भोपाल के आसपास के खूबसूरत पर्यटन स्थल, घूमने की पूरी जानकारी: Places Near Bhopal
Places Near Bhopal: मध्यप्रदेश को हिंदुस्तान का दिल कहा जाता है जोकि अपनी समृद्ध संस्कृति विरासतों और परंपराओं के लिए देश और दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इस जगह पर यदि आप आते हैं तो तमाम लोकप्रिय पर्यटक स्थलों के साथ-साथ कई खूबसूरत और ऐतिहासिक जगहें भी देख सकते हैं। प्रदेश की राजधानी भोपाल पहुँचकर आपको ऐसा लगेगा कि किसी अलग और अलहदा संसार का हिस्सा बन गए हैं। यह शहर जितना ख़ूबसूरत है, प्राकृतिक रूप से उतना भी समृद्ध।
नदी, पहाड़ और तमाम ख़ूबसूरती झीलें इस जगह को झीलों के शहर के उपमान से स्थापित करती हैं। इस जगह पर भरपूर हरियाली के साथ सुकून भरे पल बिताने का पूरा-पूरा मौका मिलेगा। इस शहर के अलावा इसके आसपास कई ऐसी जगहें हैं, जहां आप प्रकृति के इस ख़ूबसूरत स्पर्श को महसूस कर सकते हैं। चलिए इस लेख के माध्यम से कुछ ऐसी ही जगहों की तरफ चलते हैं।
अमरगढ़ जलप्रपात

जलप्रपात किसी भी जगह की ख़ूबसूरती में चार चाँद लगाने के लिए पर्याप्त होते हैं। यह प्रकृति की ख़ूबसूरती को और ज़्यादा निखार देते हैं और हममें रोमांच और उन्माद का भाव भरते हैं। यही वजह है कि हर कोई ना चाहते हुए भी इस तरफ़ आकर्षित होता जाता है। भोपाल के आसपास भी ऐसे कई जलप्रपात हैं जिसमें से एक अमरगढ़ जलप्रपात है। यह अपनी अलहदा ख़ूबसूरती और प्रकृति के अद्भुत नजारे के लिए जाना जाता है। इस जगह पर पहुंचने के लिए आपको मुख्य शहर से तक़रीबन 65 किमी की दूरी तय करनी होगी फिर आप पहुँचेंगे अमरगढ़ जिस जगह पर यह जलप्रपात स्थित है। यह जलप्रपात काफ़ी ऊँचाई से गिरता है जिसकी ध्वनि दूर दूर तक सुनाई देती है और जब हम पास पहुंचते हैं तो चारो तरफ़ बस हरियाली ही हरियाली दिखाई देती है। मानसून के मौसम में जब पानी के सारे स्त्रोत खुल जाते हैं तो इसकी खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है।
साँची का स्तूप

स्तूप शब्द संस्कृत और पालि से आया है जिसका अर्थ ढेर होता है। यह एक गोल टीले के आकार की ख़ूबसूरत संरचना है जिसका प्रयोग पवित्र बौद्ध अवशेषों को रखने के लिए किया जाता है। माना जाता है कभी यह स्तूप बौद्ध प्रार्थना स्थल होते थे। भोपाल के पास स्थित साँची का स्तूप भी उन्हीं में से एक है जो हर किसी को अपनी तरफ़ खिंचता और अपने आकर्षण में बाँधने की कोशिश करता है। भोपाल आने वाले यात्री इस जगह पर जाते ही जाते हैं। आप भी यदि प्राकृतिक नजारों के अलावा अगर कुछ ऐतिहासिक और धार्मिक रुचि रखते हैं तो सांची स्तूप एक बेहतरीन विकल्प साबित होगा। इस स्तूप को तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में अशोक के शासनकाल के दौरान बनाया गया था। यह देश के प्रमुख बौद्ध स्मारकों में से एक है। ऐसा कहा जाता है कि इस स्तूप के विशाल गुंबद में भगवान बुद्ध के अवशेष को तिजोरी में बंद करके रखा गया है।
भोजपुर मंदिर

