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जानें भगवान शिव के प्रिय मंत्र ‘ओम नमः शिवाय’ की उत्पत्ति कैसे हुई: Om Namah Shivaya Mantra

06:00 AM May 23, 2023 IST | Ankita A
जानें भगवान शिव के प्रिय मंत्र ‘ओम नमः शिवाय’ की उत्पत्ति कैसे हुई  om namah shivaya mantra
Om Namah Shivaya Mantra
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Om Namah Shivaya Mantra: भगवान शिव को प्रसन्न करना बेहद आसान हैI जो भी भक्त उनकी सच्ची श्रद्धा से पूजा करते हैं, भगवान उनसे बहुत ही जल्द प्रसन्न होते हैं और मनोवांछित फल देते हैंI इसी कारण से इन्हें भोलेनाथ के नाम से भी जाना जाता हैI वैसे तो भगवान शिव को प्रसन्न करने के कई उपाय हैं, लेकिन सभी उपायों में उनके मंत्रों का जाप करना सबसे अच्छा व शुभ माना जाता हैI भगवान शिव के सभी मंत्रों में ‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र उनका सबसे पसंदीदा मंत्र हैI साथ ही ‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र सबसे शक्तिशाली मंत्रों में से एक हैI ऐसा माना जाता है कि ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करने से भगवान शिव मनोवांछित फल देते हैंI

ऐसे में अगर आप भी अपने जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं और उनसे छुटकारा पाना चाहते हैं तो शिवजी के इस मंत्र का जाप अवश्य करेंI

‘ओम नमः शिवाय’ की उत्पत्ति कैसे हुई?

Om Namah Shivaya Mantra
Om Namah Shivaya

‘ॐ नमः शिवाय’ सबसे लोकप्रिय हिंदू मंत्रों में से एक है और शैव सम्प्रदाय का एक महत्वपूर्ण मंत्र हैI इस मंत्र की उत्पत्ति बहुत ही दिलचस्प तरीके से हुई हैI पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शिव अग्नि के स्तंभ के रूप में पृथ्वी पर प्रकट हुए थेI जब अग्नि का स्तम्भ अपनी पूर्ण महिमा में पृथ्वी पर उतरा, तो यह अग्नि स्तम्भ पंचमुखी था, अर्थात इस अग्नि स्तंभ के पांच मुख थेI ये पांच चेहरे पांच तत्वों का प्रतिनिधित्व करते हैं जिनमें पृथ्वी, अग्नि, आकाश, जल और वायु शामिल हैंI इन पांच तत्वों के प्रभाव से अग्नि के स्तम्भ में ऊर्जा का संचार हुआ और उसी ऊर्जा से प्रथम शब्द ‘ॐ’ की उत्पत्ति हुईI इस ‘ॐ’ शब्द को “ओम” इस तरह से भी लिखा जाता हैI इसके बाद दो अन्य शब्द: नमः और शिवाय पंचतत्व से बने हैंI

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यह मंत्र भोलेनाथ का सबसे पसंदीदा मंत्र इसलिए बन गया क्योंकि भगवान विष्णु ने पहली बार अपने मुख से ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का उच्चारण किया थाI भगवान विष्णु के बाद इस मंत्र का जाप ब्रह्माजी ने किया, फिर इस मंत्र का जाप देवों, सप्त ऋषियों, गंधर्वों, यश और शिव भक्तों और फिर लोगों द्वारा शुरू किया गयाI चूंकि इस मंत्र का जाप सबसे पहले भगवान विष्णु ने किया था, इसलिए ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव के इस मंत्र में भगवान विष्णु की शक्तियां भी शामिल हैI इसी वजह से इस 3 अक्षर के मंत्र को सबसे शक्तिशाली और चमत्कारी माना जाता हैI

‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र का क्या अर्थ है?

Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya Mantra Meaning

‘ओम नमः शिवाय’ का अर्थ है- इस मंत्र में नमः का अर्थ है ‘नमस्कार’ तथा शिवाय का अर्थ है शिव परमात्माI  जिसका अर्थ निकलता है कि “मैं परमात्मा शिव को नमस्कार करता हूँI” ‘ओम नम: शिवाय’ का शाब्दिक अर्थ यह भी है कि आत्मा, घृणा, तृष्णा, स्वार्थ, ईष्या, काम, क्रोध, लोभ, मोह और माया से रहित होकर प्रेम और आनंद से परिपूर्ण होकर ईश्वर से मिलनI

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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, संसार में मौजूद पंचतत्वों का प्रतिनिधित्व नमः शिवाय की पंच ध्वनियां करती हैं, जिनसे सारा संसार बना है और विनाश के समय उसी में समा जाती हैंI मंत्र के प्रत्येक अक्षर का अर्थ इस प्रकार है ‘न’ पृथ्वी,’ मः ‘पानी,’ शि’ अग्नि, ‘वा’ प्राणवायु और ‘य’ आकाश को दर्शाता हैI

ओम नमः शिवाय मंत्र का महत्व?

Importance of Om Namah Shivaya Mantra
Importance of Om Namah Shivaya Mantra

स्कन्दपुराण में कहा गया है कि 'ॐ नमः शिवाय' महामंत्र जिसके मन में वास करता है, उसके लिए बहुत से मंत्र, तीर्थ, तप व यज्ञों की कोई  जरूरत नहीं हैI यह महामंत्र मोक्ष प्रदान करता है, पापों का नाश करता है और साधक को लौकिक, परलौकिक सुख देने वाला माना जाता हैI लोग हजारों सालों से इस मंत्र का जाप करते आ रहे हैंI

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‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र के उच्चारण के फायदे?

Benefits
  • ‘ॐ’ को ब्रम्हांड की पहली ध्वनि माना जाता हैI इस मंत्र का जाप करने से शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक और बौद्धिक शांति की प्राप्त होती हैI इससे शरीर में नई चेतना और ऊर्जा का विकास होता है और मन मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता हैI
  • इस मंत्र को पढ़ने से सारे डर भय दूर हो जाते हैंI इसलिए जिन लोगों को बहुत ज्यादा डर लगता है उन्हें इस मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिएI
  • घर में कलह की समस्या होने पर इस मंत्र का जाप करना लाभकारी होता हैI रोज ये मंत्र पढ़ने से घर की कलह दूर हो जाती है साथ ही घर में शांति का वास होता हैI
  • ॐ नमः शिवाय मंत्र अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण पाने में मदद करता हैI मन अशांत होने पर इस मंत्र के नियमित जाप से मन स्थिर और शांत हो जाता हैI
  • इस मंत्र के जाप से कुछ हद तक हानिकारक ग्रहों के प्रभाव को कम करने में भी मदद मिलती हैI
  • यह मंत्र भक्तों को भगवान शिव से जोड़ने का काम करता हैI इसके जाप से काम, क्रोध, घृणा, मोह, लोभ, भय, विषाद खत्म होता हैI
  • इस मंत्र से मनुष्य जीवन चक्र का रहस्य समझता हैI यह मंत्र मोक्ष प्राप्ति का साधन भी हैI

इस मंत्र का जाप कैसे करना लाभकारी होता है?

