ये 4 टिप्स हर माता-पिता अपनाएं, तो बच्चे करने लगेंगे किताबों से प्यार: Parenting Tips
Parenting Tips: पढ़ाई हर इंसान के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। पढाई करने की कोई उम्र नहीं होती ये कथन पूरी तरह से सही है। हर बच्चा जब धीरे धीरे विकास की तरफ बढ़ता है उस घर में शिक्षा दी जाती है। छोटे छोटे शब्द बोलना, रंगों का ज्ञान कराना आदि। हर माता पिता चाहते हैं की उनका बच्चा जीवन में कुछ अच्छा करे, और इसके लिए सबसे जरुरी है शिक्षा। कुछ बच्चों को पढ़ने में बहुत मज़ा आता है और कुछ को पढ़ना बिल्क़ुल पसंद नहीं होता। ऐसे में हम उनसे जिद करते हैं, उन्हें डाँट कर पढ़ने बैठा देते हैं, इस तरह बच्चा दबाव में आ कर किताबें लेकर बैठ तो जाता है पर उसका ध्यान उस पढाई में बिल्क़ुल नहीं होता। नतीजा ये होता है की बच्चा गुस्सैल और जिद्दी बन जाता है। घर शिक्षा की पहली सीढ़ी है, अगर बच्चे को घर में ही डरा धमका कर रखा जाएगा तो बच्चे का विकास ठीक तरह से नहीं होगा। हर बच्चा अलग होता है उसके सीखने समझने की क्षमता अलग होती है।
बच्चे माता पिता से प्यार की उम्मीद करते हैं। उन्हें किताबों से प्यार करना सिखाएं कुछ इस तरह की उनके मन का सारा डर निकल जाए। आइये जानते हैं कैसे।
खुद भी किताबें पढ़ें
बच्चा वो चीज़ें हमेशा नहीं करता जो उसे सिखाया जाता है, बल्कि बच्चे अपने आस पास के माहौल से ज्यादा प्रभावित होते हैं। अपने आस पास वो जैसा होते हुए देखते हैं वैसा ही करने की उनकी तीव्र इच्छा होती है। उन्हें लगता है अगर बड़े कुछ कर रहे हैं तो क्यों ना हम भी उनकी तरह व्यवहार करें। बस उनकी इसी मानसिकता पर काम कीजिये। खाली वक़्त में जब बच्चा आपके आस पास हो तब आप किताबें ले कर पढ़ने लागिए। कभी कभी कोशिश कीजिये जोर जोर से बोल कर पढ़िए, चेहरे पर ख़ुशी के भाव रखिये और बच्चे को ये जताइए की किताबें तो बड़ी मज़ेदार हैं।
रंगों का लीजिये सहारा
बच्चों को रंग बिरंगी चीज़ें बहुत पसंद आती हैं। चाहे वो खिलौने हो कपडे या उनकी कोई भी पसंदीदा खाने की चीज़। ठीक इसी तरह बच्चों को रंग बिरंगी किताबें और उनमे बने बड़े बड़े खूबसूरत चित्र बहुत पसंद आएंगे। वो किताबों से दूर भागने की बजाये उनसे दोस्ती कर लेंगे। रंगों से बच्चों को बहुत प्यार होता है। प्यार से उन्हें अपने पास बैठा कर उनके पसंदीदा रंगों के बारे में पूछिए, वो खुद ब खुद किताबों से दोस्ती कर लेंगे।
कहानियाँ सुनाएं
रंग बिरंगी किताबों से बच्चों को ढेर सारी मज़ेदार कहानियाँ पढ़ कर सुनाइए। खेल खेल में उस कहानी के किरदार की आवाज़ निकालिये, बच्चों के साथ थोड़ी मस्ती कीजिये। आपको बस उनको ये एहसास करवाना है की किताबों की दुनिया बहुत ही रोचक होती है। उनसे पूछिए किसी कहानी से उन्होंने क्या सीखा, उनका पसंदीदा किरदार जानिये और अगली बार वही किरदार वाली कहानी की किताब बच्चे को तोहफे में दीजिये।
समय निश्चित कीजिये
शुरुआत कहानियों की किताबों से ही कीजिये। वो रंग बिरंगी और सुन्दर होती हैं बच्चों को उन्हें देख कर बहुत मज़ा आता है। वो जानना जरूर चाहेंगे की इतनी सुन्दर किताब में क्या क्या कहानियाँ हैं। दिन में एक समय किताब के लिए निश्चित कर दीजिये, धीरे धीरे आप खुद देखेंगे बच्चा उस निर्धारित समय आपके पास खुद आ कर कहेगा, चलिए मिल कर किताब पढ़ते हैं।