिया तो गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। काम-काज व्यस्तताओं के बीच आप अपने लिए समय नहीं निकाल पायेंगे। पेट दर्द, गैस (एसीडीटी) जैसी बीमारियों से आप त्रस्त रहेंगे। शारीरिक व्यायाम, योग, डाईट कन्ट्रोल जैसी चीजों पर ध्यान देकर आप काफी हद तक स्वास्थ्य की अनुकुलता हासिल कर लेंगे। व्यापार व काम-काज की परेशानी तनाव, हाईपर टेंशन दे सकती है। शराब जैसी बुरी आदतों को छोड़ दें अन्यथा

आप गम्भीर बीमारियों को निमंत्रण दे बैठेंगे। 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य बीमारी पर अस्पताल पर खर्चा होगा। वाहन सावधानीपूर्वक चलावें।

व्यापार, व्यवसाय व धनः- काम-काज में परेशानी व तनाव रहेगा, आप अपनी व्यापारिक समझ व सूझ-बूझ, बुद्धिमत्ता का प्रयोग कर आप अपने व्यापार को बढ़ाने का पूरा प्रयास करेंगे, सफलता आंशिक ही मिल पायेगी। व्यापारिक जीवन व पारिवारिक जीवन में तालमेल बिठाना बहुत बड़ी चुनौती होगी। किसी महत्वपूर्ण योजना या प्लानिंग पर काम शुरू करेंगे। शुरुआती दौर में आपको यह महसूस होगा कि अब लाभ प्राप्त होने जा रहा है लेकिन कहीं न कहीं शनि के बारहवें होने के कारण योजनाएं पूर्ण नहीं हो पायेंगी, लाभलम्बित होगा। इस वर्ष लग्न में राहु का योग है अतः किसी पर भी रुपयों-पैसों के मामले में भरोसा आपकी भूल ही होगी। इस वर्ष शनि की साढ़े-साती का प्रभाव आपकी राशि में है अतः बिना पढ़े किसी भी कागज पर हस्ताक्षर नहीं करें तथा निवेश करने से पूर्व कम्पनी की जानकारी लें, अच्छी तरह से पड़ताल करें। आप मीन राशि के व्यक्ति हैं तथा मीन राशि के भावुक प्रवृत्ति के अधिक होते हैं। अतः दिल की बजाय दिमाग से काम लें। निर्णय भावुकता में नहीं करें। व्यावसायिक प्रतिद्वन्द्वी व प्रतिस्पर्धी आपके सामने बढ़ा लक्ष्य रख देंगे। हिम्मत व साहस के बलबूते पर आप बड़े से बड़ा काम चुटकियों में निपटा लेंगे। नौकरी में आपकी योग्यता व क्षमता खुलकर लोगों के समाने आयेगी, उच्चाधिकारी आपके काम से प्रसन्न रहेंगे। सहकर्मी जरूर आपसे ईर्ष्या व द्वेष करेंगे। व्यापार व काम-काज में नई तकनीक का प्रयोग करेंगे। अपने व्यापारिक उत्पादों का आप इंटरनेट व ऑनलाइन के माध्यम से प्रचार करेंगे।

घर परिवार, संतान व रिश्तेदारः- इस साल व्यावसायिक जीवन को पारिवारिक जीवन पर हावी नहीं होने दें, पारिवारिक जीवन इस साल अच्छा रहेगा। कभी-कभार पति-पत्नी में वैचारिक मतभेद रह सकता है। संतान की शिक्षा, विषय का चयन, इच्छित कॉलेज में दाखिला आदि चिंताएं परेशान करेंगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति की सलाह व मार्गदर्शन से

उस समस्या का निराकरण भी निकल आयेगा। बुजुर्गों का स्नेह व आशीर्वाद प्राप्त होगा। हालांकि वरिष्ठ लोगों का स्वास्थ्य जरूर चिंता का विषय रहेगा। रिश्तेदार भी आपकी मदद के लिए तत्पर रहेंगे। विवाहयोग्य जातकों के विवाह प्रस्ताव आपको 1 मई के पश्चात् प्राप्त होंगे। आर्थिक परेशानियों के चलते कभी-कभार मन में झुंझलाहट रहेगी। परिवार के सदस्य आपकी भावनाओं और परिस्थितियों को समझकर अपने खर्चों में कटौती करेंगे। आप रिश्तेदारों की हर संभव मदद के लिए तत्पर रहेंगे। सास-बहु, दामाद, भोजाई और देवरानी-जेठानी की नोक-झोंक इस वर्ष 30 जून से 15 नवम्बर के दौरान शनि के वक्र राशि में परिभ्रमण के दरम्यान हो सकती है। वाणी व क्रोध पर काबू रखें।

