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पेरेंट्स बच्चों को जरूर सिखाएं ये 6 बेसिक मैनर्स, जिंदगीभर कहीं नही खाएंगे मार: Basic Manners for Kids

छोटे बच्चों को विनम्र और संस्कारी बनाने के लिए पेरेंट्स को शुरू से ही बच्चों पर ध्यान देकर उन्हें शिष्टाचार सीखना चाहिए। आइए बच्चों को सिखाने के लिए कुछ सबसे जरूरी बाते जानते हैं।
12:30 PM Apr 06, 2024 IST | Renuka Goswami
पेरेंट्स बच्चों को जरूर सिखाएं ये 6 बेसिक मैनर्स  जिंदगीभर कहीं नही खाएंगे मार  basic manners for kids
Basic Manners To Teach Your Child
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Basic Manners for Kids: बच्चों के लिए कहा जाता है, कि बच्चे गीली मिट्टी की तरह होते हैं। और मिट्टी की तरह ही बचपन में उन्हें जिस आकार में ढाला जाता है। वे हमेशा के लिए उसी ढांचे से ढल जाते हैं। इसलिए बच्चों को बचपन से ही शिष्टाचार और अच्छे संस्कार देना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। ऐसा करने से वे जिंदगी भर विनम्र रहते हैं, और अच्छा व्यक्तित्व पाते हैं। पेरेंट्स बचपन से ही बच्चों को छोटी-छोटी बातें और आदतें सिखाकर उन्हें एक अच्छा व्यक्ति और जागरूक नागरिक बना सकते हैं। अगर आप भी बच्चे के पेरेंट्स बन चुके हैं, तो यह बेहद आसान 6 टिप्स अपना सकते हैं। आइए बच्चों के लिए कुछ जरूरी बेसिक मैनर्स जानते हैं।

Also read : बच्चों को ऐसे सिखाएं ट्रेवल मैनर्स, ताकि आपका बच्चा रहे सुरक्षित: Travel Manners for Kids

बच्चों को शिष्टाचार सीखने के लिए पेरेंट्स दें इन जरूरी बातों पर ध्यान: Basic Manners for Kids

Basic Manners for Kids
Teach Basic Manners for Kids

बातचीत के बीच बोलने की आदत

छोटे बच्चों को बचपन से ही यह सीखना बेहद जरूरी है, कि किन्हीं दो व्यक्तियों के बीच बातचीत के समय बोलने की आदत बिल्कुल सही नही होती है। बच्चों को सीखने की बातचीत के समय सब्र रखें और अपनी बारी आने तक इंतजार करें। ऐसा करने से व्यक्ति के सुनने का कौशल बढ़ता है और दूसरे लोग उनकी बातों को ज्यादा महत्व देते हैं।

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शब्दों का चयन सीखना है सबसे जरूरी

करुणा भाव से बोला गया हर शब्द सुनने वालों को कोमल और खूबसूरत लगता है। पेरेंट्स को बच्चों के सामने कभी भी ऊंची आवाज में बात नहीं करना चाहिए और हमेशा उन्हें कोमल शब्दों का चयन करना सीखना चाहिए। ऐसा करने से वे हमेशा अपनी मर्यादा को ध्यान में रखेंगे और उनका संचार कौशल बेहतर होगा।

अपनी चीजों और भावनाओं को बांटना सिखाएं

आजकल न्यूक्लियर फैमिली यानी छोटे परिवारों का चलान है। इसीलिए बच्चे आजकल अपनी बातें या चीजें किसी से बांटना नहीं जानते हैं। ऐसे में पेरेंट्स के लिए जरूरी है कि वह अपने बच्चों को बचपन से ही उनकी चीजें जैसे खिलौने आदि दूसरों के साथ बांटना सिखाएं। इसके अलावा आपको बचपन से ही उन्हें सीखना चाहिए कि वह अपनी भावनाओं को आपके साथ हर परिस्थिति में साझा कर सकते हैं। ऐसा करने से उनके लिए अपनी भावनाओं को साझा करना आसान होगा।

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हमेशा करें अपनी बारी का इंतजार

बचपन से सिखाई गई छोटी आदतें जिंदगी भर काम आती है। आजकल दुनिया में बढ़ती भीड़ को देखते हुए पेरेंट्स को हमेशा बच्चे को अपनी बारी का इंतजार करना सीखना चाहिए। ऐसा करने से बच्चे बचपन से ही धैर्यवान बनते हैं और समाज में दूसरे लोगों को भी अच्छा करने या सही नागरिक बनने के लिए प्रेरित करते हैं।

अपना काम स्वयं करना सीखें

आपको बचपन से ही बच्चों को छोटे-छोटे काम सीख देने चाहिए। जैसे खेलने के बाद खिलौने को इकट्ठा करना और होमवर्क करने के बाद किताबों को जगह पर रखना आदि। ऐसा करने से बच्चे हमेशा अपना काम स्वयं करना पसंद करेंगे और उन्हें दूसरों का कम समझ आएगा और वे हमेशा अपनी जिम्मेदारी को समझ सकेंगे।

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अपने से बड़ों की इजाजत है जरूरी

बच्चे जब छोटे होते हैं तो अक्सर कुछ भी करने से पहले अपने पेरेंट्स की इजाजत को जरूरी समझते हैं। लेकिन वही जब वे बड़े हो जाते हैं तो इस आदत को आसानी से भूल जाते हैं। इसलिए आपको बचपन से ही उन्हें सीखना चाहिए कि हमेशा हर छोटा और बड़ा काम करने से पहले अपने बड़ों की सलाह लेना जरूरी है। ऐसा करने से आप अपने बड़ों की सम्मान दे सकेंगे और उनकी जिंदगी की अहम सिख भी जान सकेंगे।

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