आयुर्वेद की मदद से गर्मियों में करें त्वचा की सम्पूर्ण देखभाल: Skin Care with Ayurveda
Skin Care with Ayurveda: जब गर्मी का मौसम आता है, तो हम सभी को अपनी त्वचा की अतिरिक्त देखभाल करने की जरूरत होती है। इस मौसम में त्वचा में जलन से लेकर रूखापन आदि कई तरह की समस्याएं होती हैं। अमूमन इस मौसम में त्वचा की देखभाल करने के लिए हम तरह-तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। जबकि वास्तव में इस तरह के प्रोडक्ट्स त्वचा को फायदा कम और नुकसान अधिक पहुंचाते हैं।
ऐसे में त्वचा की देखभाल करने के लिए आयुर्वेदिक अप्रोच अपनाना कई गुना बेहतर मानी जाती है। यह एक हॉलिस्टिक अप्रोच है जिससे आप अपनी त्वचा और ब्यूटी का बेतहतर तरीके से ख्याल रख सकते हैं। आयुर्वेदिक तरीके से त्वचा की देखभाल करते हुए हम प्राकृतिक चीज़ें जैसे हर्ब्स और तेल का इस्तेमाल करते हैं, जिससे त्वचा रिजुविनेट होती है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ आयुर्वेदिक तरीकों के बारे में बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप गर्मी में त्वचा की देखभाल कर सकती हैं-
Also read: ऐसे बनाएं रखें रूखी त्वचा में नमी: Dry Skin Care Routine
त्वचा पर गर्मी का असर
गर्मी के मौसम में स्किन पर गहरा असर पड़ता है। आयुर्वेद के अनुसार गर्मी का मौसम पित्त दोष से जुड़ा होता है। वात या कफ स्किन वाले लोगों के लिए गर्मी राहत देने वाली हो सकती है। गर्मी के मौसम में स्किन में रैशेज, सूजन, दाने, सनबर्न और हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही साथ, इस मौसम में स्किन पर ऑयल प्रोडक्शन बढ़ जाता है।
लगाएं एलोवेरा सनस्क्रीन
गर्मी के दिनों में धूप से बचना मुमकिन नहीं होता है। ऐसे में अपनी स्किन को प्रोटेक्ट करने के लिए आयुर्वेदिक तरीका अपनाया जा सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, सूर्य की किरणों के अधिक संपर्क में रहने से गर्मी के कारण पित्त दोष हो सकता है। लंबे समय तक सूर्य के संपर्क में रहने से वात में भी वृद्धि होती है, जिससे स्किन रूखी हो जाती है। इससे बचने के लिए अच्छी क्वालिटी का एलोवेरा बेस्ड सनस्क्रीन खरीदें।
अंदर से स्किन को रखें हाइड्रेट
गर्मी में हाइड्रेशन का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है। अगर आपको इस मौसम में स्किन से जुड़ी समस्याओं को दूर रखना है तो खुद को अंदर से भी हाइड्रेट रखें। यह हेल्दी स्किन के लिए बेहद जरूरी है। आयुर्वेद में शरीर को ठंडा और हाइड्रेटेड रखने के लिए खूब सारा पानी पीएं। आप पानी के अलावा, फलों का रस व नारियल पानी आदि पीएं। इसके अलावा डाइट में खीरा और तरबूज जैसे फलों को भी शामिल करें। ये शरीर के हाइड्रेट लेवल को बनाए रखने में मदद करते हैं।
करें जेंटल क्लीनिंग
गर्मियों के मौसम में पसीना, अतिरिक्त ऑयल और पर्यावरण प्रदूषक पोर्स को बंद कर सकते हैं और मुंहासों का कारण बन सकते हैं। ऐसे में आयुर्वेद आपकी स्किन के नेचुरल ऑयल को छीने बिना स्किन को नेचुरल तरीके से क्लींज किया जा सकता है। गुलाब जल, नीम और हल्दी जैसी सामग्रियों में कूलिंग और एंटी-बैक्टीरियल प्रोपर्टीज होती हैं, जिससे आपकी स्किन शांत होती है।
- आप चंदन पाउडर को गुलाब जल में मिक्स करके उससे अपनी त्वचा को साफ करें।
- नीम के पत्तों का पेस्ट बनाकर उससे भी चेहरे को साफ किया जा सकता है।
- मुल्तानी मिट्टी और खीरे के रस को मिक्स करें पेस्ट बनाएं। अब इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाकर उससे साफ करें।