विद्याध्यन, पढ़ाई व कैरियरः- कैरियर जॉब, आदि के लिए प्रयासरत विद्यार्थियों को इस साल काफी परिश्रम के पश्चात् सफलता। मई के पश्चात् तीसरे स्थान में बृहस्पति के परिभ्रमण के कारण मिल सकती है। पढ़ाई में आपको अपने आपको झोंक देने की आवश्यकता है। शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव आपकी राशि पर है, अतः आपको पहले से ज्यादा मेहनत करने की आवश्यकता है। नौकरी में कार्यरत लोगों को लक्ष्यों को पूरा करने के लिए ज्यादा परिश्रम व पुरुषार्थ करने की आवश्यकता है। नौकरी में दबाब व तनाव से परेशान होकर आप नई-नई संभावनाओं को तलाशेंगे। गलत लोगों व बुरी आदतों से दूर रहें। पुस्तकों को मित्र बनाएं। लक्ष्य पर पैनी नजर आपको सफलता की ओर अग्रसर करेगी। नौकरी में सहकर्मी आपकी मदद नहीं करेंगे। आपको उनकी मदद के लिए तत्पर रहना चाहिए। बच्चों के स्टडी रूम या पढ़ाई करने के स्थान पर गायत्री माता, सरस्वती माता की तस्वीर लगाएं। इससे पढ़ाई में फोक्स बनेगा।

प्रेम-प्रसंग व मित्रः- मीन राशि के जातक उदार हृदय व भावुक प्रवृत्ति के होते हैं। यही भावुकता आपको प्रेम की ओर धकेलेगी। परंतु सावधान चंद्रमा वर्षारंभ में छठे स्थान में है। अतः प्रेम में धोखा होने के पूरे-पूरे योग हैं। किसी पर भी अधिक विश्वास आपको ले डूबेगा। प्रेमी-प्रेमिका में व्याप्त

आपसी गलत फहमियों का निराकरण होगा। किसी घनिष्ठ मित्र की सहायता के लिए आप हाथ बढ़ायेंगे। नए-नए मित्र बनेंगे। हालांकि इस वर्ष मित्रें से आपको सहयोग मिलने के आसार कम है।

वाहन, खर्च व शुभकार्यः- इस वर्ष वाहन की रिपेयरींग पर खर्चा होगा, वाहन को एकदम ठीक-ठाक स्थिति में रखें, अन्यथा कोई एक्सीडेंट या अप्रिय घटना घटित हो सकती है। फालतू के खर्चों से दूर रहें, इस वर्ष शुभ प्रसंग पर तो खर्चा नहीं होगा, हालांकि अस्पताल व बड़े-बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर खर्चा हो सकता है। निवेश में सावधाानी रखें, निवेश से पूर्व कम्पनी व कम्पनी मालिकों आदि के बारे में अच्छी तरह पड़ताल कर लें। संतान की शिक्षा, अध्ययन, कैरियर आदि पर खर्चा होगा। ऑनलाईन खर्चा भी होगा।

हानि, कर्ज व अनहोनीः- इस वर्ष शनि की साढ़ेसाती मीन राशि को चल रही है। अतः हानि की संभावना है। व्यापार में महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले अच्छी तरह से विचार कर लें। नौकरी में बॉस व अधिकारी की डांट फटकार सुननी पड़ सकती है। इच्छा के विपरित तबादले के योग। मई के बाद तीसरे बृहस्पति के कारण बनते हैं। पराक्रम में भी कमी आयेगी। आप यह देखेंगे कि लोग आपसे कटने लगे हैं। कोई ठीक से बात करने को भी तैयार नहीं होगा। अपनी वाणी व्यवहार में परिवर्तन लाएं। जहां तक अनहोनी की आशंका है 30 जून से 15 नवम्बर के मध्य शनि वक्र काल में आपको कोई बहुत बडा

झटका लग सकता है। कोई मित्र या घनिष्ठ रिश्तेदार आपका साथ छोड़ सकता है।

यात्रएंः- इस वर्ष लम्बी दूरी की यात्रएं हो सकती हैं, विदेश यात्र, धार्मिक यात्र के योग प्रबलता से बने हुए हैं। परिवार के सदस्यों के साथ आपका किसी धार्मिक महत्व की

