बार-बार होने वाले मुंह के छालों के लिए उपयोगी हैं ये उपाय: Remedies for Mouth Sore
Remedies for Mouth Sore: गर्मी के मौसम में अक्सर मुंह में छाले हो जाते हैं। छाले आमतौर पर जीभ, मसूड़ों, होंठ, मुंह के अंदर या फिर गले में होते हैं। मुंह में छाले होना सुनने और देखने में तो एक आम समस्या लगती होगी परंतु इसकी पीड़ा का अंदाजा उसी व्यक्ति को होगा जो इस परेशानी से जूझ चुका हो। इनकी वजह से व्यक्ति खाना भी ठीक तरह नहीं खा पाता, उसे बोलने में भी तकलीफ होती है। मुंह में कुछ ही डालते ही जलन और तेज दर्द होता है। यही नहीं छालों की वजह से होने वाली पीड़ा का असर व्यक्ति की दिनचर्या और कार्यक्षमता पर भी पड़ता है।
देखा जाए तो मुंह के छाले कई कारणों से हो सकते हैं, जिनमें पेट की खराबी को इसका प्रमुख कारण माना जाता है। इसके अलावा बहुत मिर्च-मसाले वाले आहार का अधिक सेवन करना, शरीर में विटामिन बी12 और फोलिक एसिड, आयरन, जिंक जैसे मिनरल्स की कमी, कई चिकित्सीय स्थितियों जैसे हॉर्मोनल असंतुलन, पीरियड्स में अनियमितता, वायरल संक्रमण, मुंह में चोट, मुंह की बीमारी, तंबाकू चबाने वाले लोगों में भी यह समस्या अक्सर होती रहती है।
आमतौर पर मुंह के छाले अपने आप ठीक हो जाते हैं, तो कई बार मेडिकल हेल्प की जरूरत पड़ती है। अगर इनका समय पर इलाज न किया जाए, तो यह बड़े हो जाते हैं और पीड़ित व्यक्ति की तकलीफ बढ़ जाती है। अगर व्यक्ति को इस तरह की समस्या बनी रहती है तो इस बारे में किसी चिकित्सक से सलाह जरूर लेनी चाहिए। बार-बार छाले होना गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकता है।
मुंह के छाले ठीक करने के घरेलू उपाय

छालों को रातों-रात ठीक करना संभव नहीं है, लेकिन कुछ घरेलू उपचार इसके दर्द से राहत दिलाने और छालों के घाव को भरने में सहायक हो सकते हैं। आइए इसमें प्रभावी घरेलू उपायों के बारे में जानते हैं।
कत्था- माउथ अल्सर को ठीक करने के लिए कत्था बहुत फायदेमंद होता है। मुलेठी का चूर्ण, कत्था और शहद मिलाकर छालों पर लगाएं।
सुहागा- सुहागे को धीमी आंच पर गर्म हुए तवे पर फूलने तक पकाएं। पीसकर थोड़े से शहद में मिला लें। इस मिश्रण को छालों पर दिन में तीन-चार बार लगाएं। मुंह के छाले ठीक हो जाएंगे।
टमाटर- अगर बार-बार छाले परेशान करते है, तो टमाटर खाएं या एक ग्लास टमाटर का रस लें और उससे कुल्ला करें।
तुलसी- मुंह में छाले होने पर औषधीय पौधे तुलसी की ३-४ पत्तियों को दिन में २ बार चबाएं।
शहद और मुलेठी- आधा चम्मच शहद में आधा छोटा चम्मच मुलेठी का पाउडर मिलाएं। इन्हें अच्छी तरह मिलाएं। अब इस मिश्रण को छालों पर लगाएं।

चमेली के पत्ते- चमेली के पत्ते पीसकर छालों पर लगाएं आराम होगा।
सौंफ, मिश्री, इलायची, आंवला- ५ ग्राम सफेद इलायची, १० ग्राम सौंफ, २५ ग्राम आंवला और २५ ग्राम मिश्री लें। अब इसे कूटकर बारीक़ चूर्ण बना लें। इस चूर्ण के आधे ग्राम की मात्रा को पानी के साथ दिन में दो बार लें।
कपूर- १० ग्राम दूध को हल्का गर्म कर लें इसमें ढाई ग्राम कपूर का चूरा मिलाकर छालों पर लगाएं।शहद और इलायची- एक छोटा चम्मच शहद में एक-चौथाई चम्मच इलायची का पाउडर अच्छी तरह मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। इस पेस्ट को उंगली से छालों पर दिन में 3-4 बार लगाएं।

