शिलांग में क्या है खास? पर्यटन स्थल और घूमने की पूरी जानकारी: Shilong Tourism
Shilong Tourism: शिलांग नॉर्थईस्ट के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। ख़ूबसूरत और रमणीय पहाड़ियों के कारण इसे “पूर्व का स्कॉटलेंड” कहा जाता है। मेघालय की राजधानी होने के नाते शिलांग का महत्व और भी ज़्यादा बढ़ जाता है और इस जगह पर देश भर से पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। इस जगह का नाम एक शक्तिशाली देवता यू- शिलांग के नाम पर रखा गया है। शिलांग हिल स्टेशन को बादलों का निवास कहा जाता है। इस जगह पर आकर बादलों के साथ आप अठखेलियाँ कर सकते हैं। शिलांग आने वाले यात्रियों के मन में यह सवाल रहता है कि इस जगह पर घूमने और देखने के लिए क्या ख़ास है।
पर्यटन के साथ साथ यह जगह प्राकृतिक रूप से भी काफ़ी समृद्ध है जिसकी वजह से आपको तरह तरह के पर्यटन स्थल के साथ-साथ जैव विविधता भी भरपूर मिलेगी। इस जगह पर आकर आपको एक शुद्ध वातावरण। कई तरह का मौसम और अनेक जीव- जंतु देखने को मिलेंगे। शिलांग में घूमने के लिए काफ़ी कुछ है पर इन जगहों पर जाना बिल्कुल भी नहीं भूलें।
उमियम झील
शिलांग में घूमने के लिए काफ़ी कुछ है लेकिन उमियम झील की बात ही कुछ और है। यह भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य मेघालय की राजधानी शिलांग से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक मानव निर्मित झील है। यह झील उन लोगो के लिए स्वर्ग के समान है जो प्रकृति की खूबसूरती में दिलचस्पी रखते हैं। इस जगह पर सैलानियों की भीड़ रहती है और लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ यहाँ आकर समय बिताना पसंद करते हैं।
शिलांग पीक
शिलांग के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में शामिल शिलांग पीक पर पहुँचना देश विदेश से आए सैलानियों का सपना होता है। यह पीक समुद्र तल से 6449 फीट की ऊंचाई पर स्थित शिलांग का सबसे उच्चतम बिंदु है। यह पीक झरने के साथ-साथ पर्यटकों को प्रकृति के शानदार और मनोरम दृश्य देखने का मौक़ा देती है। सैलानी दूरबीन के माध्यम से इस जगह से तरह तरह के पक्षियों को देख सकते हैं।
हाथी झरना
शिलांग के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में एक नाम हाथी फाल्स का भी आता है। यह इस जगह एक प्रमुख स्थल है जहां पर लोग जाना पसंद करते हैं। यह उत्तर पूर्व के सबसे लोकप्रिय झरनों में से एक है। हाथी झरना पर्यटकों के लिए एक स्वर्ग के समान है। यह जलाशय हाथी के आकार का प्रतीत होता है जिसकी वजह से इसे हाथी झरना व एलीफैंट फाल्स कहा जाता है। इस जगह पर आकर आप अपनी यात्रा को यादगार बना सकते हैं।
मावलिननांग गांव
शिलांग में देखने के लिए काफ़ी कुछ है और उसी में है मावलिननांग गांव। यह गांव काफ़ी ख़ूबसूरत और समृद्ध है जिसकी वजह से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। इस गांव को वर्ष 2003 में एशिया के सबसे स्वच्छ गांव का दर्जा प्राप्त है। वर्ष 2014 के सर्वेक्षण के अनुसार इस गांव में कुल 95 मकान हैं। इस गांव की मुख्य कृषि सुपारी है और कृषि पर निर्भर लोगो के बीच साक्षरता की दर 100% है।
डेविड स्कॉट ट्रेल