यात्र का कार्यक्रम बन सकता है।

मीन राशि की चारित्रिक विशेषताएं

मीन राशि का अधिपति गुरु ज्ञान व बुद्धि का कारक ग्रह है। ऐसे जातकों में शासन करने की क्षमता व बुद्धिमत्ता विशेष श्रेणी की होती है। गुरु धर्म व अध्यात्म का सूचक है, गुरुता (बड़प्पन) का परिचायक है, अतः ऐसे व्यक्ति विशाल हृदय के धनी होते हैं, भावुक प्रवृत्ति के होते हैं।
आपका राशि स्वामी बृहस्पति है। बृहस्पति के प्रभाव से मीन राशि के जातक धार्मिक व आध्यात्मिक प्रवृत्ति के होते हैं।
मीन राशि में उत्पन्न जातक स्वस्थ, बुद्धिमान तथा सौम्य स्वभाव के होते हैं। ये नवीन विचारों का सृजन करने में समर्थ होते हैं। इनके विचारों से लोग प्रभावित रहते हैं। भौतिक सुख-साधनों का उपभोग करने की इनमें प्रबल इच्छा रहती है। ये
धनैश्वर्य से युक्त रहते हैं एवं विभिन्न स्रोतों से धनार्जन करके आर्थिक रूप से सुदृढ़ रहते हैं। साथ ही चिंतन एवं मननशीलता का भाव भी इनमें रहता है।
प्राकृतिक दृश्यों का अवलोकन करना इन्हें अच्छा लगता है। प्रेम के क्षेत्र में सरल एवं भावुक रहते हैं, परंतु व्यवहार कुशल होते हैं। अतः सांसारिक कार्यों में उचित सफलता अर्जित करके अपने उन्नति मार्ग को प्रशस्त करने में सफल रहते हैं। इसके अतिरिक्त नवीन वस्तुओं का उत्पादन करने आदि में इनकी रुचि का योगदान रहता है।
देवगुरु बृहस्पति के प्रभाव से आप स्वस्थ एवं बलवान रहेंगे। आपकी बुद्धि अत्यंत ही तीक्ष्ण रहेगी। अतः विभिन्न शास्त्रीय विषयों का ज्ञानार्जन करके आप एक विद्वान के रूप में समाज में अपनी प्रतिष्ठा एवं आदर बढ़ाने में समर्थ होंगे। एक विचारक के रूप में भी आप सम्माननीय होंगे। यद्यपि ब्रह्मादि के विषय में चिंतनशील रहेंगे, परंतु भौतिकता के प्रति भी आकर्षण रहेगा।
आपका स्वरूप दर्शनीय एवं व्यक्तित्व आकर्षक होगा। साहित्य, कला एवं लेखन के प्रति आपकी रुचि होगी। अभिमान के भाव की आपमें अल्पता होगी तथा सबके साथ विनम्रता का व्यवहार होगा। आप सरकार या समाज से सम्मान प्राप्त करने में सफल होंगे। आप में दयालुता का भाव भी विद्यमान होगा तथा अवसरानुकूल अन्य जनों की सेवा तथा सहायता करने में भी तत्पर होंगे। इसके अतिरिक्त साहित्य एवं कला के प्रति भी आपकी अभिरुचि रहेगी।
पिता की सेवा करने में तत्पर रहेंगे। बाल्यावस्था में आपको संघर्ष करना पड़ेगा, परंतु युवावस्था के बाद भौतिक सुख-संसाधनों को अर्जित करके सुख एवं शांतिपूर्वक अपना समय व्यतीत करेंगे। पुत्र संतति से आप युक्त रहेंगे तथा इनसे आपको इच्छित सुख एवं सहयोग प्राप्त होगा।
ऐसे व्यक्ति गौर वर्ण, कंचन देह, मछली के समान आकर्षक व सुन्दर नेत्र वाले, ललाट चौड़ी व भरा-पूरा चेहरा, लम्बे कद के मालिक होते हैं। यह राशि दिवाबली, जलतत्व प्रधान व सत्वगुणी है। ‘पूर्वाभाद्रपद’ के अंतिम चरण में जन्मे व्यक्ति धार्मिक बुद्धि से ओत-प्रोत, मेहमानप्रिय, सामाजिक अच्छाईयों व नियमों का पालन करने वाले, बातचीत में प्रवीण होते हैं। मीन राशि वाले व्यक्ति कूटनीति, रणनीति व षड्यंत्रकारी मामलों में एक प्रतिशत भी रुचि नहीं लेते। इनका प्राकृतिक स्वभाव उत्तम, दयालु व इनमें दानशीलता होती है।
धर्म के प्रति आपके मन में श्रद्धा होगी तथा आप समय-समय पर धार्मिक कार्य-कलापों एवं अनुष्ठानों को सम्पन्न करेंगे। इससे आपको आत्मिक शांति की प्राप्ति होगी। साथ ही बंधु एवं मित्र वर्ग में भी आप प्रिय एवं आदरणीय होंगे। इनसे आपको इच्छित लाभ एवं सहयोग मिलता रहेगा। आपके असली मित्र बहुत थोड़े हैं। एक मित्र जो किसी कारणवश आपका शत्रु हो जाए, उसके द्वारा भारी आघात पहुंचाने का खतरा है, सतर्क रहें।
यदि आपका जन्म मीन राशि के ‘पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र’ (दो) के चतुर्थ चरण में हुआ है, तो आपका जन्म 16 वर्ष की बृहस्पति की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-सिंह, गण-मनुष्य, वर्ण-विप्र, हंसक-जल, नाड़ी-आद्य, पाया-लोहा तथा वर्ग-सर्प है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक क्षुब्ध मन वाला, धनी, निरोगी, स्त्री के वश में रहने वाला तथा कंजूस होता है।
यदि आपका जन्म मीन राशि ‘उत्तराभाद्रपद नक्षत्र’
(दू, थ, झ, य) में है, तो आपका जन्म 19 वर्ष की शनि की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-गौ, गण-मनुष्य, वर्ण-विप्र, हसंक-जल, पाया-लोहा, प्रथम दो चरण का वर्ग-सर्प तथा अंतिम दो चरण का वर्ग-सिंह है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक कुशल वक्ता, परम धार्मिक, धनी व सुखी होते हैं। प्रायः जीवन में शत्रु न बनाकर मित्रों की संख्या बढ़ाने में विश्वास रखते हैं।
यदि आपका जन्म मीन राशि के ‘रेवती नक्षत्र’ (दे, दो, चा, ची) में हुआ है, तो आपका जन्म 17 वर्ष की बुध की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-गज, गण-देव, वर्ण-विप्र, हंसक-जल, नाड़ी-अत्य, पाया-सुवर्ण, प्रथम दो चरण का वर्ग-सर्प तथा अंतिम दो चरण का वर्ग-सिंह है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक प्रायः आमदनी से अधिक खर्च करता है तथा समझौते वाले दृष्टिकोण में विश्वास रखता है।
मीन राशि का चिन्ह ‘मुख-पूंछ मिलित दो मछली’ हैं। आपको जल से निकली हुई वस्तु-नमक, हीरे-जवाहरात, समुद्र पार देशों से माल मंगाने तथा भेजने से तथा नवीन वस्तुओं का उत्पादन करने से विशेष धन लाभ हो सकता है। स्त्रियों के सम्पर्क से भी आपका भाग्योदय संभव है। 32 वर्ष पश्चात् आपको पुत्र एवं नौकरी का योग बनता है। शत्रु आपसे हार जाएंगे। भाग्योदय हेतु गुरु रत्न ‘पुखराज’ को स्वर्ण मुद्रिका में धारण करें।

