प्रेगनेंसी में पेट की खुजली से हैं परेशान, इस तरह मिलेगा समाधान: Pregnancy Itching
Pregnancy Itching : किसी भी महिला की लाइफ में प्रेगनेंसी सबसे खूबसूरत फेज़ में से एक होता है। इसके साथ ही महिला के जीवन में बहुत से बदलाव आते हैं। महिला ना सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक तौर पर भी बदलावों को महसूस कर सकती है। हालांकि इसके अलावा कई हेल्थ इश्यूज भी महिला को परेशान कर सकते हैं और इनमें से एक है पेट पर होने वाली खुजली, जिसे अक्सर गर्भवती महिलाएं अनुभव करती हैं। ऐसा लगातार शरीर में हो रहे हार्मांस के उतार-चढ़ाव के कारण होता है। इसके अलावा भी प्रेगनेंसी के दौरान पेट पर होने वाली खुजली के कई और कारण भी हैं। तो चलिए जानते हैं गर्भावस्था में होने वाली पेट की खुजली के क्या कारण है और इसका समाधान क्या है।
प्रेगनेंसी के दौरान पेट पर होने वाली खुजली के कारण

स्किन में खिंचाव: जैसे-जैसे गर्भावस्था के हफ्ते बीतते जाते हैं तो पेट के आसपास की स्किन में खिंचाव बढ़ता जाता है। इस दौरान कई बार लाल या गुलाबी रंग की धारियां भी पेट के आसपास होने लगती हैं। ऐसा यूट्रस के बढ़ने से होता है। साथ ही ब्रेस्ट, थाई और बट पर भी स्ट्रेच मार्क्स बनने लगते हैं। बहुत अधिक त्वचा में खिंचाव के कारण पेट पर और उसके आसपास के हिस्सों पर खुजली दर्द और जलन होने लगती है।
त्वचा में सूखापन: प्रेगनेंसी के दौरान त्वचा में अक्सर ड्राईनेस की शिकायत देखी गई है। ऐसा हार्मोंस में बदलाव के कारण होता है, जिससे त्वचा मॉइश्चर खो देती है। ड्राई स्किन खुजली का एक बड़ा कारण है।
शरीर में होने वाले बदलाव: शरीर में होने वाले बदलावों के कारण भी त्वचा पर खुजली होने लगती है। इन बदलावों में शरीर के कई अंगों पर ब्लड सप्लाई का बढ़ना, त्वचा में परिवर्तन होने की वजह से शरीर पर छोटे-छोटे धब्बे पड़ना, तनी हुई त्वचा और हार्मोनल परिवर्तन भी कारण हैं।
मेडिकल कंडीशन: प्रेगनेंसी के दौरान कई मेडिकल कंडीशंस के कारण भी त्वचा पर खुजली होने लगती है। जैसे -इंट्राहेपेटिक कोलेस्टेसिस, प्रुरिटिक यूरटिकेरियल पपल्स और प्लैक्स ऑफ प्रेग्नेंसी (पीयूपीपी), पेम्फिगॉइड जेस्टेशनिस, और प्रुरिगो।
प्रेगनेंसी के दौरान पेट पर होने वाली खुजली को दूर करने के उपाय

यदि आप प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली पेट की खुजली से परेशान है तो आप भी कई उपाय अपना सकते हैं। आप इस दौरान दवाएं, घरेलू उपाय और घरेलू नुस्खों को अपना सकते हैं। आइए जानें, इन उपायों के बारे में।
नारियल का तेल: में लॉरिक एसिड का एसेंस एक प्रभावी एंटी इंफ्लेमेट्री एजेंट के रूप में काम करता है जो त्वचा की खुजली को शांत करने में मदद करता है। इसके अलावा, नारियल का तेल एक नेचुरल मॉइस्चराइज़र होने के कारण ड्राई स्किन, सोरायसिस और एक्जिमा जैसी सामान्य त्वचा समस्याओं को ठीक करने में भी लाभकारी है। प्रेगनेंसी के दौरान पेट पर होने वाली खुजली को कम करने के लिए अपनी हथेली में थोड़ा सा नारियल का तेल लें और खुजली वाली जगहों पर धीरे-धीरे तेल से मालिश करें। 30-40 मिनट तक अच्छी तरह से खुजली वाली जगहों पर तेल लगा रहने दें या धोने से पहले इसे रात भर लगा रहने दें। खुजली और जलन वाली त्वचा से राहत पाने के लिए इस प्रक्रिया को दिन में एक बार करना चाहिए।
