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58 साल की उम्र में फिर मां बनीं सिद्धू मूसेवाला की मम्मी: Late Pregnancy

05:20 PM Mar 18, 2024 IST | Ankita Sharma
58 साल की उम्र में फिर मां बनीं सिद्धू मूसेवाला की मम्मी  late pregnancy
Late Pregnancy
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Late Pregnancy: मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की मां चरण कौर 58 साल की उम्र में एक बार फिर से मां बनी हैं। मूसेवाला के पिता 60 वर्षीय बलकौर सिंह ने इंस्टाग्राम पर जैसे ही ये खबर शेयर ​की यह इंटरनेट पर छा गई। सिंह ने बताया कि मां और बच्चा दोनों ही स्वस्थ्य हैं। सिद्धू अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे, जिनकी साल 2022 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

सिद्धू की हत्या के बाद टूट चुके चरण कौर और बलकौर सिंह के जीवन में यह बच्चा नई किरण बनकर आया है। इसके लिए मूसेवाला के पेरेंट्स ने आईवीएफ तकनीक का सहारा लिया है। चरण और बलकौर की इस पहल ने एक ओर लाखों निःसंतान लोगों के लिए आशा की नई किरण जगा दी है। वहीं दूसरी ओर कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं। बड़ा सवाल से है कि क्या 58 साल की उम्र में बच्चे को जन्म देना महिला और बच्चे के लिए सेफ है और इस दौरान क्या सावधानियां आपको रखनी चाहिए। आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब।

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आमतौर पर माना जाता है कि मेनोपॉज के बाद गर्भधारण नहीं किया जा सकता है। हालांकि चिकित्सा तकनीक ने इसे अब संभव बना दिया है। अगर आप कम उम्र में अपने एग्स या भ्रूण को फ्रीज करवा लेते हैं तो मेनोपॉज के बाद कंसीव किया जा सकता है। कई बार आप एग डोनर की मदद भी ले सकते हैं।

आमतौर पर माना जाता है कि ज्यादा उम्र में कंसीव करने से कई प्रकार की समस्याएं गर्भवती महिलाओं को हो सकती हैं। ये बात बिलकुल सही है। इसे हाई रिस्क प्रेगनेंसी कहा जा सकता है। क्योंकि इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव हो चुके होते हैं। साथ ही उम्र बढ़ने के ​साथ कई बीमारियां भी होने लगती हैं। ज्यादा उम्र में कंसीव करने पर होने वाली कॉमन परेशानी है प्री-एक्लेम्प्सिया। इस स्थिति में गर्भावस्था के दौरान ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है, जो कभी-कभी जानलेवा भी हो सकता है। साथ ही जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है। कई बार मिसकैरेज होने का डर भी रहता है। इस समय तक महिलाओं के अंग कमजोर हो जाते हैं। यही कारण है कि स्टिलबर्थ यानी गर्भ में ही बच्चे की मौत का खतरा भी रहता है। कई बार प्री-मैच्योर डिलिवरी का डर भी रहता है।

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सबसे अहम सवाल यह है कि क्या उम्रदराज मां से जन्मे बच्चों को किसी प्रकार की समस्या हो सकती है। दरअसल, चिकित्सा तकनीक अब इतनी एडवांस हो गई है कि ऐसी आशंका बहुत कम होती है। लेकिन कई बार बच्चों में जन्मजात दोष हो सकते हैं। कुछ मामलों में क्रोमोसोम जैसे डाउन सिंड्रोम रोग होने का खतरा बढ़ जाता है। जन्म के समय बच्चे का वजन कम होने की भी आशंका रहती है।

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