राजा भोज का नाम भला किसने नहीं सुना होगा। वह राजा होने के साथ साथ एक बहुत बड़े विद्वान थे। धर्म, खगोल विद्या, कला, काव्य, कोशरचना, भवननिर्माण, औषधशास्त्र आदि विभिन्न विषयों पर उन्होंने कई पुस्तकें लिखी हैं जोकि अब भी विद्यमान हैं। ऐसी मान्यता है कि इनके समय में कवियों को राज्य से आश्रय मिला था। भोजपुर के मंदिर को भी 11वीं शताब्दी में भोजपुर के राजा ने बनवाया था। भोपाल से लगभग 32 किमी की दूरी पर स्थित इस मंदिर में भगवान शिव की पूजा की जाती है और यह देश के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। इस मंदिर के निर्माण को लेकर तरह तरह की कहानियाँ हैं। ऐसा कहा जाता है कि इसका निर्माण केवल एक रात में हुआ था। ऐसे में मंदिर सूर्योदय तक पूरा नहीं हो सका और आज तक अधूरा पड़ा हुआ है। यह भी कहा जाता है कि भोजपुर मंदिर मौजूद शिवलिंग दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग है।
भीमबेटका की गुफाएँ

भीमबेटका एक बहुत ही लोकप्रिय और ऐतिहासिक जगह है। इस जगह का नाम शायद ही कोई हो जिसने ना सुना हो। यह भोपाल के पास स्थिति एक बहुत ही अद्भुत जगह है जहां पर हर कोई जाना चाहता है। यदि आपको इतिहास में तनिक भी दिलचस्पी है तो भीमबेटका की गुफाएं आपके लिए एक बेहतरीन पर्यटन स्थल साबित होंगी। इस जगह पर जाने के लिए आपको भोपाल से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी। ऐसा माना जाता है कि ये गुफाएं 30,000 साल से भी ज्यादा पुरानी हैं। यह जगह यूनेस्को की विश्व विरासत में आती है जिसकी वजह से इसका महत्व और भी ज़्यादा बढ़ जाता है। भीमबेटका नाम के पीछे तथ्य यह बताया जाता है कि यह स्थान महाभारत के भीम से संबंधित है, इस जगह पर एक भीम गुफा भी है, कहा जाता है इस जगह पर कभी भीम रुके हुए थे।
उदयगिरि की रॉक कट गुफा

उदयगिरि पर्वत शृंखला के बारे में तो आप सबने सुना होगा लेकिन क्या आपको उदयगिरि की रॉक कट गुफा के बारे में पता है। यह भोपाल के नजदीक में सबसे बेहतरीन पर्यटक स्थलों में से एक है। यह जगह मुख्य शहर से थोड़ी दूर ज़रूर है पर उदयगिरी की ख़ूबसूरती में ऐतिहासिक और पुरात्तव के महत्व को जानने के लिए सबसे महत्वपूर्ण जगह कही जा सकती है। इस जगह पर पहुँचकर ऐसा लगता है कि हम किसी और समय में आ गए हैं। इन रॉक कट गुफाओं की दीवारों पर कुछ अद्भुत चित्र बनें हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह कि इस जगह पर कई अति प्राचीन मंदिर वर्तमान में भी मौजूद हैं। यह मध्यप्रदेश के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है।
दिव्यांग पार्क होशंगाबाद

नर्मदा नदी के तट पर बसा होशंगाबाद भोपाल के नजदीक घूमने की सबसे अच्छी और ख़ास जगहों में से एक है। इस शहर में से होकर नर्मदा नदी बहती है जोकि अपनी ख़ूबसूरती के लिए जानी जाती है। इस नदी पर कई घाट बने हुए हैं जोकि इस शहर की पहचान बनाते है। इस जगह पर इन सबके अलावा अगर आपका वन्यजीव आदि में दिलचस्पी है तो सतपुड़ा टाइगर रिजर्व भी जा सकते हैं, जहां पर जंगल के जीवन की आपको बेजोड़ झलक देखने को मिलती है। इन सबके अलावा जो जिस महत्वपूर्ण जगह पर आपको जाना चाहिए वह दिव्यांग अनुभूति पार्क है। इस जगह की ख़ूबसूरती को शब्दों में बयान करना मुश्किल है। इस जगह पर प्राचीन चट्टानों के अवशेषों को देखने के अलावा आदमगढ़ हिल्स जाकर अपनी यात्रा को रोमांचकारी बना सकते हैं।