एसेंशियल ऑयल: जैसे रोज जेरेनियम और जुनिपर ऑयल अपने मजबूत एंटी इचिंग और एंटी इंफ्लेमेट्री गुणों के कारण खुजली वाली त्वचा के इलाज में बहुत कारगर हैं। ये एसेंशियल ऑयल जलन और सूजन को कम करने में भी मदद करते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान पेट पर होने वाली खुजली को कम करने के लिए एक मिक्सिंग बाउल में नारियल तेल के 2 बड़े चम्मच के साथ रोज जेरेनियम या जुनिपर ऑयल में से किसी एक एसेंशियल ऑयल की लगभग 10-12 बूंदें डालें। इसे खुजली वाली जगहों पर लगाएं और धोने से पहले एक घंटे तक लगा रहने दें। खुजली से राहत पाने के लिए इसे दिन में दो बार करें।
एलोवेरा जेल: त्वचा की कई समस्याओं और इंफेक्शन के इलाज के लिए एलोवेरा एक प्रभावशाली उपाय है। फाइटो-कंपोनेंट्स से भरपूर एलोवेरा जेल में एंटी-इंफ्लेमेट्री, सूदिंग और कुलिंग करने वाले गुण होते हैं जो त्वचा की खुजली और स्किन की ड्राईनेस को कम करने में मदद करते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान पेट पर होने वाली खुजली को कम करने के लिए खुजली वाली जगहों पर एलोवेरा जेल से धीरे-धीरे मालिश करें, इसे 30 मिनट तक लगा रहने दें और पानी से धो लें। जल्दी और अच्छे रिजल्ट के लिए इस प्रक्रिया को सप्ताह में 2-3 बार दोहराएं।
नींबू का रस: नींबू के रस में सूदिंग गुण होते हैं जो खुजली वाली त्वचा की समस्याओं को कम करने में कारगर होते हैं। यह एक अच्छा एंटा माइक्रोबायल एजेंट भी है जो त्वचा की सतह पर मौजूद किसी भी कीटाणु को दूर करता है। इसके अलावा, नींबू के रस का एसिडिक नेचर त्वचा के पीएच लेवल को संतुलित करने में मदद करता है, जिससे त्वचा की सूजन कम हो जाती है। प्रेगनेंसी के दौरान पेट पर होने वाली खुजली को कम करने के लिए लगभग 1 बड़ा चम्मच नींबू के रस का लें। नींबू के रस को एक चौथाई कप पानी के साथ अच्छी तरह मिलाएं, इस घोल में एक कॉटन पैड डुबोएं और इसे खुजली वाली जगहों पर लगाएं। इसे धोने से पहले इसे 30 मिनट तक लगा रहने दें।
ठंडी सिंकाई: प्रेगनेंसी के दौरान पेट पर होने वाली खुजली को कम करने के लिए खुजली वाली जगहों पर आइस पैक लगाने से त्वचा की सूजन कम होती है और खुजली से राहत मिलती है। ठंडी बर्फ तुरंत जलन और खुजली को शांत कर सकती है। इसके लिए आइस पैक लें और इसे खुजली वाली जगह पर 2-3 मिनट के लिए रखें। तुरंत राहत पाने के लिए जब भी जरूरत हो, आइस पैक लगाएं।
ओटमील बाथ: जई का दलिया यानी ओटमील में मौजूद नेचुरल एंटी इंफ्लेमेट्री और एंटी इचिंग गुण त्वचा की खुजली और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। ओट्स में मौजूद पॉवरफुल एंटीऑक्सीडेंट कंपाउंड एवेंथ्रामाइड्स त्वचा की खुजली और इर्रिटेशन को शांत करने में बहुत लाभदायक है। ओटमील बाथ के लिए आप लगभग 1 कप दलिया लें और इसे पानी से भरे टब में डाल दें। इस टब में 20 मिनट तक नहाएं। खुजली से राहत पाने के लिए इस प्रक्रिया को रोजाना एक बार दोहराएं।
कैलामाइन लोशन: प्रेगनेंसी के दौरान पेट पर होने वाली खुजली को कम करने के लिए कैलामाइन लोशन एक शानदार उपाय है। यह खुजली को कम करता है और किसी भी जलन या सूजन को दोबारा होने से रोकता है। खुजली वाली जगहों पर कैलामाइन लोशन लगाएं और पूरे पेट पर धीरे-धीरे मालिश करें। खुजली से राहत पाने के लिए इसे दिन में दो बार दोहराएं।
