For the best experience, open
https://m.grehlakshmi.com
on your mobile browser.

जानिए प्रेग्नेंसी में मसल्स क्रैम्प को कम करने लिए कैसे लाभदायक हैं ये योगासन: Pregnancy Exercise

07:00 PM Feb 03, 2023 IST | Mitali Jain
जानिए प्रेग्नेंसी में मसल्स क्रैम्प को कम करने लिए कैसे लाभदायक हैं ये योगासन  pregnancy exercise
Advertisement

Pregnancy Exercise: प्रेग्नेंसी पीरियड एक बेहद ही यादगार समय होता है, लेकिन यह अपने साथ कुछ समस्याएं भी लेकर आता है। इस दौरान महिलाओं को मतली, उल्टी, अत्यधिक थकान, वजन बढ़ना और मसल्स क्रैम्प आदि की समस्या का सामना करना पड़ता है। खासतौर से, प्रेग्नेंसी पीरियड के तीन महीने खत्म होने के बाद अक्सर पैरों में ऐंठन या मसल्स क्रैम्प की शिकायत बेहद आम है।

PREGNANCY EXERCISE

प्रेग्नेंसी में महिलाओं को मसल्स क्रैम्प की शिकुत क्यों होती है, इसके बारे में कुछ सटीक नहीं कहा जाता है। हालांकि, ऐसा माना जाता है कि प्रेग्नेंसी में अतिरिक्त वजन के कारण मसल्स में थकान होती है और मसल्स क्रैम्प की समस्या होती है। इसके अलावा, प्रेग्नेंसी में होने वाले हार्मोनल बदलाव भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। अमूमन महिलाएं इसे नजरअंदाज कर देती हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं करना चाहिए। लगातार होने वाला दर्द व बैचेनी आपको परेशान कर सकती हैं। ऐसे में आप उस दर्द से छुटकारा पाने के लिए कुछ योगासनों का सहारा ले सकती हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही योगासनों के बारे में बता रहे हैं, जो प्रेग्नेंसी में मसल्स क्रैम्प को दूर करने में आपकी मदद कर सकते हैं-

प्रेग्नेंसी में दंडासन का करें अभ्यास

दंडासन एक ऐसा आसन है, जो ना केवल पाचन को बेहतर बनाता है, बल्कि मसल्स को भी मजबूती प्रदान करता है। कमर के साथ-साथ पैरों की मसल्स को भी इससे लाभ होता है। प्रेग्नेंसी पीरियड में अतिरिक्त सपोर्ट के लिए आप दीवार के सहारे इस आसन का अभ्यास कर सकती हैं-

Advertisement

  • इस आसन का अभ्यास करने के लिए आप मैट बिछाकर बैठ जाएं।
  • अब आप अपने पैरों को अपने आगे फैला लें। आप इसे स्ट्रेच करने की कोशिश करें।
  • जब आप पैरों को आगे की तरफ स्ट्रेच करती हैं तो इससे आपको अपने जांघों की मसल्स में एक खिंचाव महसूस होता है।
  • ध्यान रखें कि आप इस दौरान अपवनी कमर को सीधा रखें। प्रेग्नेंसी पीरियड में आप दीवार के सहारे से इस आसन का अभ्यास करें।
  • कुछ देर इसी आसन में बने रहें और फिर प्रारंभिक अवस्था में लौट आएं।

प्रेग्नेंसी में विपरीत करणी आसन का करें अभ्यास

प्रेग्नेंसी में मसल्स क्रैम्प की समस्या से राहत पाने के लिए विपरीत करणी आसन का भी अभ्यास किया जा सकता है। हालांकि, इसके लिए यह जरूरी है कि आप इसे थोड़ा मोडिफाई करके करें। मसलन, प्रेग्नेंसी पीरियड में विपरीत करणी आसन को वॉल सपोर्ट के साथ किया जाता है।

  • इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप जमीन पर एक मैट बिछाएं और पीठ के बल लेट जाएं।
  • आप चाहें तो मैट के ऊपर गद्दा भी बिछा सकती हैं, जिससे आपको अधिक आराम मिले।
  • आप अपने पैरों को दीवार के सहारे से ऊपर उठाएं। दोनों हाथों को साइड्स में सीधा रखें।
  • आपकी हथेलियां आकाश की ओर होंगी। कुछ देर आप इसी अवस्था में रूकें।
  • इसके बाद आप धीरे-धीरे वापस प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।

प्रेग्नेंसी में त्रिकोणासन का करें अभ्यास

त्रिकोणासन का अभ्यास आपकी कमर और शरीर के निचले हिस्से को लाभ पहुंचाता है। अगर आप इस आसन का अभ्यास करते हैं तो इससे मसल्स क्रैम्प से राहत मिलती है।

Advertisement

  • इस आसन का अभ्यास करने के लिए आप पहले मैट पर खड़ी हो जाएं।
  • अब आप अपने दोनों पैरों के बीच थोड़ी दूरी बनाएं। इस दौरान शरीर का भार दोनों पैरों पर बराबर होना चाहिए।
  • अब आप अपने बाएं हाथ को नीचे ले जाएं और अपने बाएं टखने को पकड़ें।
  • आप अपने दाहिने हाथ को छत तक बढ़ाएं। अपने दाहिने हाथ को देखने के लिए अपना सिर घुमाएं।
  • अब आप वापिस सेंटर में आएं और फिर यही प्रक्रिया दूसरी तरफ से भी दोहराएं।
  • इस तरह आप त्रिकोणासन का अभ्यास कर सकती हैं।

प्रेग्नेंसी में उत्तानासन का करें अभ्यास

प्रेग्नेंसी में उत्तानासन का अभ्यास करना काफी अच्छा माना जाता है। यह कमर के तनाव को दूर करता है। इसके अलावा, घुटनों और हैमस्ट्रिंग को भी मजबूत करता है। उत्तानासन का अभ्यास करते समय आगे झुककर पैरों को टच किया जाता है।  लेकिन प्रेग्नेंसी में उत्तानासन का अभ्यास करते हुए पूरा आगे नहीं झुका जाता है, बल्कि हाथों को दीवार पर रखकर इसका अभ्यास किया जाना चाहिए-

  • उत्तानासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले किसी समतल स्थान पर योग मैट बिछा लें।
  • आप इस पर खड़ी हों और पैरों के बीच में एक फीट की दूरी बनाएं।
  • अब आप एक गहरी सांस लें और हाथों को आगे की ओर लेकर आएं और हथेलियों को दीवार पर रखें।
  • ध्यान रखें कि आपके पैर घुटने से न मुड़ें।
  • अपने शरीर के पोश्चर को बनाए रखें। कुछ देर तक इसी अवस्था में रूकें।
  • अब आप वापिस सामान्य मुद्रा में आ जाएं। अपनी क्षमतानुसार इस आसन का अभ्यास करें।

इन बातों का रखें ध्यान

जब आप प्रेग्नेंसी में योगाभ्यास कर रही हैं तो ऐसे में आपको कुछ बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए। मसलन-

Advertisement

  • कभी भी प्रेग्नेंसी में आप अकेले योगाभ्यास ना करें। कोशिश करें कि इस दौरान आपके साथ कोई ना कोई अवश्य हो।
  • प्रेग्नेंसी के दौरान हर महिला को अलग-अलग मेडिकल कॉम्पलीकेशन होती हैं, इसलिए किसी भी आसन का अभ्यास खुद से ना करें।
  • बेहतर होगा कि आप प्रेग्नेंसी में योगाभ्यास करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। साथ ही किसी प्रशिक्षित योग विशेषज्ञ की देख-रेख में ही इनका अभ्यास करें।
Advertisement
Tags :
Advertisement