Benefits of Mantra
  • ऐसी मान्यता है कि इसके जाप से व्यक्ति अपने पंचतत्वों को नियंत्रित कर पाता हैI इसलिए ध्यान के लिए इसका जाप करना एक अच्छा तरीका माना गया हैI और इसी वजह से वैदिक काल में ऋषि मुनि इस मंत्र का लगातार जाप करते रहते थेI
  • ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करने का सबसे अच्छा समय सूर्योदय और सूर्यास्त के दौरान का होता हैI लेकिन अगर आप किसी कारणवश इन समयों पर जाप नहीं कर पाते हैं तो चिंता की कोई बात नहीं, यह शक्तिशाली मंत्र दिन के सभी प्रहरों में करना भी फायदेमंद होता हैI
  • ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप या तो जोर से या अपने मन में चुपचाप करना चाहिएI यह मंत्र हमेशा किसी तीर्थ स्थल, मंदिर या फिर एकांत जगह में बैठकर करना चाहिएI आप घर में भी ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप कर सकते हैंI इसके लिए  शिवजी की फोटो सामने रख कर इस मंत्र का जाप करेंI
  • इस मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से ही करनी चाहिए क्योकि रुद्राक्ष भगवान शिव को बहुत प्रिय हैI इस मंत्र का जाप कम से कम 11 बार  जरूर करेंI इस मंत्र का जाप करने से पहले अपने पास एक दीपक जलाएं और उसके बाद ही इसे जापेंI हो सके तो हर सोमवार को मंदिर में जाकर पहले भगवान शिव की पूजा भी करें और उसके बाद इस मंत्र का जाप करेंI  इस मंत्र का जाप कम से कम 108 बार नियमित रूप से करना लाभदायक होता हैI
  • यदि आप पवित्र नदी के किनारे शिवलिंग की स्थापना और पूजन के बाद इस मंत्र का जाप करेंगे तो उसका फल सबसे उत्तम प्राप्त होगाI
  • ॐ नमः शिवाय मंत्र के लाभ हमारे सेहत के साथ भी जुड़े हुए हैंI इस मंत्र का जाप करने से शरीर की कई रोगों से रक्षा होती हैI साथ में जो लोग किसी रोग से ग्रस्त हैं अगर वो लोग इस मंत्र का जाप करें तो वो निरोगी हो सकते हैंI
  • शनि देव की साढ़े साती शुरू होने पर इस मंत्र का जाप करना शुरू करना चाहिएI  इस मंत्र का जाप करने से शनि की साढ़े साती का प्रभाव बेहद हद तक कम हो जाएगाI

‘ओम नमः शिवाय’ का उच्चारण करने का सही तरीका

जब आप ‘ओम’ शब्‍द का उच्‍चारण करें तो आपको केवल इस एक शब्‍द पर ही पूरा फोकस करना हैI इस शब्‍द को बोलते समय इसे अंदर से महसूस करेंI इस शब्‍द के उच्‍चारण के समय आपको ध्‍यान लगाने के साथ-साथ इस शब्‍द को मन की आँखों से देखना भी हैI इसके लिए अपनी आँखों को बंद कर के ओम का उच्‍चारण करेंI इससे आप पूरे ध्‍यान और मन के साथ इस मंत्र का जाप कर पाएंगेI इस मंत्र का सही तरीका यही है कि आपको अंदर सांस खींचते हुए ॐ बोलना है और गहरी सांस छोड़ते हुए नमः शिवाय कहना हैI

ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप कब करना चाहिए?

इस मंत्र का जाप वैसे तो आप हर रोज कर सकते हैंI लेकिन शास्त्रों के अनुसार इस मंत्र का जाप सावन, माघ माह और भाद्रपद माह में करना बेहद ही अच्छा होता हैI इस दौरान इस मंत्र का जाप करने से शिव जी जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं और हर मनोकामना को पूरा कर देते हैंI

‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करने से पहले इन बातों का खास तौर पर ध्यान रखें

ओम नमः शिवाय
  • इस मंत्र का जाप सुबह के समय करना सबसे उत्तम माना जाताI सुबह उठकर स्नान करें, इसके बाद साफ सुथरा वस्त्र धारण करने के बाद पूजा घर में या मंदिर में जाकर इस मंत्र का जाप करेंI
  • इस मंत्र का जाप करते समय अपनी आंखे  हमेशा बंद रखें और आंखों को बंद करने के बाद ही इस मंत्र का जाप करेंI इस महामंत्र का जाप हमेशा ही योग मुद्रा में बैठकर पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख करके करना चाहिएI
  • जब आप यह मंत्र पढ़ें तो उस समय केवल भगवान शिव शंकर का ही ध्यान करेंI वहीं मंत्र पूरा पढ़ने के बाद शिव जी का नाम अवश्य लें और हाथ जोड़कर भगवान शिव का स्मरण करके उन्हें प्रणाम करेंI

FAQ | क्या आप जानते हैं

‘ओम नमः शिवाय’ बोलने से क्या होता है?

