वियतनाम की महिला की स्किन के नीचे मिले परजीवी कीड़े, इनके बारे में जानकारी से हो सकता है बचाव: Parasitic Worms in Human
Parasitic Worms in Human: वियतनाम की एक महिला की स्किन के नीचे हाल ही में परजीवी कीड़े यानी पैरासिटिक वॉर्म्स तैरते हुए मिले जिनमें से कुछ उसके दिमाग के नीचे भी दबे हुए थे। रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा उस महिला द्वारा एक रॉ ब्लड पुडिंग खाने के बाद हुआ, जिसे उसने खुद बनाया था। इसे खाने के कुछ समय बाद वो अजीब सा महसूस करने लगी और बीमार पड़ गई। उसे सिरदर्द होने लगी और वो बेहोश हो गई।
जब उसे अस्पताल लाया गया तो उसकी हालत देखकर डॉक्टरों ने यह अनुमान लगाया कि उसे हार्ट स्ट्रोक हुआ है, लेकिन स्कैन के बाद उसकी स्किन के नीचे परजीवी कीड़ों को देखकर वो हैरान रह गए। यह कीड़े उसके पैरों और टांगों की स्किन में थे। यही नहीं, इन कीड़ों ने उस महिला के दिमाग में भी घर बना लिया था। हालांकि, महिला का इलाज हो गया है और वो खतरे से बाहर है। क्या आप परजीवी कीड़ों यानी पैरासिटिक वॉर्म्स के बारे में जानते हैं? पाएं इनके बारे में जानकारी और जानें कि कैसे बचा जा सकता है इनसे।
परजीवी कीड़े क्या हैं?
परजीवी अन्य जिन्दा जीवों में रहते हैं और जीवित रहने के लिए यह उन पर ही निर्भर रहते हैं। यह जीव मनुष्यों को भी प्रभावित करते हैं। यही कारण है कि अन्य जीवों के बिना यह पैरासाइट जीवित नहीं सकते, ग्रो नहीं होते हैं और इनकी संख्या भी नहीं बढ़ती है। यह परजीवी कीड़े जिस जीव में रहते हैं उन्हें बीमार कर देते हैं और कई बार उनकी मृत्यु का कारण भी बनते हैं। इसके तीन मुख्य प्रकार हैं:
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प्रोटोजोआ
यह एक सेल वाला परजीवी होता है, जो मनुष्य में कई गुना बढ़ सकता है। यह परजीवी दूषित पानी या भोजन, मनुष्य का मनुष्य से कांटेक्ट आदि से फैल सकता है। इसमें प्लाज्मोडियम मलेरिया शामिल है।
कृमि
कृमि यानी हेल्मिन्थस अक्सर व्यक्ति के पाचन तंत्र में पाए जाते हैं। यह जीव मनुष्य के शरीर में बढ़ते नहीं हैं और मल के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
एक्टोपैरासाइट्स
एक्टोपैरासाइट्स छोटे परजीवी होते हैं, जो शरीर के बाहर रहते हैं। इनमें जुएं, खटमल आदि शामिल हैं।

परजीवी संक्रमण से बचाव
यह कीड़े जानलेवा हो सकते हैं, लेकिन इनसे बचना पूरी तरह से संभव है। इनसे बचाव के लिए यह टिप्स आपके काम आ सकते हैं:
- कच्चे या अधपके मीट, मच्छली आदि को काम खाएं या खाने से बचें।
- मांस को अन्य खाद्य पदार्थों से अलग रखकर भोजन तैयार करने के दौरान क्रॉस कंटेमिनेशन से बचें ।
- पानी में उगने वाले पौधों को कच्चा न खाएं।
- उन जगहों पर नंगे पांव न चलें जहां मिट्टी में मल हो सकता है।
- एनिमल के मल को जितना जल्दी हो सके, साफ कर दें।
- झील या नदियों में नहाते हुए सावधान रहें।
- अपने हाथों को खानें से पहले, खाना बनाने से पहले, टॉयलेट जाने के बाद, कच्चे मीट को छुनें के बाद या किसी भी जानवर को छुनें के बाद अच्छे से धोना न भूलें।

डॉक्टरों का यह भी मानना है कि अगर परजीवी संक्रमण से पीड़ित इस महिला का सही समय पर इलाज न होता तो वो अधरंग का शिकार हो सकती थी या उसकी मृत्यु भी हो सकती रही क्योंकि उसकी स्थिति बेहद गंभीर थी। हालांकि, अब वो ठीक है और उसे दवाईयां दी जा रही हैं। 58 साल की इस महिला का कहना था कि इस समस्या का कारण बनने वाली पुडिंग उसने खुद घर पर बनाई थी। उसे यह उम्मीद थी कि यह पूरी तरह से सुरक्षित होगी और इसे खाने के बाद उसे किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी। क्योंकि, इससे पहले भी वो महीने में एक बार तो इस व्यंजन को खुद बना कर खाती रही है।