इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ फ्लू के लक्षणों को भी दे सकते हैं मात ये 6 मसाले: Spices for Health
Spices for Health: मौसम में बदलाव, वायु प्रदूषण और फ्लू के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, ये सभी हमारी इम्यून सिस्टम पर दबाव डाल रहे हैं। बार-बार बीमारियां, तनाव का उच्च स्तर, धीरे-धीरे ठीक होने वाले घाव व सर्दी के लक्षण, ये सभी कमजोर इम्यून सिस्टम के लक्षण हैं। हमारा इम्यून सिस्टम सेल्स, टिशू, ऑर्गेन और पदार्थों के एक जटिल नेटवर्क से बना है। जो संक्रमण और अन्य बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। हमारे शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए दवाओं की बड़ी भूमिका होती है, जिसमें घरेलू उपचार हमारे दर्द को कम करने का सबसे अच्छा और प्राकृतिक तरीका है। भारतीय रसोई में कई ऐसे मसाले और औषधियां मौजूद हैं जो फ्लू के लक्षण को कम करने और इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं ऐसे पावरफुल मसालों के बारे में जो इम्यून सिस्टम के लिए मददगार हो सकते हैं।
जीरा

जीरा एक मसाला है जिसे क्यूमिनम साइमिनम नामक पौधे से प्राप्त किया जाता है। जीरा एंटीऑक्सीडेंट के बेहतरीन स्रोत हैं जो छोटे फ्री रेडिकल्स को खत्म करने में मदद करते हैं। ये फ्री रेडिकल्स हेल्दी सेल्स पर हमला करते हैं। इसके अलावा, ये आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भी भरपूर होता है, जो ओवरऑल हेल्थ को बनाए रखने में मदद करता है। जीरा न केवल हमारे भोजन के स्वाद का बढ़ाता है, बल्कि ये इम्यूनिटी को भी बूस्ट करने में मदद करता है। इसमें हाई एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।
हल्दी

हल्दी सबसे आम मसालों में से एक है जो हर भारतीय रसोई में मिल जाएगी। भोजन में स्वाद और रंगत को निखारने के अलावा, ये इम्यूनिटी को बढ़ावा देने और शरीर में सूजन को कम करने के लिए भी जानी जाती है। करक्यूमिन हल्दी का एक प्रमुख कंपाउंड है जिसमें एंटीवायरल गुण होते हैं जो संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। ये एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-फंगल, एंटीमाइक्रोबियल और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भी समृद्ध है, जो इंफेक्शन को दूर रखने में मदद करते हैं।
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अजवाइन

कैरम सीड्स या अजवाइन एक आम मसाला है, जो खाद्य पदार्थों में स्वाद बढ़ाने का काम करता है। कहा जाता है कि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। इसका सेवन करना आसान है और पाचन संबंधी व गैस्ट्रिक समस्याओं को कम करने के लिए भी जाना जाता है।
लौंग

लौंग एंटी-ऑक्सीडेंट का एक एक्सिलेंट सोर्स है जो इम्यून सिस्टम का सपोर्ट करने में मदद करता है। ये विटामिन ई, विटामिन सी, फोलेट, राइबोफ्लेविन, विटामिन ए, थायमिन, विटामिन डी, ओमेगा 3 फैटी एसिड से भी समृद्ध है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी व एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। ये हेल्थ और इम्यूनिटी को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। बुखार आने पर दो लौंग और 4-5 तुलसी के पत्ते एक कप पानी में उबाल लें और इसमें शहद मिलाकर पीने से काफी लाभ मिलता है।
काली मिर्च

काली मिर्च इम्यूनिटी को बढ़ाने में अधिक सहायक होती है। काली मिर्च में मौजूद एक्टिव कंपाउंड व्हाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जिनका उपयोग आपका शरीर बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने के लिए करता है। इसका नियमित सेवन करने से कई प्रकार के संक्रमण से बचा जा सकता है। काली मिर्च विटामिन सी से समृद्ध होती है, जो स्वाभाविक रूप से इम्यूनिटी को बढ़ाती है और एक उत्कृष्ट एंटीबायोटिक के रूप में काम करती है। यही नहीं काली मिर्च खाने से न केवल पाचन क्षमता बढ़ती है बल्कि शरीर के मेटाबॉलिज्म से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से निपटने में भी मदद मिलती है। आपको बता दें कि काली मिर्च में पेपराइन कैमिकल होता है जिसकी वजह से इसका स्वाद तीखा होता है।