उदासीन हो गया है आपका शादीशुदा रिश्ता, इन 6 टिप्स की मदद से भरेगी ताजगी: Relationship Tips
Relationship Tips: चाहें लड़का हो या लड़की जब हम शादी करते हैं तो बहुत सुंदर सपनों का संसार हमारी आंखों में सजा होता हे। लेकिन शादी की पार्टी के खत्म होने के बाद एक व्यवाहारिक जिंदगी हमारा इंतजार कर रही होती है। जहां न तो फिल्मों वाला प्यार होता है और न ही एक-दूसरे को देने वाला समय। होती है तो नए रिश्तों के बनने के साथ आने वाली चुनौतियां। हम सभी धीरे- धीरे ही सही यह समझ जाते हैं कि शादी कोई फिल्मों वाली रोमांस नहीं एक इंस्टीट्यूट है जहां हम नए सिरे से रिश्तों की बारहखड़ी को सीखते हैं। लेकिन बहुत लोग इस चीज को संभाल नहीं पाते। अगर आप भी उनमें से हैं जिनकी शादी में कुछ नयापन और एडवेंचर नहीं बचा तो हमारे यह टिप्स निसंदेह आपके काम आने वाले हैं। जिनका इस्तेमाल कर आप अपने रिश्ते में एक नई जान फूंक सकते हैं। जानते हैं इनके बारे में। लेकिन इस बात में यह बात अहम है कि यह कोशिश दोनों ओर से होनी चाहिए।
समय की कमी

हम सब अपने जीवन में बहुत व्यस्त हैं। पुरुष तो चले ऑफिस के कामों की वजह से हमेशा ही समय का बहाना निकाल ही लेते हैं। लेकिन बात अगर घर की महिलाओं के लिए करें तो चाहें कामकाजी हैं या घरेलू उनके पास सबके लिए समय होता है लेकिन अपने लिए और अपने पति को देने के लिए उनके पास समय ही नहीं है। पति हमेशा यह ही दिखाते हैं कि वो बहुत बिजी हैं ऐसे में महिला भी एक समय तक तो शिकायत करती है समय की लेकिन बाद में वो अपने जीवन में शांति के लिए खुद को व्यस्त और मस्त कर लेती है। अगर आप दोनों भी ऐसा ही कर रहे हैं तो इस समय सचेत हो जाएं। एक-दूसरे को समय देना आपके जीवन के लिए बेहद अहम है।
स्क्रीन टाइम
दूसरे को अंगुली करने की जरुरत नहीं है। आप कभी खुद ही देखिए कि आपके टाइम में कितना स्क्रीन टाइम शामिल हो चुका है। कई बार तो पति-पत्नी दोनों एक कमरे में होने के बावजूद भी कानों में ईयरपॉड लगाकर रील्स देख रहे होते हैं। हम सभी को पता है कि जब हम रील्स को देखना शुरु करते हैं तो समय कैसे गुजर जाता है पता ही नहीं चलता। हमें पता है कि अब आपका यह बहाना तैयार है कि दिनभर के बाद में बिस्तर पर ही तो फुर्सत मिलती है दो घड़ी एंटरटेन होने की। माना कि रील्स को देखने का शौक है तो इसे इग्नोर न करें। किसी को व्लॉग आप देखते हैं तो देखें लेकिन जब तक नींद न आ जाए तब तक रील्स ही देखते रहें यह शायद सही नहीं है। आप दोनों ही रात में बिस्तर पर जाने के बाद अपने स्क्रीन टाइम को मैनेज करें।
वो लोग