बेसन: स्किन और ब्यूटी संबंधी सभी तरह की समस्याओं के इलाज के लिए बेसन का आटा सबसे अच्छे नेचुरल ट्रीटमेंट के लिए जाना जाता है। ये स्किन की जलन, सूजन और खुजली से तुरंत राहत देने में चमत्कारी रूप से काम करता है। प्रेगनेंसी के दौरान पेट पर होने वाली खुजली को कम करने के लिए लगभग 1 बड़ा चम्मच बेसन लें, इसे दही के साथ अच्छी तरह मिलाकर बारीक पेस्ट बना लें। इसे खुजली वाली जगहों पर लगाएं, पेस्ट के सूखने का इंतजार करें। लगभग 30 मिनट के बाद इसे अच्छे से धो लें। बेस्ट रिजल्ट के लिए इसे रोजाना एक बार आजमाएं।
प्रेगनेंसी के दौरान पेट पर होने वाली खुजली को दूर करने के अन्य उपाय

गुनगुने पानी में नहाना : हल्का गुनगुना पानी त्वचा को ड्राई नहीं करता। ऐसे में आप एक लाइट क्लींजर का इस्तेमाल करें और गुनगुने पानी से नहा लें, ये आपकी त्वचा को सहज करने में मदद करेगा और बाद में त्वचा को रगड़ कर पोंछने के बचाय थपथपाकर सुखाएं।
टॉपिकल कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स: हाइड्रोकार्टिसोन जैसे ओवर-द-काउंटर प्रोडक्ट पेट की खुजली की समस्या को कुछ हद तक कम करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि पेट पर एक टॉपिकल स्टेरॉयड क्रीम लगाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
एंटीथिस्टेमाइंस: खुजली के कारणों को कुछ समय के लिए कम करने के लिए एक ऑरल एंटीहिस्टामाइन दवा ली जा सकती है, लेकिन किसी भी नई दवा को लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
मॉइस्चराइज़र: ड्राई स्किन से होने वाली खुजली से राहत पाने के लिए अपने पूरे पेट पर एक हैवी मॉइस्चराइज़र की एक मोटी परत लगाएं। नहाने या शॉवर के ठीक बाद लोशन को अधिक मात्रा में लगाने से लाभ मिल सकता है।
घरेलू उपाय
कुछ घरेलू उपाय भी प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली पेट की खुजली को कम करने में मदद कर सकते हैं जैसे -
- त्वचा को अच्छी तरह से हाइड्रेटेड और नमीयुक्त बनाए रखें, खासकर यदि आपकी त्वचा ड्राई है।
- हल्के साबुन और लोशन का उपयोग करें, क्योंकि तेज़ सुगंध वाले साबुन खुजली की समस्या को बढ़ा सकते हैं।
- गर्म पानी से नहाने से बचें क्योंकि इससे त्वचा ड्राई हो जाती है, जिसके कारण खुजली बढ़ जाती है। ऐसे में हल्के गुनगुने पानी में ही नहाएं।
- नहाने के बाद त्वचा को मुलायम तौलिये से ही थपथपाकर सुखाएं, त्वचा को रगड़े नहीं।
- हमेशा हवादार ढीले और हल्के फिटिंग वाले कपड़ा पहने की कोशिश करें।
डॉक्टर से कब बात करें

प्रेगनेंसी के दौरान पेट में खुजली या नाभि में खुजली होना जरूरी नहीं कि किसी गंभीर समस्या का संकेत हो। हालांकि ये अस्थाई समय के लिए है लेकिन किसी भी स्थिति में अपने डॉक्टर से जांच कराना एक अच्छा विचार है। आपको अधिक तकलीफ होने के दौरान डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपके लक्षणों की जांच करके ये जांचते हैं कि कहीं आपको कोलेस्टेसिस प्रेगनेंसी के लक्षण तो नहीं, ये एक गंभीर समस्या होती है जो कि प्रेगनेंसी के दौरान हो सकती है।
निष्कर्ष
जैसे-जैसे प्रेगनेंसी के दिन गुजरते हैं तो पेट और शरीर के अन्य अंगों की त्वचा खिंचती है जिसकी वजह से कुछ असहजता और खुजली होने की आशंका होती है। यदि आपको अन्य लक्षण दिखाई देते हैं या यदि खुजली असहनीय है, तो निश्चित रूप से अपने डॉक्टर को बताएं।