वर्तमान में कैम्पिंग और ट्रेकिंग का एक अनोखा क्रेज है। इस जगह पर आकर कुछ लोग नेचर वॉक करना पसंद करते हैं तो कुछ लोग हाइकिंग और ट्रेकिंग। शिलांग में अगर ट्रेकिंग करना चाहते हैं तो डेविड स्कॉट ट्रेल मेघालय राज्य के सबसे लोकप्रिय ट्रेकिंग मार्ग में से एक है। इस ट्रेकिंग मार्ग का उपयोग बांग्लादेश और असम के बीच आवाजाही के लिए किया जाता है। इस स्थान पर ट्रैक करने का मन हो तो अक्टूबर और नवम्बर का महिना सबसे अच्छा रहेगा।
यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय
शिलांग घूमने जाने के लिए अप्रैल से जून तक का समय सबसे अच्छा माना जाता है। यह सामान्यतौर पर गर्मी का मौसम होता है बावजूद इसके यहां का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और 15 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। इस जगह पर आप अपनी गर्मी की छुट्टियों को एंजोय करने के लिए आ सकते हैं।
शिलांग का स्थानीय भोजन
शिलांग एक पर्यटन स्थल होने के नाते खानपान के मामले में भी काफ़ी समृद्ध है। यह अपने यहां कई तरह के स्वादिष्ट भोजन की पेशकश करता है। शिलांग की यात्रा के दौरान घूमने के साथ साथ यहां के भोजन का आनंद लेना नहीं भूले। इस जगह पर मिलने वाले फूड में मोमोज, जलेबी, डोनिंग, चाउमीन, स्मोक्ड मीट, दोह खलीह, पुखलीन आदि के नाम प्रमुखता से आते हैं।
शिलांग में कहां ठहरे ?
किसी भी जगह पर घूमने का विचार बनाते वक़्त सबसे पहला ख़्याल ठहरने और खाने पीने की जगहों का आता है। इसलिए लोग सबसे पहले अपनी पसंद और बजट का ख़्याल रखते हुए होटल आदि सेरच करना शुरू कर देते हैं। इस जगह पर ठहरने के लिए होटल, हॉस्टल, होमस्टे आदि की सुविधा मौजूद है। इस जगह पर आपको लो-बजट से लेकर हाई-बजट तक के आवास आपको आसानी से मिल जाएंगे। आप अपनी सुविधा और बजट के अनुसार इसका चुनाव कर सकते हैं। ले सकते हैं।
शिलांग कैसे पहुंचे?
शिलांग जाने के लिए आपको ज़्यादा परेशान होने की ज़रूरत नहीं। शिलांग के लिए आप हवाई मार्ग, ट्रेन और बस में से किसी का भी चुनाव कर सकते हैं। शिलांग सभी तरह के यातायात साधनो से संपन्न हैं।
फ्लाइट से शिलांग कैसे पहुंचे?
शिलांग का अपना कोई एयरपोर्ट नही है। शिलांग का सबसे करीबी एयरपोर्ट उमरोई हवाई अड्डा है जोकि 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। लेकिन सभी प्रमुख शहरो से अच्छी तरह से कनेक्टिविटी के लिहाज़ से गुवाहाटी हवाई अड्डा सबसे अच्छा विकल्प है।
ट्रेन से शिलांग कैसे पहुंचे?
शिलांग का निकटतम रेलवे स्टेशन गुवाहाटी है। गुवाहाटी से शिलांग के बीच की दूरी लगभग 100 किलोमीटर पड़ती है। गुवाहाटी स्टेशन से शिलांग जाने के लिए आप टैक्सी आदि की सुविधा ले सकते हैं। गुवाहाटी देश के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों से तरह से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग से शिलांग कैसे पहुंचे?
शिलांग सड़क मार्ग के जरिए राज्य के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा है। गुवाहाटी से भी आप शिलांग के लिए बस की सुविधा है। इस दूरी को तय करने के लिए टैक्सी लेना भी एक अच्छा विचार है। सड़क मार्ग के जरिए आप सार्वजनिक अथवा निजी परिवहन के साधन का उपयोग कर सकते हैं।