छोटी-छोटी बातों से पति-पत्नी के रिश्तों में लाएं सकारात्मक बदलाव: Relationship Tips
Realtionship Tips: सकारात्मक सोच किसी भी रिश्ते को निभाने में मजबूत कड़ी का काम करती है। जीवन में सकारात्मक होने पर आप हर दुःख तकलीफ़ का डट कर सामना कर सकते हैं।अपने स्वभाव में थोड़ा सा सकरात्मक बदलाव लाकर पति पत्नी जीवन की गाड़ी को बिना किसी परेशानी के चला सकते हैं। आपकी छोटी से छोटी बात आपके पार्टनर को अच्छी या बुरी लग सकती है। कोशिश करें अपने पार्टनर के स्वभाव को देखते हुए अपने आप में थोड़ा बदलाव लाएं। ये बदलाव तभी कारगर हो सकता है जब दोनों ही तरफ से सकारात्मक पहल की जाए। जिस तरह कभी ताली एक हाथ से नहीं बज सकती है, ठीक उसी तरह किसी एक के कोशिश करने से रिश्ता सुधर नहीं सकता। दोनों को अपने अपने हिस्से का प्यार किसी न किसी तरह जताते रहना चाहिए।सुखी वैवाहिक जीवन के लिए आप दोनों को ही पहल करनी होगी।
आप अपने रिश्ते में इतनी दूरी बनाइए ही मत कि किसी और को आपके बीच में आकर समझाना या बोलना पड़े।
विश्वास बनाएं रखें
रिश्तों में विश्वास की बड़ी अहमियत होती है। पति पत्नी का रिश्ता तो विश्वास और प्यार की बुनियाद पर ही टिका होता है। पति-पत्नी एक दूसरे को बहुत करीब से जानते हैं। इसलिए जरुरी है एक दूसरे पर विश्वास बनाए रखना। इस तरह आप दोनों के बीच में किसी भी तीसरे की कोई जगह ही नहीं होगी। अगर आपका पार्टनर अपने काम की वजह से आपसे मीलों दूर भी रहतें है,तब भी विश्वास बनाये रखें। एक-दूसरे का हर सुख दुःख में साथ दें। किसी भी तरह की बात अपने पार्टनर से साझा जरूर करें। पति-पत्नी एक दूसरे के पूरक होते हैं। विश्वास की डोर से अपने रिश्ते को बाँध कर रखें।
हर तरफ खुशियां बिखेरें
जो इंसान हमेशा खुश रहता है उसकी सेहत तो अच्छी रहती ही है, साथ में उसके पार्टनर को भी ख़ुशी मिलती है अपने आस पास के सकारात्मक माहौल को देखते हुए। कोशिश करें हर छोटी बड़ी बात में खुशियां ढूंढे। थोड़ा समय मिलते ही अपने पार्टनर के साथ अपने बचपन की बातें साझा करें। उनसे उनके बचपन की बातें पूछें। आसपास घूमने निकल पड़ें। थोड़ा समय निकाल कर अपने अपने पसंद की चीज़ें जरूर करें। अपने पुराने दोस्तों को घर पर बुलाएं। अपने पार्टनर से मिलवाएं और उनके दोस्तों को को भी घर आने का न्योता दें। इस तरह खुश रहकर अपने आसपास के माहौल को खुशनुमा बनाएं।
तारीफ़ में कैसी कंजूसी
अगर आपको किसी का व्यवहार,उनका बनाया हुआ खाना,उनके रहने बोलने का तरीका या कोई भी बात पसंद आती है तो उसकी तारीफ़ करना बनता है। जब बात आपके हमसफ़र की हो, तो उनकी तारीफ़ करने का मौका बिलकुल नहीं छोड़ना चाहिए। हमसफ़र की बहुत सी बातों को पसंद तो करते हैं,पर सोचते हैं हर बात पर तारीफ़ क्या करना। यही सोच कर हम बहुत बार उनकी सराहना करना भूल जाते हैं। याद रखिये तारीफ़ में कोई कंजूसी न करें। उनकी जो बात आपको पसंद आए खुल कर कहें और दिल खोल कर ढेर सारी तारीफ़ करें। फिर देखिये आपके रिश्ते में हर तरफ खुशियां ही खुशियां फ़ैल जाएंगी। आपका रिश्ता और भी गहरा हो जाएगा।