'ओम नम: शिवाय' को महामंत्र कहा जाता है क्योंकि इसमें पांचों तत्व- पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश समाहित हैंI ‘ओम नमः शिवाय’ के जाप से भोलेनाथ बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं और आपके सभी दुख, सभी कष्ट समाप्त करते हैंI इस मंत्र के जाप से आप पर शिवजी की असीम कृपा बरसने लगती हैI सुबह सही तरीके से इस मंत्र का जाप करने से दिन भर सकारात्मकता बनी रहती हैI

ओम नमः शिवाय मंत्र सिद्ध कैसे करें?

भगवान शिव के सबसे प्रभावशाली मंत्र ‘ओम नमः शिवाय’ का जाप करने के लिए सबसे पहले एक शांत और स्वच्छ स्थान चुनेI इसकी शुरुआत हमेशा सोमवार से ही करेंI ध्यान रहे एक भी सोमवार को इस मंत्र का जाप करना ना छोड़े, निरंतरता बनाये रखेंI मंत्र की संख्या का अनुष्ठान आप अपनी इच्छानुसार करेंI इसके बाद जल, अक्षत और पुष्प लेकर मंत्र सिद्धि का संकल्प लेंI इस मंत्र का जाप हमेशा रुद्राक्ष की माला से ही करें क्योकि रुद्राक्ष भगवान शिव को बहुत प्रिय है और इससे भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैंI

लगातार मंत्र जाप करने से क्या होता है?

ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए मंत्र का जाप करना सर्वश्रेष्ठ माना जाता हैI जाप करने से व्यक्ति न केवल ईश्वर के निकट होना महसूस करता है बल्कि यह क्रिया हमें आत्म संतुष्टि और आत्मसंयम की दिशा में ले जाने का काम भी करती हैI व्यक्ति अपने कामों में इतना उलझ जाता है कि खुद तक पहुँचने का मार्ग ही भूल जाता हैI जाप की क्रिया हमें यह मार्ग तलाशने में सहायता करती हैI मंत्र जाप से मानसिक एकाग्रता बढ़ती हैI मंत्र का बार-बार जाप करने से मन में अच्छे विचार आते हैं, मनुष्य को नैतिक बल मिलता हैI यही मानसिक शक्ति और नैतिक बल उसे बड़े – बड़े लक्ष्य को हासिल करने में मदद करते हैंI लगातार मंत्र का जाप करने से ध्वनि तरंग उत्पन्न होती हैं, उससे शरीर के स्थूल व सूक्ष्म अंग तक कंपित होते हैंI इसके कारण व्यक्ति का सूक्ष्म शरीर सक्रिय होकर शक्तिशाली परिणाम देना प्रारंभ कर देता हैI इसलिए हर व्यक्ति को मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिएI

ओम नमः शिवाय मंत्र में कितनी शक्ति है?

ओम नमः शिवाय मंत्र सबसे शक्तिशाली मंत्र हैI इस मंत्र में इतनी शक्ति है कि इसके उच्चारण से हर प्रकार की नकारात्मक उर्जा नष्ट हो जाती हैI  ये शक्तिशाली मंत्र जीवन में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न कर जीवन में खुशियां भर देता हैI हर दिन सुबह आप भी मन से ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप कीजिए और देखिए इसके सकारात्मक प्रभावI

भगवान शिव का सबसे प्रिय मंत्र कौन सा है?

भगवान शंकर भक्तों की प्रार्थना से बहुत जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैंI इसी कारण से उन्हें 'आशुतोष' भी कहा जाता हैI भगवान शिव के कई मंत्र हैं लेकिन सभी मंत्रों में ओम नमः शिवाय भगवान शिव का सबसे प्रिय मंत्र हैI इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैंI इसलिए अगर आप भी भगवान शिव को खुश करना चाहते हैं तो इस मंत्र का जाप जरूर करेंI

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