कई बार देखा गया है कि लोगों के ग्रुप में ऐसे हितैषी होते हैं जो पति-पत्नी के बीच में दूरियों को मिटाने के बदले दूरियों को बढ़ाने का काम करते हैं। जैसे कि कई बार पुरुषों की टोली एक राय रखती है कि बीवियों का तो काम ही होता है शिकायत करना। ऐसे में बहुत पुरुष अपनी बीवी के बारे में यह राय बना लेते हैं मैं चाहे कुछ भी क्यों न कर लूं मेरी बीवी मुझसे कभी खुश नहीं रह सकती। तो दूसरी ओर कई बार महिलाओं की मंडली में भी बहने या उनकी सहेलियां शामिल होती हैं जो उन्हें बताती हैं कि तुम तो बहुत अच्छी हो, लेकिन जीजाजी पता नहीं क्यों तुम्हें समझ नहीं पाते? एक काम की बात आप यह जानें कि आप दोनों एक-दूसरे के लिए क्या हैं और क्या नहीं इस बारे में बोलने का अधिकार आप किसी को भी न दें। लोग सिर्फ अपनी समझ के अनुसार आपको राय दे देते हैं लेकिन आप दोनों ही एक कड़वाहट के साथ अपने जीवन को बिताने लगते हैं। ऐसे में इस मामले में दूरी बनी रहेगी तो सही रहेगा।
सिर्फ माता-पिता नहीं
कितनी बार हमने अपने आस-पास ही अपने घर की महिलाओं को यह कहते सुना है कि बच्चों की वजह से इस रिश्ते को निभा लिया। वरना हम भी अपने घर चले जाते। सोचिए कितना खालीपन होगा उस रिश्ते में जहां बच्चों की वजह से शादियां निभ रही हैं। यह नौबत इसलिए आती है कि जब हमारा ध्यान सिर्फ हमारे बच्चों पर लग जाता है और हम पति-पत्नी के तौर पर एक-दूसरे पर ध्यान देना बिल्कुल ही छोड़ देते हैं। अगर कहीं घूमने जा रहे हैं तो बच्चों की वजह से जा रहे हैं, एक-दूसरे से बात कर रहे हैं तो सारी बातें बच्चों से शुरु होकर बच्चों पर ही खत्म हो रही है। इस तरह की शादी को चाइल्ड सेंटर्ड मैरिज कहा जाता है। इस तरह की शादियां न तो बच्चों के लिए अच्छी होती हैं और न ही आप दोनों के लिए। याद रखें कि एक-दूसरे के बच्चों के माता-पिता होने के साथ-साथ आप एक दूसरे के पति-पत्नी पहले बने थे।
इमोशनल इंडिपेंडेंट

अगर आप दोनों को ही एक-दूसरे की बातें बुरी लगनी बंद हो गई। इसे शब्दों में कह सकते हैं कि अगर आप दोनों को कोई फर्क नहीं पड़ता कि दोनों एक-दूसरे के बारे में क्या सोच रहे हैं और क्या बोल रहे हैं तो यकीं जानें कि यह शादी अब उस मोढ़ पर आकर खड़ी हो गई है कि जहां कड़वाहट की एक तेज हवा आकर इस रिश्ते को उड़ा देगी। इतनी गुंजाईश रिश्ते में बनाकर रखें कि एक नाराज हो तो दूसरा उसे मनाने की कोशिश करें। याद रखें कि यह इमोशनल वैक्यूम एक बार आता है तो बहुत आसानी से जाता नहीं है। इसके लिए आप छोटी-छोटी बातों पर एक दूसरे की तारीफ करें। आपको जब इन बातों से फर्क पड़ने लगेगा तो धीरे-धीरे रिश्ते में एक नई जान आएगी।
जरुरी है रोमांस
एक शादीशुदा कपल जानता है कि सेक्स तो हो ही जाता है। लेकिन पति-पत्नी के बीच में सिर्फ सेक्स ही जरुरी नहीं है। मान लीजिए कि आपने किसी शादी में जाने के लिए अपनी बनारसी साड़ी निकाली और मन भर के सज-धज कर तैयार हुईं और अचानक पति ने आपको देखा और वो देखते ही रह गए और मुस्कुरा दिए। क्या यह काफी नहीं होता। सच कहूं तो एक महिला के लिए यह पूरा एक हफ्ते का पॉजिटिव डोज है। वहीं पुरुषों को भी इस तरह की चीजों की दरकार होती है। अगर वो कभी तैयार हो रहे हैं तो आप भी उन्हें कुछ कॉम्पलिमेंट देकर उनका मूड बना सकती है। रही बात सेक्स की वो तो हो ही जाता है लेकिन रोमांस को बनाए रखना आप दोनों के हाथ में है।