भूलने में ही भलाई है
किसी भी बात को दिल से लगा लेने पर हम परेशान रहने लगते हैं।हर वक़्त उसी के बारे में सोचते हैं।किसी भी काम को ठीक तरह से नहीं कर पाते हैं। इस तरह धीरे-धीरे हमारी तबियत बिगड़ने लगती हैं। आपको अपने पार्टनर की किसी भी बात का बुरा लगा हैं, तो उसी वक़्त उस बात को कह कर खत्म कर दें। उसे मन में बैठा कर उसके बारे में दिन रात सोचने से हम चिड़चिड़े हो जाते हैं। एक वक़्त ऐसा आता हैं जब हम उस बात को ले कर अपने साथी से लड़ना या बहस करना शुरू कर देते हैं। ऐसा ना करें, इस स्थिति तक बात आने ही ना दें। प्यार से हर बात को सुलझाया जा सकता हैं और कोशिश करें की कुछ बातों को भूल जाएं। यही सुखी जीवन का मंत्र हैं।
प्यार भरा स्पर्श
अपने साथी के साथ प्यार भरे पल जरूर बिताएं।समय मिलते ही एक दूसरे के साथ बैठ कर बातें करें।उन्हें प्यार भरी जादू की झप्पी देना ना भूलें,और वो भी किसी ख़ास दिन नहीं बल्कि हर रोज़ जब भी दिल करे प्यार से उन्हें गले लगा लें।जब लगे वो बहुत थके हुए हैं तो उनके बालों में प्यार से हाथ फेरें और हल्क़े हल्क़े हाथों से उनके सिर पर तेल से मालिश करें।हाथों में हाथ ले कर सैर के लिए निकल पड़ें।सुहाना मौसम होने पर घर से बाहर जरूर जाएँ।लॉन्ग ड्राइव प्लान करें और रोमांटिक गाने सुनते हुए एक दूसरे के साथ खूब सारा समय बिताएं।
दोस्ती बनी रहे
पति पत्नी दोस्त बन कर एक दूसरे का सुख दुःख बांटें। एक दूसरे का विशवास जीतें।खुलकर एक दूसरे से बातें शेयर करें। हंसी मजाक का माहौल बना कर रखें। बेवजह एक दूसरे को रोके टोकें नहीं।एक दूसरे की केयर करें हर बात शेयर करें। दोस्त बन कर एक दूसरे की गलतियाँ ना निकालें बल्कि एक दूसरे की ताकत बनें।किसी भी तरह की गलती होने पर माफ़ी मांगने पर हिचकें नहीं।एक-दूसरे की भावनाओं को समझें।इस पवित्र रिश्ते में किसी भी तरह का दिखावा ना करें। दोस्त बने रहने से आपकी आपसी झिझक भी कम हो जाएगी। आपसी शिकायत एक-दूसरे से करें किसी और से जाकर एक दूसरे की शिकायत ना लगाएं।
कुछ देर मोबाइल से दूर रहें
टेक्नोलॉजी ने हमें बाँध कर रख दिया है। घर में हो या बाहर हर कोई मोबाइल पर नज़रें टिकाए अँगूठा सरकाते ही नज़र आता है। चाह कर भी हम मोबाइल से दूर नहीं रह पाते हैं। इस तरह हम अपनों से दूर होते चले जाते हैं। एक ही घर में रहते हुए हम एक दूसरे से बात नहीं कर पाते हैं। इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए हमें कम से कम एक समय मोबाइल से खुद को दूर रखना चाहिए। घर पर खाना खाते वक़्त मोबाइल से दूर रहें। अपने साथी से बात करते हुए खाने का स्वाद लेकर मज़े से कुछ समय बिताएं। इस तरह आप आपस में जुड़ें रहेंगे और खाने पर ठीक से फोकस करने पर आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।