मीन राशि वालों के लिए उपाय

मीन राशि का स्वामी बृहस्पति है, अतः पुखराज या सुनैला रत्न धारण करें। गुरुवार को थोड़ा-सा गुड़ व चना दाल एक आटे की लोई में डालकर गाय को खिलाएं। रविवार व मंगलवार के अलावा पीपल को सींचना भी मीन राशि वालों के लिए फायदेमंद है। पीले रंग का सुगन्धित रुमाल पास में रखें। गुरुवार को हल्दी युक्त दूध का सेवन करें।

मीन राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ मीन
    1. राशि चिह्र ‒ पूंछ और मुख मिली हुई दो मछलियां
    2. राशि स्वामी ‒ गुरु
    3. राशि तत्त्व ‒ जल तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ द्विस्वभाव
    5. राशि दिशा ‒ उत्तर
    6. राशि लिंग व गुण ‒ स्त्री, सतोगुणी
    7. राशि जाति ‒ ब्राह्मण
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ सौम्य स्वभाव, कफ प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ चरण युगल
    10. अनुकूल रत्न ‒ पुखराज
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ सुनैला, पुखराज मार्का
    12. अनुकूल धातु ‒ सोना
    13. अनुकूल रंग ‒ पीला
    14. शुभ दिवस ‒ गुरुवार/वीरवार
    15. अनुकूल देवता ‒ विष्णु
    16. व्रत, उपवास ‒ गुरुवार, रविवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 3
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 3/12/21/30
    19. मित्र राशियां ‒ कर्क, वृश्चिक
    20. शत्रु राशियां ‒ मेष, सिंह, धनु
    21. व्यक्तित्व ‒ अध्यात्म प्रेमी, भावुक, अध्ययनशील मनोवृत्ति
    22. सकारात्मक तथ्य ‒ विनम्रता, सज्जनशीलता, कल्पनाप्रिय
    23. नकारात्मक तथ्य ‒ अधैर्यशीलता, लापरवाही, अनिश्चिन्तता
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