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खुद का ध्यान रखना मतलबी होना नहीं, जानें कैसे खुद को फिट रखती हैं लीसा रे: Lisa Ray Birthday

11:30 AM Apr 02, 2024 IST | Ankita Sharma
खुद का ध्यान रखना मतलबी होना नहीं  जानें कैसे खुद को फिट रखती हैं लीसा रे  lisa ray birthday
Lisa Ray Birthday
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Lisa Ray Birthday: कसूर, वाटर और वीरप्पन जैसी शानदार बॉलीवुड फिल्मों का हिस्सा रहीं एक्ट्रेस लिसा रे का बर्थ डे 4 अप्रैल को आता है। 52 साल की लिसा अपनी एक्टिंग और खूबसूरती के साथ ही फिटनेस के लिए भी मशहूर हैं। लिसा फिटनेस फ्रीक हैं और अक्सर अपनी फिटनेस व वर्कआउट को लेकर वे सोशल मीडिया पर पोस्ट करती रहती हैं। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को मात देने वाली लिसा उन सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो जिंदगी को अपने तरीके से जीना चाहती हैं।  क्या है लिसा का फिटनेस मंत्र चलिए ये जानते हैं।

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लिसा ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया कि फिटनेस ने कैसे कैंसर से उबरने में उनकी मदद की। और अब पोस्ट मेनोपॉज में भी फिटनेस आपका सहारा बनी है। लिसा का कहना है कि जिंदगी में बदलाव के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। यह जिंदगी को रोमांच और आनंद से भर देता है। हमें जिंदगी में कभी ये नहीं सोचना चाहिए कि मैं ऐसा कर सकता था, या मुझे ऐसा होना चाहिए था, अपना फोकस 'मैं करता' पर लगाएं। हर आम महिला की तरह लिसा भी अपने वजन को लेकर तनाव में रही हैं। लेकिन फिर उन्होंने जिंदगी में वर्कआउट को खुशी से अपनाया और हेल्दी फूड व वर्कआउट के कारण वे अपनी लाइफ को सही ट्रैक पर पाती हैं। इसी के साथ उन्होंने आध्यात्म और आत्म विकास पर फोकस किया, जिससे उन्हें एक मजबूत बेस मिला। लिसा कहती हैं, महिलाओं अपना ख्याल रखना स्वार्थी नहीं है। और यह वैकल्पिक भी नहीं है, यह जरूरी है। और मैंने इसे मुश्किल से पाया है।

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अपनी पोस्ट में लिसा ने मेनोपॉज को लेकर खुलकर बात की। कैंसर के बाद फिटनेस के बल पर उन्होंने पोस्ट मेनोपॉज का सफर भी आसानी से तय किया। मेनोपॉज के कारण अधिकांश महिलाएं कई हेल्थ इश्यूज से गुजरती हैं, जिनपर लिसा ने खुल कर लिखा। लिसा ने लिखा, मेनोपॉज अंत नहीं है, बल्कि से खुद को खोजने का सबसे बड़ा निमंत्रण है। पहले मुझे लगता था मेनोपॉज बिल्कुल भी आकर्षक नहीं है, इसमें वजन बढ़ना तय है और इसलिए मैंने अपनी फिटनेस जर्नी छोड़ दी। वेट लिफ्टिंग मुझे बहुत ही मेहनत वाला काम लगने लगा था। जिम में घंटों पसीना बहाना मुझे डरा देता था। लेकिन फिर मैंने हिम्मत की और जिम गई। यहां एक अच्छे ट्रेनर ने मेरी उम्र और जरूरत के अनुसार मुझे वर्कआउट करवाया। आज मैं मेनोपॉज के बाद भी फिट हूं।

लिसा ने मेनोपॉज से गुजर रही सभी महिलाओं को हिम्मत देते हुए अपने शरीर को अपनाने का भी मैसेज दिया। उन्होंने लिखा, मेरे अपर आर्म हमेशा से भरे हुए हैं, मेरी जांघों पर स्ट्रेच मार्क्स हैं, मेरी स्किन ढीली हो गई है और मेरी स्किन पर धूप में रहने के कई निशान हैं, लेकिन मुझे इन सबसे प्यार है। ये मेरा शरीर है और मैं इसे लेकर खुश हूं। हमें अभी बहुत जगह जाना है।

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