नमक का पानी- एक ग्लास पानी में १ चम्मच नमक मिलाएं। इस पानी से गरारे करें। आराम मिलेगा।
ब्लैक-टी से सिकाई- एक कप गर्म पानी में टी-बैग को भिगो कर रख दें। कुछ देर बाद जब बैग ठंडा हो जाए, तो इससे छालों पर सिकाई करें।
नारियल तेल- छालों पर उंगली की मदद से नारियल तेल लगाएं। नारियल तेल से ऑयल पुलिंग करें। यानी एक घूंट गुनगुना नारियल तेल को मुंह में लेकर चारों तरफ क्लॉक-वाइज़ और एंटी-क्लॉक वाइज़ घुमाएं। जितनी देर आराम से कर सकें, करें। फिर ऑयल थूक दें और गुनगुने पानी से अच्छी तरह कुल्ला कर लें।

एलोवेरा जेल- एलोवेरा जेल को छालों पर लगाने से जलन-दर्द में आराम मिलेगा।
लहसुन- लहसुन की 2-3 कलियां पीसकर अच्छी तरह पेस्ट बनाएं। तैयार पेस्ट छालों पर लगाएं। 5 मिनट बाद कुल्ला कर लें।
कच्चा दूध- ठंडा दूध लें। इसमें रूई भिगोकर छालों पर लगाएं।
टी ट्री ऑयल- टी ट्री ऑयल को रूई के छोटे-से फाहे को टी ट्री ऑयल में भिगाएं। रूई के फाहे से छालों पर दिन में 3-4 बार ऑयल लगाएं।
एप्पल साइडर विनेगर- आप रुई में भिगोकर छालों पर लगा सकते है।
सूखा खोपरा या नारियल- सूखे खोपरे को चबा-चबाकर दिन में 3-4 बार खाने से आराम मिलेगा।
लौंग का तेल- रूई की मदद से छालों पर दिन में कम से कम 2 बार लगाएं।
गोंद कतीरा- गोंद कतीरा के कूलिंग गुण मुंह के छालों में आराम पहुंचाते हैं। गोंद कतीरा का पेस्ट छालों पर कुछ मिनट के लिए लगाएं। जरूरत हो तो कुल्ला कर लें।
करें कुल्ला या गरारे

१) नींबू पानी और शहद मिलाकर कुल्ला करें।
२) छाले होने पर उनमें जलन होने लगती है। इसके लिए ग्लिसरीन में हल्दी मिलाकर छालों पर लगाएं और आधे घंटे बाद कुल्ला कर लें।
३) एक कप पानी लें। उसमें एक चम्मच धनिया पाउडर डाले और इसे उबाले । गुनगुना हो जाने पर इस पानी से कुल्ला करें।
४) जायफल का काढ़ा बना ले इससे भी दिन में २-३ बार कुल्ला करें।
५) जामुन की छाल का काढ़ा बना लें और इससे कुल्ला करे।
६) ३० ग्राम बरगद की छाल ले। इसे १ लीटर पानी में उबाले और इससे गरारे करें।
7) टमाटर का रस एक गिलास गुनगुना पानी में मिलाकर कुल्ला करें।
8) नीम के पत्ते उबाल लें। इसमें लहसुन के रस की चार-पांच बूंद डालकर गरारे करें।
9) मौलसरी के काढ़े में एक चुटकी फुलाई हुई फिटकरी डालकर मिला लें। इस मिश्रण से कुल्ला करें।
10) बबूल की छाल के काढ़े से कुल्ला करने से मुंह के छाले ठीक होते हैं।
11) मुलैठी के छोटे से टुकड़े या पाउडर को गर्म पानी में उबाल लें। गुनगुना होने पर इस पानी से गरारे करें।
12) एक गिलास गुनगुने पानी में एक चुटकी हल्दी मिलाकर कुल्ला करें। इससे मुंह के छाले में आराम मिलता है।
(डॉ चारू शर्मा, नेचुरोपैथ चिकित्सक, द हीलिंग सेंटर, दिल्ली)