आपका खर्चा आपके हाथ: Palm Reading
Palm Reading: कई बार जाने-अनजाने हमसे बेहिसाब खर्चे हो जाते हैं, हम खुद को चाहकर भी नहीं रोक पाते। कहीं इस अनावश्यक खर्च में हमारे साथ-साथ हमारे हाथों की रेखाओ का भी तो हाथ नहीं? तो जानें हमारे लेख से। कुछ व्यक्ति ऐसे होते हैं जिनके हाथ में पैसा टिकता ही नहीं है। ऐसे व्यक्ति बिना किसी कारण के पैसा खर्च करते हैं तथा अनावश्यक खर्च होने से परेशान रहते हैं। हमारे हाथ में ऐसी रेखाएं होती हैं जो कि अनावश्यक खर्च की ओर इशारा करती हैं।
यदि व्यक्ति की अंगुलियां लंबी हो तो उसे इस तरह के खर्च का सामना करना पड़ता है क्योंकि ऐसे व्यक्ति उदारवादी और शांत प्रकृति के होते हैं। ये समाज व परिवार की सहायता करने वाले, चरित्रवान और दयालु होते हैं। ऐसे व्यक्ति अपनी आवश्यकताओं की ओर ध्यान नहीं देते बल्कि दूसरों की जरूरतों की पूर्ति करते रहते हैं। ये उदारवादी होकर सबकी भलाई के बारे में सोचते हैं। इनके द्वारा दिया गया उधार पैसा अक्सर वापिस नहीं मिलता।
इस संबंध में यह बात निर्भर करती है कि गुरु ग्रह की स्थिति क्या है? गुरु ग्रह उन्नत दशा में हो तो, ऐसे व्यक्ति बहुत सोच समझकर खर्च करते हैं। यदि व्यक्ति की जीवन रेखा जितनी सीधी होकर चंद्रमा क्षेत्र पर जाती है, व्यक्ति को उतना स्त्री, संतान और धन का सुख मिलता है और उसके खर्चे बढ़ने लगते हैं।

जीवन रेखा अधूरी हो तथा हाथ में अन्य लक्षण दोषपूर्ण हों, जैसे- भाग्य रेखा का अंत मस्तिष्क रेखा पर हो तथा मस्तिष्क रेखा स्पष्ट न हो तो ऐसा व्यक्ति ज्यादा धन प्राप्त करने के लिए अपना पैसा इधर-उधर निवेश कर देता है, जिसका उसे ज्यादा फायदा नहीं मिल पाता है। इसलिए यह अनावश्यक खर्च का योग बन जाता है।
यदि रेखाएं हृदय रेखा से मस्तिष्क रेखा पर आ जाएं तो यह अकारण खर्च का योग होता है। ऐसे व्यक्ति दूसरों के प्रति प्रेम और दया का भाव रखते हैं। ये अपने रिश्तेदारों और मित्रों का ध्यान रखते हैं, इस कारण उनके लिए अनावश्यक पैसा खर्च कर देते हैं। राहु रेखा जीवन रेखा को काटती हो, जीवन रेखा गोल हो तथा भाग्य रेखा मोटी से पतली और शनि की अंगुली सीधी हो तो यह भी अकारण खर्च का योग बन जाता है। ऐसे व्यक्ति के पास जितनी तेजी के साथ धन आता है उतनी ही तेजी से चला जाता है। इधर-उधर की योजना बनाकर, आवश्यक कार्य में कम और ज्यादातर अनावश्यक कार्यों में धन की बरबादी कर देते हैं।
जीवन रेखा को राहु रेखाएं काटती हों, भाग्य रेखा का हृदय रेखा पर अंत हो रहा हो तथा अंगूठा और अंगुलियां एक ही दिशा में पीछे की तरफ जाएं तो ऐसे व्यक्ति दूसरे लोगों के प्रति सहानुभूति रखते हैं और अपना पैसा उन पर खर्च करते रहते हैं जिसके कारण धन की बर्बादी होती है।
जिस व्यक्ति की हथेली के पीछे बालों की संख्या ज्यादा हो तो ऐसा व्यक्ति शौकीन प्रवृत्ति का होता है तथा अपने शौक के साथ-साथ दोस्तों के शौक को पूरा करने के लिए पैसे को इधर-उधर खर्च कर देता है।
ऐसा व्यक्ति जिसकी हृदय रेखा में यव और भाग्य रेखा में द्वीप हो तो इनका धन दान, पुण्य तथा दूसरों की भलाई के कार्यों में लग जाता है। कई बार ऐसे व्यक्ति अनावश्यक खर्च भी कर देते हैं। ऐसे व्यक्ति जिनकी अंगुलियों के बीच छिद्र हों तथा शुक्र ग्रह उठा हुआ हो तो ऐसे व्यक्ति खरीददारी करने के बहुत शौकीन होते हैं तथा बाजार जाकर अनावश्यक सामान को खरीद कर पैसा खर्च कर देते हैं। ऐसे अकारण खर्च का सामना ज्यादातर महिलाओं को करना पड़ता है। ऐसा व्यक्ति जिसका हाथ कोमल हो तथा उसपर ज्यादा रेखाएं हो तो वह व्यक्ति शौकीन और महत्वाकांक्षी प्रवृत्ति का होता है। ऐसे लोग अपने शौक को पूरा करने के लिए अनावश्यक ही धन की बर्बादी करते हैं। इधर-उधर की योजनाएं बनाकर उनमें पैसा खर्च कर देते हैं जिसका उन्हें कोई लाभ नहीं मिलता। इस कारण ये बाद में पछतावा करते हैं। ऐसे व्यक्ति अपनी आदत से मजबूर होते हैं।