- एलोवेरा के पत्ते से जेल निकालकर उससे अपने चेहरे को साफ करें।
- दही में हल्दी पाउडर मिक्स करें इस पेस्ट से चेहरे को सावधानी से साफ करें।
नेचुरल स्क्रब से करें एक्सफोलिएशन
एक्सफोलिएशन डेड स्किन सेल्स को हटाकर आपकी स्किन को रिजुविनेट करता है। लेकिन कठोर एक्सफोलिएंट पित्त से संबंधित त्वचा समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में आप आयुर्वेदिक स्क्रब जैसे ओटमील, बेसन और चंदन पाउडर का इस्तेमाल करतें। ये नेचुरल एक्सफोलिएंट रोमछिद्रों को खोलने , सर्कुलेशन को बेहतर बनाने और स्किन को स्मूथ बनाने में मदद करते हैं।
- नीम पाउडर, हल्दी और बेसन को गुलाब जल के साथ मिक्स करके स्क्रब बना लें और इसे अपनी स्किन पर अप्लाई करके मसाज करें। अंत में, पानी की मदद से इसे क्लीन करें।
- चंदन पाउडर, संतरे के छिलके के पाउडर, ओटमील और दही को मिलकर स्क्रब बना लें। आप इसे अपने फेस पर लगाकर सर्कुलर मोशन में अप्लाई करें और दस मिनट बाद चेहरे को वॉश करें।
- नारियल तेल, पुदीने की पत्तियों और शुगर को मिक्स करके स्क्रब तैयार करें और इससे अपने चेहरे को स्क्रब करें।
- बेसन, दही, शहद और हल्दी की मदद से स्क्रब बनाएं और इससे अपने चेहरे को एक्सफोलिएट करें।
हर्बल टोनर से पित्त को करें बैलेंस
हर्बल टोनर गर्मी के दौरान पित्त दोष को बैलेंस करने और स्किन को हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं। गुलाब जल और विच हेज़ल स्किन को टोन और हाइड्रेट करने में मदद करते हैं। आप हर्बल टोनर से स्प्रे करके अपनी स्किन को ठंडा और संतुलित रख सकते हैं।
- गुलाब जल और डिस्टिल्ड वाटर को बराबर मात्रा में मिलाकर टोनर बनाया जा सकता है।
- खीरे के रस और गुलाब जल या डिस्टिल्ड वाटर को मिक्स करके टोनर तैयार करें।
- एलोवेरा को इसकी कूलिंग प्रोपर्टीज के लिए जाना जाता है। एलोवेरा के पत्ते से जेल निकालकर उसे पानी के साथ अच्छी तरह मिलाकर पेस्ट बनाएं।। साथ ही इसमें गुलाब जल मिलाएं और एक हर्बल टोनर तैयार करें।
- पुदीने की पत्तियों को पानी में उबालें और फिर इसे छान लें। ठंडा हो जाने के बाद आप पुदीने के पानी और विच हेजल को मिक्स करके टोनर बना लें।
- नीम की पत्तियों को धोकर पानी में उबालें। ठंडा होने के बाद पानी को छान लें और फिर इसमें गुलाब जल मिक्स करें।
पित्त-शांत करने वाले मॉइस्चराइज़र का करें इस्तेमाल
मौसम चाहे कोई भी क्यों ना हो, लेकिन आपकी स्किन को मॉइस्चराइज़र की जरूरत होती ही है। आप एलोवेरा जेल, चंदन पाउडर जैसी सामग्री की मदद से मॉइस्चराइज़र बनाएं। ये आपकी त्वचा से सूजन कम करने, तेल उत्पादन को नियमित करने और हाइड्रेट करने में मदद करेंगे।
- आप ताजे एलोवेरा जेल के साथ नीम के तेल की कुछ बूंदे मिलाएं। इसे अपने चेहरे पर मॉइस्चराइज़र की तरह लगाएं।
- चंदन पाउडर को गुलाब जल के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें। हेल्दी स्किन के लिए इसे अप्लाई करें। यह आपकी स्किन को मॉइस्चराइज़र भी करेगा।
- हल्दी पाउडर को ताज़ी दूध की मलाई के साथ मिलाएं। त्वचा को पोषण और चमक देने के लिए इसे मॉइश्चराइजर के रूप में लगाएं।
- कुचले हुए पुदीने के पत्तों और एलोवेरा जेल के साथ ताजा निचोड़ा हुआ नींबू का रस मिलाएं। इस मिश्रण को ऑयली स्किन के लिए हल्के मॉइश्चराइजर के रूप में लगाएं।
- नारियल के तेल में लैवेंडर एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें मिलाएं। इसे रात के समय मॉइस्चराइज़र के रूप में अपनी स्किन पर अप्लाई करें।